दुर्ग
सनातन धर्म रक्षावाहिनी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी कोर ग्रुप की ऑनलाइन बैठक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 15 नवंबर। देवेश मिश्रा राष्ट्रीय महासचिव प्रमुख,सनातन धर्म रक्षावाहिनी भारत की अध्यक्षता में कल सुबह 11 बजे ऑनलाइन बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में देश के 17 राज्यों के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए।
छत्तीसगढ़ से देवेश मिश्रा, ज्ञानेश्वर प्रसाद ताम्रकार, सीताराम ठाकुर, डी के साहू,प्रान्तध्यक्ष अरुण वर्मा, मध्यप्रदेश से विवेक गर्ग,सुनील राय,पंडित बलराम शर्मा, दिल्ली से किशन कुमार,अंकित यादव,पंजाब से बाबा रामनरेश रावत, हिमाचल प्रदेश से पूरन चंद,महाराष्ट्र से माधवदास महाराज, ओडि़शा से मृत्युंजय दास, डॉक्टर महेश्वर दास मशहूर आयुर्वेदाचार्य,उत्तरप्रदेश से अनुराग शुक्ला, राकेश मिश्रा, सुनील साहू,अरुण यादव, बिहार से ब्रजेन्द्र चौबे,क्रांति कुमार पाठक, राजस्थान से शिवराज सिंह गुर्जर, गोपी सिराव गुजरात से अनिल जायसवाल आसाम से नारायण मिश्रा, वेस्ट बंगाल से रबिन्द्र प्रसाद यादव, प्रज्ञा झुंनझुनवाला, मिजोरम से राजेंद्र जैन,मणिपुर से कृष्ण कांत राय, तमिलनाडु से कृष्णा रेड्डी,कर्नाटक से स्वामी नरेंद्र शामिल हुए। दीपावली पर्व की शुभकामनाओ के साथ बैठक में ताज़ा राजनीतिक व सामाजिक परिस्थितियों पर व्यापक चर्चा हुई व प्रस्ताव पारित किये गये ।
राष्ट्रीय महासचिव प्रमुख देवेश मिश्रा ने कहा कि ऐसे व्यक्ति, नेता अथवा राजनीतिक दल अथवा सामाजिक संगठन जो सनातन धर्म रक्षा वाहिनी के उद्देश्यों को पूर्ण करते हो, जो सनातन धर्म परंपरा के अनुसार वेद शास्त्र सम्मत सनातनी धरोहर,स्थान विशेष की परंपराओ व संस्कृति, प्राकृतिक संसाधनों को और सामाजिक व धार्मिक व्यवस्थाओं को संवर्धन करने का कार्य करते हैं, केवल उन्हीं राजनीतिक दलों संगठनों व्यक्तियों नेताओं को हमें समर्थन अथवा सहयोग करना है।
स्थानीय चुनाव से लेकर विधानसभा, लोकसभा, प्रदेश देश हर स्तर पर सनातनी परंपराओं एवं मूल्यों को परस्पर आगे बढ़ाने वाले राजनेताओं एवं राजनीतिक दलों को ही हमें सहयोग प्रदान करना है चाहे दुनिया की कोई भी ताकत आ जाए हमें अपने सनातनी मूल्य से समझौता नहीं करना है।
अभी देश में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं।इन राज्यों में अलग-अलग चुनावी परिस्थितियां है। सामाजिक एवं क्षेत्रीय परिवेश अलग-अलग है, परंतु हमें हर स्तर पर सनातन धर्म परंपरा को कायम रखने वाले राजनेता अथवा दलों को ही सहयोग एवं आशीर्वाद देना है। अलग-अलग विधानसभा अथवा राज्यों में हम सनातनियों की अपनी पसंद हो सकती है
तदनुसार अपने विवेक से ऐसे राजनेता को अपना नेता चुनना है,जो हमारे आसपास सुख शांति विकास के साथ-साथ हमारे परंपरा रीति रिवाज,प्राकृतिक संपदा को संजोने का काम कर रहे हैं।
श्री मिश्रा ने आगे कहा कि ऐसे पाखंडी धोखेबाज नेताओं से हमें सावधान रहना है जो भ्रामक प्रचार प्रसार कर प्रलोभन देकर हमें बरगलाने का प्रयास करते हैं।
ऐसे नेताओं को जिन्होंने पद में रहते हुए सनातन परंपराओं के खिलाफ काम किया, हमारी भावनाओं को आहत किया, सत्ता का दुरुपयोग किया, संकट की घड़ी में सनातनी भाई बहनों का साथ नहीं दिया,ऐसे धोखेबाज नेता अथवा राजनीतिक दलों को दंडित करने का समय आ गया है।
सभी सनातनी भाइयों से निवेदन है कि वह अपना मतदान अवश्य करें और सनातन विरोधी नेताओं और राजनीतिक दलों का प्रतिकार करें।
ऐसे नेता और राजनीतिक दल चाहे वह भाजपा कांग्रेस समाजवादी पार्टी अन्य कोई दल हो, जो सनातनियों का साथ देगा,सनातनी भाई-बहन उनका समर्थन करेंगे।