दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 1 नवंबर। जिले में गत वर्ष के मुकाबले इस साल 5858 पंजीकृत किसान बढ़ गए है, वहीं गत वर्ष की तुलना रकबा में 872 हेक्टेयर की कमी आई है। खरीफ धान की आज से उपार्जन केंद्रों के माध्यम से धान खरीदी शुरू हो गई है।
जिले में इस बार धान बेचने के लिए 1 लाख 10 हजार 824 किसानों ने पंजीयन कराया है। इन किसानों का रकबा 1 लाख 19 हजार 135 हेक्टेयर है। वहीं पिछली बार 1 लाख 4 हजार 968 किसानों ने 1 लाख 20 हजार 7 हेक्टेयर का पंजीयन कराया था। इस तरह इस बार धान बेचने के लिए पंजीयन कराने वाले किसानों की संख्या बढ़ गई है।
बायोमेट्रिक्स मशीन उपलब्ध नहीं
जिले में इस बार भी बिना बायोमेट्रिक मशीन के ही धान की खरीदी की जाएगी। संबंधित एजेंसियों से बायोमेट्रिक्स मशीनें उपलब्ध नहीं होने के कारण राज्य शासन ने यह निर्णय लिया है। जिले के 72 सोसायटियों में 388 किसानों ने बुधवार को पहले ही दिन 18 हजार 970 क्विंटल से ज्यादा धान बिक्री के लिए टोकन लिया है। 30 खरीदी केंद्रों में किसी ने भी टोकन नहीं लिया है।
धान खरीदी के लिए सभी उपार्जन केंद्रों में व्यापक प्रबंध किया गया है। सभी समितियों में पर्याप्त मात्रा में बारदाना पहुंचाकर, साफ सफाई व भंडारण के लिए स्टेकिंग की व्यवस्था कर ली गई है। इसके अलावा खरीदी का ट्रायल भी कराया जा चुका है। दूसरी ओर राज्य शासन ने इस बार बायोमेट्रिक मशीन से धान खरीदी का फैसला किया था। इसके लिए बकायदा किसानों से आवेदन लेकर जरूरी व्यवस्था कराया गया, लेकिन जिले में अब तक बायोमेट्रिक मशीन नहीं पहुंच पाया है। इस पर राज्य शासन की ओर से खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति के सचिव टोपेश्वर वर्मा ने बिना बायोमेट्रिक मशीन के ही पूर्व की तरह धान खरीदी शुरू करने का निर्देश जारी किया है।
अधिकारियों के अनुसार फिलहाल जिले के सभी खरीदी केंद्रों में बिना बायोमेट्रिक मशीन के ही धान की खरीदी की जाएगी।
जिले में पिछली बार 98 केंद्रों में धान की खरीदी की गई थी। इस बार 4 नए खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। इस तरह जिले में अब खरीदी केंद्रों की संख्या 102 हो गई है। किसानों की सुविधा के लिए धमधा के पथरिया, पेंड्री क, तुमाकला और दारगांव में नए खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। अफसरों ने बताया कि नए खरीदी केंद्रों में भी जरूरी सभी व्यवस्थाएं कर ली गई है। खाद्य नियंत्रक सी पी दीपांकर का कहना है कि धान खरीदी की तैयारी पूरी हो गई है। बायोमेट्रिक मशीनें उपलब्ध नहीं हो पाई है। इसलिए बिना मशीन के ही पूर्व की तरह खरीदी के निर्देश दिए गए हैं।