रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 28 अक्टूबर। आरटीआई एक्टिविस्ट ने प्रदेश के राजकीय विश्वविद्यालयों के कुलसचिव, सहायक कुलसचिवों की चुनाव आयोग में शिकायत की है। हेमंत साहू ने अपनी शिकायत में कहा है कि करीब आठ सहायक कुलसचिवों अपनी नियुक्ति के समय से एक ही जगह पदस्थ है । इनकी नियुक्ति 2016 में की गई थी। इन छह सात वर्ष से एक ही जगह पदस्थ होने से बड़े इंफ्लूएंसर हो गए हैं। ये विवि के विद्यार्थियों को दल विशेष के प्रति प्रभावित कर सकते हैं। बता दें कि पिछले सप्ताह रविवि के कुलसचिव शैलेंद्र पटेल की भी आयोग में शिकायत की जा चुकी है । उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी विकास उपाध्याय के पीछे प्रचार में शामिल होने की तस्वीर भी संलग्न की गई है। सीईओ रीना कंगाले ने शिकायत कार्रवाई के लिए सचिव उच्च शिक्षा को भेज दिया है।
दूसरी ओर, तीन वर्षों से अधिक समय से एक ही संभाग के अंतर्गत रायपुर जिले के वन मंडल में पदस्थ अधिकारियों को अन्य जिले में स्थानांतरित करने की मांग करते हुए सीईसी और सीईओ को पत्र लिखा है । आरटीआई एक्टिविस्ट डी.शर्मा ने अपने पत्र में कहा है कि डीएफओ विशवेश्वर झा, एसडीओ विश्वनाथ मुखर्जी, रेंजर सतीश कुमार मिश्रा तीन वर्षों से अधिक समय से एक ही संभाग के अंतर्गत रायपुर जिले के वन मंडल में पदस्थ हैं। छत्तीसगढ़ में विधान सभा चुनाव की घोषण होने के साथ ही आचार संहिता लागू हो चुका है। नियमानुसार इन अधिकारियों का स्थानांतरण अन्य जिलों में किया जाना आवश्यक है।
इन पर दल विशेष के लिए वन ग्रामों में काम करने की भी शिकायतें मिल रहीं है। ये अफसर मातहतों पर दबाव बनाकर वनवासियों के रूपए ,साडिय़ां, मच्छर दानी, पलंग मुफ्त में बांटने मदद कर रहे हैं ।
राज्य व जिला निर्वाचन अधिकारी से उम्मीद और भरोसा है कि निष्पक्ष स्वतंत्रत आदर्श चुनाव करवाने मे इन शासकीय सेवकों को तत्काल तुरंत ही अन्य जिलों स्थानों मे अटैच किया जाए। ताकि जनता और लोगो का विश्वास निष्पक्ष निर्वाचन आयोग पर सदा बनी रहे।