रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 जनवरी। स्वामी विवेकानंद की जयंती के मौके पर राज्यपाल सुश्री अनुसूइया उइके और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने विधानसभा परिसर में प्रतिष्ठापित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया।
इस अवसर पर अपने संदेश में राज्यपाल सुश्री अनुसूइया उइके ने कहा कि-स्वामी विवेकानंद युवाओं के प्रेरणाश्रोत रहे हैं उन्हे युवाओं का आदर्श भी माना गया है । राष्ट्र निर्माण के लिए युवाओं को कंधे से कंधा मिलाकर स्वामी विवेकानंद जी के बताये सिद्धांतों का अनुसरण करना होगा।
उन्होंने कहा कि-आज हमारे सामने मौजूद चुनौतियों का पूरी क्षमता के साथ मुकाबला करने के लिए युवाओं को प्रशिक्षित करने और उन्हे सही मार्ग दिखाने की जरूरत है । इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि-स्वामी विेवेकानंद जी ने अपने विचारों से समाज को एक नई दिशा दी। ‘उठो, जागो और तब तक आगे बढ़ो जब तक अपने लक्ष्य को प्राप्त न करो’ का उनका संदेश आज भी हम सबके लिए प्रेरणादायी है ।
उन्होंने कहा कि-यह छत्तीसगढ़ का सौभाग्य है कि स्वामी विवेकानंद ने अपनी युवा अवस्था का कुछ समय यहॉ व्यतीत किया। 11 सितम्बर 1893 को शिकागो की धर्म संसद में स्वामी विेवेकानंद जी के व्याख्यान ने स्वयं उन्हें तथा भारत को दुनिया में सर्वोच्च प्रतिष्ठा दिलाई। उन्होंने कहा कि-भारतीय सांस्कृतिक चेतना में नई जान फूंकने वाले स्वामी विवेकानंद ने भारतीय युवाओं में स्वाभिमान को जगाया और उम्मीद की नई किरण पैदा की ।
कार्यक्रम के बाद राज्यपाल ने विधानसभा परिसर का अवलोकन किया। राज्यपाल ने विधानसभा परिसर स्थित सेन्ट्रल हॉल में लगे महापुरूषों के तैलचित्रों और संसदीय लोकतंत्र का विकास विषय पर बनी पेंटिंग्स का अवलोकन करते हुए इसकी सराहना की। इस अवसर पर संसदीय कार्यमंत्री रविन्द्र चौबे, सांसद, कोरबा, श्रीमती ज्योत्सना महंत, विधान सभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी, विधायकगण, विधानसभा के प्रमुख सचिव चन्द्र शेखर गंगराड़े और विधान सभा के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।