रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 5 फरवरी। विश्व कैंसर दिवस के उपलक्ष्य में शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग द्वारा विगत दिवस वेबीनार का आयोजन किया गया।
प्राचार्य डॉ.अमिताभ बैनर्जी के मार्गदर्शन में आयोजित इस वेबीनार में उषा अग्रवाल ने कैंसर के बढ़ते प्रकरणों पर चिंता जाहिर की तथा गृह विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ.संध्या वर्मा ने विश्व कैंसर दिवस क्यों मनाया जाता है इस विषय पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वेबीनार का प्रमुख उद्देश्य कैंसर के प्रति जागरूकता पैदा करना, कैंसर के लक्षण बचाव की जानकारी देना तथा कैंसर से होने वाली मौतों को कम करना है।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता कैंसर विशेषज्ञ डॉ यूसुफ मेमन ने कैंसर के कारणों की विस्तृत जानकारी देते बताया कि डबल्यूएचओ के अनुसार विश्व स्तर पर कैंसर मृत्यु का बहुत बड़ा कारण पाया गया है। 2018 में 18 मिलियन मामले कैंसर से संबंधित पाए गए जिनमें से भारत के ही 1.5 मिलियन मामले हैं।
इस गंभीरता को देखते हुए विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। जिसके थीम कभी-कभी सेल के जीन में क्षति होने के कारण भी कैंसर देखा जाता है। जीन में क्षति होने का कारण 15 प्रतिशत हमारा खानपान संबंधी गलत आदतें, हमारी दिनचर्या ,पर्यावरण प्रदूषण, तंबाकू, पान तथा सिगरेट का सेवन, गर्म चाय, कॉफी का प्लास्टिक कप या गिलास मे सेवन है। डॉ. मेमन ने बताया कि महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर, ओवेरियन कैंसर एवं सरविक्स कैंसर देखे जाते हैं।
इसलिए 40 वर्ष के बाद की महिलाओं को वर्ष में एक बार इसकी जांच करवा लेना चाहिए। आहार विशेषज्ञ डॉ. नंदा गुरुवारा ने बताया कि कैंसर में आहार का महत्व बहुत ज्यादा है उन्होंने प्रोटीन विटामिन खनिज लवण युक्त आहार देने की बातें कही साथ ही उन्होंने यह बताया कि लहसुन, अदरक, हल्दी, दालचीनी, ब्रोकली, गाजर रसीले फल का उपयोग जितना ज्यादा मात्रा में करेंगे। हम कैंसर से बचे रह सकते हैं दालचीनी में एंटी कैंसर गुण पाया जाता है। रसीले फल को उचित मात्रा में लिया जाए तो वह कैंसर के संभावनाओं को कम करता है ।
अलसी में बहुत ज्यादा फाइबर पाया जाता है, जो कि ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में फायदेमंद है। फैटी फिश कैंसर के खतरे को कम करती है।