रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 31 अक्टूबर। प्रदेश और देश में प्याज की बढ़ी कीमत से उपभोक्ता हलाकान हैं। खुले बाजार में यह 70-80 रूपए किलो बिक रहा है। इसे देखते हुए केंद्रीय खाद्य एवं वितरण विभाग ने प्याज के निर्यात पर कटौती कर दी है।वहीं केंद्रीय विभाग ने एन.सी.सी.एफ. के जरिए छत्तीसगढ़ में 25 रू. किलो प्याज बेचे जाने की शुरूवात कर दी गई है, जो रायपुर के विभिन्न स्थानों पर मोबाईल वेन के माध्यम से प्याज बेची जा रही है। छत्तीसगढ़ में प्याज की कीमत को नियंत्रित करने के लिए 25 रू. किलो प्याज रायपुर के विभिन्न स्थानों, गलियों में मोबाईल वेन के माध्यम से बेची जा रही है। जहां से लोग सस्ती दर पर प्याज खरीद सकते है। चुनावी बुकिंग के चलते फेडरेशन को वाहन नहीं मिल रहे हैं। कहा जा रहा है कि निर्वाचन कार्यालय इसकी अनुमति नहीं दे रहा।
प्याज की कालाबाजारी भी शुरू हो गई
कारोबारी सूत्रों का कहना है कि बाजार में त्योहारी मांग काफी बढ़ गई है और अब धीरे-धीरे इसकी जमाखोरी भी शुरू होने लगी है। इसका असर भी कीमतों में दिखने लगा है। हालांकि आलू की कीमतों में स्थिरता बनी हुई है और आलू 25 रुपये किलो तक बिक रहा है। थोक सब्जी व्यवसायी संघ अध्यक्ष टी. श्रीनिवास रेड्डी ने कहा, प्याज की आवक काफी कमजोर हो गई है और आने वाले दिनों में इसका असर कीमतों में और देखने को मिल सकती है।
और बढ़ सकते हैं दाम
शास्त्री बाजार, आमापारा में प्याज आलू के खुदरा विक्रेेता ने बताया कि सप्ताह की शुरूआत में स्टॉक आने से प्याज के दाम और बढ़ सकते हैं। आने वाले हफ्ते में प्याज का भाव 80-85 रुपए किलो तक हो सकता है। जनवरी और फरवरी में नई फसल आने के बाद ही इसके दाम कम होने के आसार हैं। तब तक प्याज का दाम कम होने की उम्मीद कम है। बाजार में अभी नासिक से प्याज आ रहें हैं । अच्छा क्वालिटी का प्याज का रेट 65 रुपये है। मध्यम क्वालिटी का प्याज 55 रुपये तक खुदरा भाव से बिक रहा है।