महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 21 मार्च। मिनी स्टेडियम महासमुंद में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के पांचवें दिन पं. हिमांशु कृष्ण भारद्वाज ने कृष्ण के बाल लीलाओं एवं विविध कथाओं के माध्यम से श्रद्घालु जनों को भगवत भक्ति में डूबो दिया।
उन्होंने श्री कृष्ण के बाल लीलाओं का विस्तार से वर्णन किया। साथ ही पूतना वध, गौ संवर्धन, माखन चोरी, धरती पूजन के साथ गिरिराज धारण कथा का श्रवण कराते हुये कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन धारण कर पर्यावरण संतुलन का संदेश दिया। पत्रकार अमित हिशीकर एवं पुष्पा साहू ने देवकी वासुदेव की भूमिका में सबको भाव विभोर कर दिया।
कथा के पांचवें दिन भक्त जनों को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा कि भगवान और गुरु के पास कम बोलना चाहिये। क्योंकि गुरु और गोविन्द दोनों ही हमारे मन की बातों को जानते हैं। इसीलिये भगवान को चितचोर भी कहा जाता है।
उन्होंने जीवन दर्शन का पाठ पढ़ाते हुये कहा कि जो तुम्हारे पास विद्यमान है, उसका समय के साथ उपयोग करना चाहिये। क्योंकि मरने के बाद हम कुछ नहीं ले जा सकते। जब हम भगवान के समीप जाते हैं तो हमारे सारे बंधन टूट जाते हैं। जिस तरह कृष्ण के निकट आने से देवकी वासुदेव व कारागाह का बंधन भी टूट गया था। उन्होंने कहा कि हमें सदैव भगवत भक्ति के साथ सत्कर्म का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए।
इस अवसर पर आयोजन के मुख्य संयोजक योगेश्वर राजू सिन्हा, प्रिया सिन्हा, मुख्य यजमान सुशील शर्मा डॉ. मंजू शर्मा सहित सह यजमान लक्ष्मीकांत मीना पाणिग्राही आनंद साहू, मीना साहू, पत्रकार कुबेर प्रकाश मीना गोस्वामी, रोमान्तक गिरि रोशनी गोस्वामी, संजय गिरि संगीता शेखर गिर सुप्रिया गोस्वामी, आनंद गिरि नीति गोस्वामी, सागर गिरि, दीपाली गोस्वामी, मनीष शर्मा, शुभ्रा शर्मा, सुरेश सुमन चंद्राकर,वेद देवांगन, नितेश सिन्हा, रमेश पटवा, विपिन बिहारी महंती, ज्ञान सिंह सत्यभामा चंदेल, जगदीश शकुन्तला साहू, अजय आनंद, कुलदीप सिंह, महेन्द्र माधवी सिक्का, यशोदा परमेश्वर यादव उपस्थित थे।