महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 21 मार्च। दो कदम प्रकृति की ओर नामक संस्था की टीम इस वक्त जिले के कई गांवों मेें गौरैया ग्राम अभियान चला रही है। इस टीम ने हर गांवों में जाकर हर घरों में गौरैया के लिए एक घोंसला लगाने की योजना बनाई है। इससे पहले टीम दो गांव आमाकोनी और तमोरी को गौरैया ग्राम बना चुकी है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खल्लारी के फार्मासिस्ट संजय साहू ने बताया कि बुधवार को विश्व गौरैया दिवस पर टीम दो कदम प्रकृति की ओर ने खल्लारी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम ठोंगा और कोकनाझर में प्रत्येक घर मिट्टी से बना बसेरा लगाया और गौरैया संरक्षण के लिए जागरूकता अभियान चलाया। उन्होंने बताया गौरेया विलुप्त होती चली जा रही हैं। गौरैया को मानव के साथ रहना पसंद है। ये मानव के मित्र हैं। ये हानिकारक कीटो को खाकर फसल को नुकसान होने से बचाती है।
टीम के संजय साहू ने बताया कि गौरैया अपना घोंसला नवंबर से लेकर बारिश तक बनाती है। मार्च से मई में सर्वाधिक घोंसला बनाती है। अत: अपने घर के किसी भी सुरक्षित कोने में इनके लिए दाना-पानी रखें। अपने घरों के आस-पास झाड़ीदार और फलदार पेड़ लगाएं।
संजय साहू ने बताया कि उनकी यह संस्था प्रकृति संरक्षण के लिए काम करती है। दो कदम प्रकृति की ओर टीम प्रकृति संरक्षण के लिए पेड़, पक्षी, जल और गौ-संरक्षण का कार्य करती है। टीम में बच्चे, युवा, बुजुर्ग सब अपना सहयोग प्रदान करते हैं। लोग अपनी इच्छा से टीम के कार्य को देखकर प्रभावित होते हैं और अपनी इच्छा से सहयोग राशि, उपकरण, श्रमदान करते हैं।