दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 14 नवंबर। भारती विश्वविद्यालय, दुर्ग में अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के तत्वाधान में गुरु नानक देव जन्मोत्सव के उपलक्ष्य पर गुरु नानक जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इनका जन्म रावी नदी के किनारे स्थित तलवण्डी नामक गाँव में कार्तिकी पूर्णिमा को एक ब्राह्मण कुल में हुआ था। तलवण्डी पाकिस्तान में पंजाब प्रान्त का एक नगर है। कुछ विद्वान इनकी जन्मतिथि 29 अक्तूबर, 1469 मानते हैं। किन्तु प्रचलित तिथि कार्तिक पूर्णिमा ही है, जो अक्टूबर-नवम्बर में पड़ती है। इनके अनुयायी इन्हें नानक, नानक देव जी, बाबा नानक और नानकशाह नामों से सम्बोधित करते हैं। नानक अपने व्यक्तित्व में दार्शनिक, योगी, गृहस्थ, धर्मसुधारक, समाजसुधारक, कवि, देशभक्त और विश्वबन्धु - सभी के गुण समेटे हुए थे। इस प्रतियोगिता में काफी छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया।
प्रतियोगिता की शुरुआत में डॉ. समन सिद्दीकी ने बताया की गुरु नानक जी का जन्मोत्सव हर साल सिख संप्रदाय के लोगों द्वारा पूरे विश्व में हर्षोल्लास से बनाया जाता है। सभी प्रतिभागी विद्यार्थियों ने प्रतियोगिता में काफी उत्साह प्रदर्शित किया तथा निबंध के माध्यम से गुरु नानक देव जी के व्यक्तित्व का उल्लेख किया। प्रतियोगिता का अवलोकन कार्य लीलम चंद्राकर सहायक प्राध्यापिका जंतु विज्ञान तथा संगीता वर्मा सहायक प्राध्यापिका सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग द्वारा किया गया।
इन्होंने विद्यार्थियों द्वारा लिखे गए निबंध का अवलोकन कर नंबर का वितरण कर परिणाम घोषित किए तथा उन्हें ढेर सारी शुभकामनायें दिए। प्रतियोगिता में निकले परिणाम के अनुसार प्रथम स्थान पर एम.एस. सी जंतु विज्ञान तृतीय सेमेस्टर की छात्रा देविका महोबिया, द्वितीय स्थान पर एम.एस-सी. जंतु विज्ञान प्रथम सेमेस्टर की छात्रा बेलजीर खोखर, एवम तृतीय स्थान पर बी.एस.सी. तृतीय वर्ष की छात्रा दीपांक्षा साहू रही। विजेताओं को प्रशस्ति प्रमाण पत्र प्रदान कर इनका उत्साह वर्धन किया गया। कार्यक्रम के अंत में डॉ. चांदनी अफसाना ने सभी को बधाई और शुभकामनाएं दे कर कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की। इस प्रतियोगिता में विभिन्न संकाय के सभी सहयोगी प्राध्यापिकाएं उपस्थित रहे और प्रतियोगिता सुचारू रूप से संचालन हेतु अपना सहयोग प्रदान किया।