दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 28 नवंबर। भारतीय व विदेशी मूल के विद्यार्थियों ने कल्याणी नशा मुक्ति केन्द्र का भ्रमण किया साथ ही रामशीला की कुटिया वृद्धाश्रम का भी एमएसडब्लू व बीएसडब्लू के प्राध्यापक व विद्यार्थियों ने अवलोकन किया।
इस दौरान उन्होंने वृद्धाश्रम के बुर्जुगों से उनकी आप बीती भी सुनी। जानकारी के अनुसार इस भ्रमण दल में कलिंगा विश्वविद्यालय, नया रायपुर में अध्ययनरत भारतीय व विदेशी मूल के एमएसडब्लू व बीएसडब्लू के कुल 32 विद्यार्थियों व 3 प्राध्यापक शामिल थे, जिन्होंने सर्वप्रथम स्वयं सेवी संस्था कल्याणी सोशल वेलफेयर एंड रिसर्च आर्गेनाइजेशन, जिला दुर्ग द्वारा संचालित कल्याणी एकीकृत पुनर्वास नशा मुक्ति केंद्र का भ्रमण किया फिर वे रामशीला की कुटिया वृद्धाश्रम पहुंचे।
जहां सभी आगंतुकों का भारतीय परंपरा के अनुरूप अभिनंदन किया गया संस्था के निदेशक अजय कल्याणी ने बताया कि 23 वर्षों से संस्था द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, नशा मुक्ति, दिव्यांगता और वृद्धजनों के कल्याणार्थ के क्षेत्र में कार्य किए जा रहे हैं।
उन्होंने इन कार्यों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। विद्यार्थियों द्वारा सक्रिय भागीदारी दिखाते हुए सत्र के दौरान प्रश्न भी पूछे गए जिसका जवाब संस्था के निदेशक द्वारा दिया गया। दल में शामिल कलिंगा विश्वविद्यालय के प्राध्यापक एवं विद्यार्थियों के भ्रमण के दौरान रामशीला की कुटिया वृद्ध आश्रम के बुजुर्गों द्वारा अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए कुछ गीत प्रस्तुत किए गए। उन्होंने खुलकर उन्हें अपनी आप बीती के बारे में भी बताया।
इस दौरान मुख्य रूप से कलिंगा विश्वविद्यालय के प्रो.अर्चना नागवंशी, डॉ.मनोज मैथ्यू,ए के कॉल व संस्था के मनीष दास, संजय देशमुख, रौशन झा, रॉबिन राणा, प्रीतम साहू, डोमेन दास, नितेश साव, पिंकी नंदनवार, शैला जैकब, रिंकी उके, गोपाल खाड़े व अनिल खडसे तथा हितग्राही मौजूद थे।