रायपुर
रायपुर की उन्नति शर्मा, कुरूद की जानवी राजपूत और खुड़मुड़ा के दुर्गेश सोनकर होंगे सम्मानित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 जनवरी। छत्तीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा 2020-21 के लिए प्रदेश के तीन बहादुर बच्चों का चयन किया गया है। राज्यपाल अनुसुईया उइके चयनित बच्चों को आगामी 26 जनवरी गणतंत्र दिवस को राजधानी में आयोजित राज्य स्तरीय मुख्य समारोह में नगद पुरस्कार राशि 15 हजार रूपए, प्रशस्ति पत्र व मैडल प्रदान कर स6मानित करेंगी। पुरस्कृत बालक-बालिकाओं को नियमानुसार छात्रवृत्ति भी प्रदान की जाएगी। पुरस्कार के लिए चयनित बच्चों में रायपुर जिले की टिकरापारा निवासी उन्नति शर्मा, धमतरी जिले की कुरूद निवासी जानवी राजपूत दुर्ग जिले के खुड़मुडा़ गांव के दुर्गेश सोनकर शामिल हैं।
महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेडिय़ा की अध्यक्षता एवं छग राज्य बाल कल्याण परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष बृजमोहन अग्रवाल की सहभागिता में विगत दिवस हुई बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग की संचालक दिव्या उमेश मिश्रा, एनसीसी स्टेट सेल से ब्रिगेडियर कर्नल राकेश बुधनी, अपर कलेक्टर पद्मिनी भोई, छग राज्य बाल कल्याण परिषद के महासचिव डॉ. अशोक त्रिपाठी और संयुक्त सचिव इंदिरा जैन शामिल रहीं।
राज्य वीरता पुरस्कार के लिए चयनित रायपुर आरडीए कॉलोनी टिकरापारा निवासी डॉ. हेमन्त कुमार शर्मा, डॉ. मीना शर्मा की बेटी उन्नति ने अपनी सूझबूझ से आग से अपने छोटे भाई को बचाने में सफल रही। उन्नति की मां अपने ढाई साल के पुत्र श्रीहान और उन्नति को साथ लेकर अपने भाई मनीष दुबे के वसुन्धरा विहार गई थीं। घटनाक्रम के दिन 13 मार्च को उन्नति के मामा-मामी नौकरी पर चले गए थे तथा उन्नति की मां जो शिक्षिका हैं वह भी स्कूल गई थीं। घर में उन्नति और उसका छोटा भाई श्रीहान ही थे। दोपहर में जब श्रीहान सो गया, उन्नति घर से बाहर बच्चों के साथ खेल रही थी। खेलते हुए बच्चों ने अचानक देखा कि उन्नति घर से धुंआ निकल रहा है। घर के अन्दर से उन्नति के छोटे भाई श्रीहान के रोने की आवाज आ रही थी। उन्नति ने समय न गंवाते हुए घर के अन्दर जाकर बिजली के मेन स्वीच को बंद किया और तत्काल अपने छोटे भाई को गोद में उठाकर बाहर आ गई। इतना ही नहीं उसने अपने मौसा हितेन्द्र तिवारी को मोबाईल से सूचना देकर तुरंत घर बुलाया। तब तक घर के किचन में आग फैल चुकी थी। हितेन्द्र तिवारी के आने पर उन्नति ने उनके साथ मिलकर घर की आग बुझाई।
धमतरी जिले के कुरूद के कारगिल चौक निवासी भारत भूषण राजपूत का 4 वर्षीय पुत्र शिवांश 15 अगस्त 2019 को सुबह अपने घर के छत पर खेल रहा था। खेलते हुए शिवांश छत से गुजरते बिजली तार के चपेट में आ गया। शिवांश को बचाने की कोशिश में उसकी मां और बहन भी बिजली के झटके से दूर गिर गईं। शिवांश बिजली के तार से चिपका तड़प रहा था। इसी समय शिवांश की 12 वर्षीय बहन बहन जानवी ने त्वरित सूझ-बूझ से काम लेते हुए छत में रखे बांस को उठा लिया और तार पर जोर-जोर से मारने लगी। इससे शिवांश बिजली के तार से छूट गया लेकिन छत से नीचे गिरने लगा। बहन जानवी ने तुरंत शिवांश का हाथ पकडक़र उसे ऊपर खीचा और उसकी जान बचा ली।
बालक दुर्गेश ने अपनी सूझ-बूझ से अपने मासूम भाईयों की जान बचाई। दुर्ग जिले के खुडमुड़ा गांव के बाला सोनकर 21 दिसंबर 2020 को अपने परिवार के साथ खेत में बने अपने मकान में सो रहे थे। रात में आरोपी द्वारा परिवार के बाला सोनकर, पत्नी दुलारी बाई उनके बेटे रोहित और बहु कीर्ति सोनकर की हत्या कर दी गई। रोहित का कक्षा पांचवी में अध्ययनरत 11 वर्षीय पुत्र चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर जाग गया। किसी अनजानी आशंका के चलते दुर्गेश के बाल मन में अपने तीन छोटे भाईयों की सुरक्षा की चिन्ता हुई। उसने अपने भाईयों को स4जी रखने के बोरे से ढंक दिया, जिससे हत्यारे की नजर मासूमों पर नहीं पड़ी और सभी बच गए।
इसके बाद मां की चीख सुनने पर दुर्गेश दौड़ते हुए अपनी मां के पास पहुंचा। मां को खून से लथपथ देख कर वह रोने लगा, तब आरोपी ने दुर्गेश को मारने के उद्देश्य से घर की दीवार से उसके सिर को दो बार जोरदार टक्कर मार दी, जिससे दुर्गेश के सिर से खून बहने लगा और वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा। हत्यारे को लगा दुर्गेश की मौत हो गई है, इसके बाद वह मौके से फरार हो गया। जिसकी पुलिस द्वारा तलाश जारी है।