महासमुन्द
बालपन से ही शिक्षा के साथ संस्कार आवश्यक-पूर्णिमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,23 दिसंबर। हम सुधरेंगे युग सुधरेगा, हम बदलेंगे युग बदलेगा,के उद्घोष के साथ गायत्री महायज्ञ, हवन व बाल संस्कार बौद्धिक चर्चा के पश्चात् शाला प्रवेश किया गया।
विदित हो कि लगभग छ: माह के दीर्घ मरम्मत के पश्चात् शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय खरोरा के शाला भवन का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर यज्ञ संचालित कर रही आचार्य दीदी पूर्णिमा साहू ने कहा कि आज के बच्चे ही देश के भविष्य है। बुनियाद सही होने पर ही ईमारत मजबूत होता है। अत: बालपन से ही शिक्षा के साथ संस्कार आवश्यक है।
गायत्री मिशन की दीदी दुलारी चन्द्राकर ने कहा ष्व्यक्ति के विकास से परिवार, समाज और राष्ट्र का विकास होता है। गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा से देश प्रगति के पथ पर अग्रसर होता है। इस अवसर ग्राम पंचायत की सरपंच सुनीता देवदत्त चन्द्राकर ने कहा कि श्गायत्री परिवार जीवन जीने की कला सिखाती है। यह वसुधैव कुटुम्बकम की भावना को लेकर संस्कृति के आदर्श सिद्धांतों को आधार मानते हुए परिवार, समाज, राष्ट्र और युग निर्माण करने वाले व्यक्तियों का संघ है।
इस अवसर पर प्रधान पाठक उमेश भारती गोस्वामी, शिक्षक डोमार राम साहू, रामेश्वरी ध्रुव, दुबे कुमार पटेल, गायत्री चन्द्राकर, प्रीति तिवारी, ओमप्रकाश शर्मा, कौशल्या चन्द्राकर, ममता चन्द्राकर, रूपा टंडन, सरोज चन्द्राकर, गीता चन्द्राकर, ग्राम प्रमुख किशन चन्द्राकर,शक्ति पीठ की परिवार्जक भूखन निषाद, रामप्रसाद चन्द्राकर, इंडियन कालेज छात्रा अध्यापक शाला प्रबंधन समिति सहित बाल संसद की सहभागिता रही। उक्ताशय की जानकारी संस्था के वरिष्ठ शिक्षक डोमार राम साहू ने दी।