रायपुर
रायपुर, 5 अक्टूबर। रामकृष्ण केयर अस्पताल के जोड़ प्रत्यारोपण विशेषज्ञ डॉ. अंकुर सिंघल ने मिनीमम कट तकनीक से मरीज का रिवीजन नी रिप्लेसमेन्ट टीकेआर किया।
डॉ. सिंघल ने बताया कि इस सर्जरी की खास बात यह थी मरीज के एक घुटने में इंफेक्शन हो गया था। जिसे सीमेंट सिपेसर लगाया और इफेक्शन कम होने के उस मरीज की सर्जरी की गई। मरीज अब पूरी तरह स्वस्थ्य है। अपनी सामान्य जीवन यापन कर रहा है।
डॉ. सिंघल ने बताया कि रिवीजन नी रिप्लेसमेन्ट टीकेआर एक अपने आप में जटिल क्रिया है। जिसमें कोई भी खराब घुटने को फिर से ठीक किया जाता है। यह रिवीजन नी रिप्लेसमेन्ट टीकेआर बहुत जटिल एवं काम्प्लेक्स होता है इसको हर किसी को इसको व्यापक ट्रेनिंग की जरूरत पड़ती है। डॉ. सिंघल ने यह भी बताया कि जिस तरह से नी रिप्लेसमेन्ट आम है उस हिसाब से रिवीजन नी रिप्लेसमेन्ट टीकेआर सामान्य नहीं है और किसी भी का घुटना खराब और या रिकन्सट्रक्ट न हो पाये तो उसे रिवीजन टीकेआर परफॉर्म करके ठीक किया जा सकता है।
डॉ अंकुर सिंघल ने बताया कि मरीजों में उनके द्वारा इजात की हुई इस मिनिमम कट तकनीक (रूष्टञ्ज) से जोड़ प्रत्यारोपण के बाद मरीजों की रिकवरी फास्ट होती है और जटिल से जटिल सर्जरी आसानी से की जा सकती है। इस तकनीक से मरीज न सिर्फ केवल कुछ घंटें बाद चल सकता है बल्कि अपनी सामान्य जीवन में तेजी से वापस लौट सकता है।