राजनांदगांव
राजनांदगांव, 17 जनवरी। पूर्व पार्षद हेमंत ओस्तवाल ने वरिष्ठ पार्षद कुलबीर सिंह छाबड़ा और नगर निगम आयुक्त से मांग करते कहा कि मानव मंदिर चौक में महापौर व अधिकारियों द्वारा त्रिशूल लगाने का जो निर्णय लिया गया है, उस मामले में 20 लाख रुपए की लागत का ठेका जिस ठेकेदार को एल्डरमैन या अन्य राशि से दिया गया और उसके भौतिक सत्यापन के बाद 12 लाख रुपए बताया जा रहा है। श्री ओस्तवाल ने कहा कि भौतिक सत्यापन के बाद उक्त त्रिशूल की लागत 12 लाख रुपए बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इससे शासन को वित्तीय हानि निगम के कार्यपालन अभियंता यूके रामटेके एवं संबंधित विभाग के प्रमुख अधिकारी-कर्मचारी द्वारा यह मूलनस्ती चलाई गई है। इस मामले की तत्काल जांच करवाते दोषी अधिकारियों को निलंबित करवाकर शासकीय धन की हानि पहुंचाई जा रही है, उक्त मामले में तत्काल निगम आयुक्त को दोषियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कार्रवाई नहीं होने पर वह कलेक्टर और विधायक को पत्र लिखने के साथ कार्रवाई करने की मांग करेंगे।