दुर्ग
बड़ी संख्या देख व्यवस्था बनाने कलेक्टर भी पहुंची, एआई जनरेट सोलह मशीनें लगाई गईं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 18 फरवरी। भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी और जिला स्वास्थ्य समिति दुर्ग द्वारा जिला अस्पताल में कल महिलाओं के लिए स्तन और सर्वाइकल कैंसर जांच शिविर के आयोजन में हजारों की संख्या में महिलाएं नि:शुल्क जांच करवाने पहुंची। शिविर में उमड़ी भीड़ को देखते हुए शासन प्रशासन मौके पर व्यवस्था बनाने दिन भर मौजूद रहा। कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी भी स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ शिविर में मौजूद रहीं।
ज्ञात हो कि ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर वर्तमान में महिलाओं की असामयिक मृत्यु के लिए एक बड़ी परेशानी बन कर उभरा है। समय पर प्रारंभिक जांच में इसका पता चलने पर सफल उपचार संभव है। आज बड़ी संख्या में जांच के लिए पहुंची महिलाओं के बैठने और व्यवस्थित जांच के लिए कलेक्टर ने सिविल सर्जन सहित जिला अस्पताल की पूरी टीम को आवश्यक निर्देश भी दिए।
दुर्ग कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने बताया कि नेशनल हेल्थ मिशन के तहत जिला चिकित्सालय में आज स्तन कैंसर स्क्रीनिंग का वृहद कैम्प लगाया गया है जिसमें बेसिकली दो तरह के ब्रेस्ट कैंसर और सर्वाइकल कैंसर की जांच की जा रही है। जिला स्वास्थ्य विभाग ने पूरे फील्ड से महिलाओं को मोबिलाइज किया है और कैंसर जांच के लिए जिला अस्पताल में सोलह डिवाइस आज लगे हुए हैं, जितनी भी महिलाएं हैं सबकी स्तन कैंसर जांच की जाएगी। दुर्ग जिले की सभी महिलाओं से और सभी नागरिकों से निवेदन है कि अगर आप खुद महिला हैं 30-35 ऊपर आपकी उम्र है तो पीरियोडिक अपने स्तन कैंसर सर्वाइकल कैंसर की जांच जरूर कराएं। अगर समय पर कैंसर को डायग्नोसिस हम कर लेते हैं तो इसका इलाज किया जा सकता है। देरी होने से फिर नुकसान होते हैं। जो पुरुष हैं उनसे भी निवेदन है कि अपने परिवार में जो भी महिलाएं हैं, आपकी बहनें हैं माताएं हैं पत्नियां हैं उनको एक स्वास्थ्य का तोहफा दें और उनकी जांच जरूर कराएं।
महिलाओं की मृत्यु का बड़ा कारण है ब्रेस्ट कैंसर-डाक्टर चौहान
मातृत्व स्वास्थ्य जिला स्वास्थ्य विभाग की नोडल डॉ. अर्चना चौहान ने बताया कि कलेक्टर मैडम के मार्गदर्शन में जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा आज स्तन कैंसर स्क्रीनिंग का एक वृहद कैम्प का जिला चिकित्सालय में आयोजन किया गया है। दुर्ग जिले की सभी बहनों से शिविर का लाभ उठाने की अपील की गई थी नतीजतन बड़ी संख्या में जागरूक महिलाएं आज पहुंची हुईं हैं। स्वयं चिकित्सक होने के साथ ही मैंने भी शिविर में अपनी जांच करवाई है।
स्तन कैंसर महिलाओं की मृत्यु का एक बहुत बड़ा प्रमुख कारण है परंतु स्तन कैंसर के साथ बहुत अच्छी बात यह है कि अगर बहुत ही शुरुआती स्टेज में अगर यह पकड़ में आ जाता है, इसके प्रारंभिक लक्षण पकड़ में आ जाते हैं तो इसका इलाज संभव है और जो बिना इलाज के महिलाएं अकाल मृत्यु को ग्रसित हो जाती हैं, उनकी हम रोकथाम कर सकते हैं। ये जो मशीन है जिसके इस्तेमाल से आज जांच की जा रही है वह एआई जनरेट मशीनें आई ब्रेस्ट एग्जाम के नाम से हैं जिसमें 3 से 5 मिनट में महिलाओं में स्तन में छोटी से छोटी जो गांठ है इसका पता यह लगा सकती है कि वो किस प्रकार की गांठ है। अगर इसकी जांच शिविर के माध्यम से महिलाएं करा लेती हैं तो यकीन मानिए कि महिलाओं के लिए यह बहुत अच्छी बात रहेगी कि स्तन कैंसर के प्रारंभिक चरणों में ही उसका हम निराकरण कर पाएंगे और यह महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छी पहल है, मैं सभी महिलाओं से निवेदन करती हूं कि शिविर का लाभ उठाएं।
कैंसर के अर्ली डिटेक्शन में मददगार है कैम्प-पद्माकर
जिला कार्यक्रम प्रबंधक राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन पद्माकर ने बताया कि आज जो हमने स्क्रीनिंग कैंप रखा है वो मुख्यत: ब्रेस्ट कैंसर और सर्वाइकल कैंसर के जांच के लिए है। समय समय पर राज्य व केंद्र शासन की तरफ से विभिन्न योजनाएं बनाई जाती हैं, इन योजनाओं के तहत जो कैंसर अभी बहुत ही भयावह स्थिति में है, लोग जांच करवाने की जब पहुंचते हैं तब तक बहुत समय हो गया होता है इसलिए अर्ली डिटेक्शन के लिए हमने आज जिला स्तर पर और ब्लॉक स्तर और पीएसी स्तर पर शासन के निर्देशानुसार हम कैंसर स्क्रीनिंग जांच कर रहे हैं। हमने दुर्ग जिले की महिलाओं से आह्वान किया था कि वो अपने स्वास्थ्य की जांच कराएं। ये हमारा कैम्प अवरनर जेनरेशन के लिए है। ये लोग आज स्वयं स्फूर्त यहां पर आए हैं और यह देखकर बहुत अच्छा लग रहा है कि जो शासन की जो इच्छा है उसकी पूर्ति हो रही है।