राष्ट्रीय
गांधीनगर, 10 नवंबर | सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी गुजरात उपचुनावों में सभी आठ विधानसभा सीटें जीतने को लेकर आश्वस्त है, जिनके लिए मंगलवार को मतगणना जारी है। पार्टी के उम्मीदवार मोरबी और धारी को छोड़कर छह सीटों पर आगे चल रहे हैं। मोरबी और धारी में कांग्रेस सत्ताधारी पार्टी पर बढ़त बनाती दिख रही है।
इनमें से चार सीटों पर, भाजपा 10 दौर की मतगणना के बाद अपने कांग्रेस प्रतिद्वंद्वियों पर 10 हजार से अधिक मतों से बढ़त के साथ स्पष्ट जीत के प्रति आश्वस्त है।
लिमडी सीट पर, भाजपा सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री, किरीटसिंह राणा, अपने कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी चेतन खाकड़ पर 12 राउंड की मतगणना के बाद 15,000 से अधिक मतों (15,600) से जीत हासिल करने की ओर अग्रसर हो रहे हैं।
हालांकि, पार्टी ने जश्न नहीं मनाने का फैसला किया है, भले ही यह विजयी हो, क्योंकि भाजपा के जिला युवा अध्यक्ष मृगेश राठौड़ की बद्रीनाथ में एक दुर्घटना में मृत्यु हो गई।
11 राउंड के बाद, डांग के भाजपा उम्मीदवार विजयभाई पटेल भी अपने कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी सूर्यकांत गावित के ऊपर 15,000 से अधिक वोटों से आगे चल रहे हैं।
करजन में 12 राउंड की मतगणना के बाद, भाजपा उम्मीदवार अक्षय पटेल कांग्रेस के किरिटसिंह जडेजा से 10,000 से अधिक वोटों से आगे चल रहे हैं।
गढ़डा में (एससी उम्मीदवार के लिए आरक्षित) भाजपा उम्मीदवार आत्माराम परमार कांग्रेस के मोहनभाई सोलंकी से 10,000 से अधिक वोटों से आगे चल रहे हैं। (आईएएनएस)
नई दिल्ली / भोपाल, 10 नवंबर | मध्य प्रदेश में हुए उपचुनाव के रुझानों ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की उम्मीदों को धराशायी कर दिया है। दोपहर साढ़े 12 बजे तक भाजपा 19 सीटों पर, कांग्रेस 8 सीटों और बसपा 1 सीट पर आगे चल रही थी।
कांग्रेस को उपचुनावों में कम से कम 20 सीटें जीतने की उम्मीद थी लेकिन रुझान कुछ और ही बता रहे हैं। कांग्रेस ने राज्य में सत्ता में वापसी करने के लिए उपचुनावों में जोरदार प्रचार किया था क्योंकि नंबर गेम के मुताबिक पार्टी को कम से कम 22 सीटें जीतनी थीं लेकिन मतगणना के रुझान के मुताबिक पार्टी दोहरे अंक के आंकड़े पर भी नहीं पहुंच पाई है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा मार्च में 25 विधायकों के साथ पार्टी छोड़ने के बाद कमलनाथ की सरकार गिर गई थी। विधानसभा में बहुमत हासिल करने के लिए कांग्रेस को मध्य प्रदेश की सभी 28 सीटें जीतने की जरूरत थी। दूसरी ओर सत्तारूढ़ भाजपा को 116 के जादुई आंकड़े तक पहुंचने के लिए केवल 9 सीटों की जरूरत है।
230 सदस्यों वाली मध्य प्रदेश विधानसभा में अभी भाजपा के पास 107 विधायक, कांग्रेस के पास 88, बसपा के पास 2, सपा के पास 1 और निर्दलीय 4 विधायक हैं (आईएएनएस)
भारत में पत्रकारों पर हमलों को लेकर चिंताओं के बीच एक ही दिन में दो पत्रकारों की हत्या के मामले सामने आए हैं. चेन्नई में एक जमीन घोटाले का पर्दाफाश करने पर एक पत्रकार को मार दिया गया तो भोपाल में एक पत्रकार की लाश मिली.
डॉयचे वैले पर चारु कार्तिकेय की रिपोर्ट-
तमिलनाडु में राजधानी चेन्नई से सटे कांचीपुरम जिले के कुंद्राथूर में 27 वर्षीय टेलीविजन पत्रकार इसरावेल मोसेस पर कुछ लोगों ने उनके घर के बाहर हंसुओं से हमला कर मार डाला. मीडिया में आई खबरों के अनुसार मोसेस ने अपनी कई रिपोर्टों में कुंद्राथुर इलाके में गांजे की अवैध बिक्री और सरकारी जमीन की अवैध बिक्री का विषय उठाया था.
स्थानीय पुलिस ने इन दोनों गतिविधियों में शामिल एक गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. मोसेस के पिता येसुदास ने मीडिया को बताया की उनके बेटे को कुछ दिनों से एक गैंग से धमिकयां मिल रही थीं और उन्होंने इसके बारे में पुलिस को बता दिया था. तमिलनाडु के पत्रकार संगठन ने पुलिस पर मोसेस की मौत की जिम्मेदारी का आरोप लगाया है.
संगठन के अध्यक्ष सागैराज ने एक समाचार वेबसाइट से कहा कि मोसेस को धमकियों की जानकारी मिलने के बाद पुलिस को आवश्यक कदम उठाने चाहिए थे और उनकी सुरक्षा का इंतजाम भी करना चाहिए था. वो अब राज्य सरकार से मांग कर रहे हैं कि मोसेस के परिवार को 25 लाख रुपयों की मदद दी जाए और उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए. संगठन यह भी मांग कर रहा है कि राज्य में पत्रकारों की सुरक्षा के लिए एक कानून भी पास किया जाए.
भारत में पत्रकारों पर हमले होने के मामले आए दिन सामने आते रहते हैं. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार 2014 से अभी तक देश में कम से कम 22 पत्रकार मारे जा चुके हैं.
दूसरी तरफ भोपाल की राजधानी के बाहरी इलाके के जंगलों में पत्रकार सय्यद आदिल वहाब की लाश मिली है.35 वर्षीय वहाब एक स्थानीय टीवी समाचार चैनल के लिए काम करते थे. वो पिछले 24 घंटों से लापता थे और उनके परिवार वालों ने इस संबंध में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी.
जिन स्थानीय लोगों को उनकी लाश मिली उनका कहना है कि उनके सिर और चेहरे को कुचल दिया गया था. उनकी पहचान उनके कपड़ों से हुई. पुलिस का मानना है कि उनकी हत्या कहीं और की गई होगी और लाश को जंगलों में फेंक दिया गया होगा. हालांकि पुलिस अभी तक हत्या का कारण पता नहीं कर पाई है.
भारत में पत्रकारों पर हमले होने के मामले आए दिन सामने आते रहते हैं. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार 2014 से अभी तक देश में कम से कम 22 पत्रकार मारे जा चुके हैं. बीते कुछ सालों में पुलिस द्वारा पत्रकारों के खिलाफ फर्जी आरोप लगाने और उन्हें गिरफ्तार कर लेने के मामलों में भी चिंताजनक रूप से बढ़ोतरी हुई है.
भोपाल, 10 नवंबर| मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा क्षेत्रों में मतगणना का दौर जारी है। सभी विधानसभा क्षेत्रों के रुझान भी सामने आ गए हैं। भाजपा भारी बढ़त बनाए हुए है और 17 सीटों पर आगे चल रही है, वहीं कांग्रेस को 9 स्थानों पर बढ़त है तो बसपा दो सीटों पर आगे चल रही है। भारत निर्वाचन आयोग की साइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, सभी 28 सीटों में डाक मतपत्र के बाद ईवीएम से गिनती जारी है। कई स्थानों पर दो से ज्यादा राउंड की गिनती हो चुकी है। अब जो तस्वीर उभर रही है उसके मुताबिक भाजपा को बड़ी बढ़त है। भाजपा 17, कांग्रेस 9 और बसपा 2 सीटों पर आगे चल रही है। शिवराज सिंह चौहान सरकार के तीन मंत्री मंत्री ओ.पी.एस भदौरिया, एदल सिंह कंसाना और गिर्राज दंडौतिया पीछे चल रहे हैं।
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का कहना है कि राज्य के कार्यकर्ता ने यह चुनाव लड़ा है, उनका परिश्रम रहा है। बड़े नेताओं ने मेहनत करने में कसर नहीं छोड़ी।
भाजपा भले ही बढ़त लिए हुए हो मगर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का कहना है कि कांग्रेस को जीत मिलेगी।
मतगणना का सिलसिला डाकमत पत्रों की गिनती के साथ हुआ, साढ़े आठ बजे से ईवीएम की गिनती शुरु हुई।
राज्य में कुल 355 उम्मीदवार मैदान में है। इस बार भाजपा और कांग्रेस के अलावा बसपा ने सभी 28 विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवार मैदान में उतारे। उसके अलावा सपा ने भी 14 क्षेत्रों के लिए उम्मीदवार तय किए थे। (आईएएनएस)
बेंगलुरु, 10 नवंबर| कर्नाटक में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी राज्य की राजराजेश्वरी नगर और तुमकुरु में सिरा विधानसभा सीटों पर मंगलवार को क्रमश: आठवें और पांचवें दौर की मतगणना के बाद आगे चल रही है। आरआर नगर में, भाजपा के एन मुनिरत्न आठवें दौर के अंत में कांग्रेस के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एच. कुसुमा से लगभग 22,000 वोटों से आगे चल रहे थे।
दोनों सीटों पर जेडी (एस) के तीसरे स्थान पर रहना मालूम पड़ता है, जहां वोक्कालिगा समुदाय के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं और यह समुदाय वर्षों से जेडी-एस का सबसे बड़ा आधार रहा है।
आरआर नगर में, कांग्रेस ने एक नया चेहरा -दिवंगत आईएएस अधिकारी डीके रवि की विधवा कुसुमा एच को उतारा। उन्हें जनता दल-सेक्युलर के वी. कृष्णमूर्ति और भाजपा के मुनिरत्न के खिलाफ उतारा गया।
नतीजों का बीएस येदियुरप्पा सरकार की स्थिरता पर कोई असर नहीं होगा। (आईएएनएस)
पटना, 10 नवंबर | बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जहां मतगणना का दौर जारी है, वहीं मतगणना के प्रारंभिक दौर में दोनों गठबंधनों में कड़ी टक्कर दिख रही है। इधर, कई चैनलों द्वारा एक्जिट पोल में बहुमत मिलने के करीब दिखने के बाद मतगणना के प्रारंभिक रूझानों में राजद के पिछड़ने के बाद राजद के कार्यकर्ता मायूस हैं। हालांकि उनमें अभी भी उन्हें आशा है।
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास के बाहर कार्यकतार्ओं की भीड़ लगी हुई है तथा सुरक्षा बढ़ा दी गई है। राजद कार्यालय में लोगों की आवाजाही है, लेकिन उनकी संख्या काफी कम है।
राबड़ी देवी आवास के सामने पत्रकारों और राजद कार्यकर्ताओं की भीड़ है। कई कार्यकर्ता राजद नेता तेजस्वी यादव की तस्वीर लेकर पहुंचे हैं।
मनेर से पहुंचे कार्यकर्ता नरेंद्र कुमार को अभी भी आशा है कि इस चुनाव में तेजस्वी के नेतृत्व में सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि वे यहां खुशी में शरीक होने आए हैं।
तेजस्वी की तस्वीर लेकर आए एक कार्यकर्ता ने कहा, तेजस्वी यादव के नेतृत्व में नया बिहार बनेगा।
तेजस्वी यादव के युवा समर्थक हाथों में गुलदस्ते लेकर भी यहां पहुंचे। यहां पहुंचने वालों में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के प्रशंसक भी शामिल हैं। वैसे, प्रारंभिक दौर में पिछड़ने के बाद पटना पहुंचे कई राजद प्रशंसकों में निराशा भी है, लेकिन कार्यकर्ता अभी चुनाव परिणाम का इंतजार कर रहे हैं। (आईएएनएस)
चंडीगढ़, 10 नवंबर| हरियाणा में बरोदा विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के लिए मतगणना जारी है। शुरुआती रुझानों में कांग्रेस उम्मीदवार इंदुराज नरवाल अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और भाजपा उम्मीदवार योगेश्वर दत्त से कम अंतर से आगे चल रहे हैं। तीसरे दौर की मतगणना के बाद, कांग्रेस को 8,708 वोट मिले हैं, जबकि भाजपा को 6,659 वोट मिले हैं। मतगणना 20 दौर की होगी।
एकमात्र सीट के लिए हुए उपचुनाव के लिए मतों की गिनती सुबह 8 बजे शुरू हुई।
सात निर्दलियों सहित 14 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा।
1.81 लाख मतदाताओं में से 68 प्रतिशत मतदाताओं ने 3 नवंबर को अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।
मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच है।
इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) ने जोगिंदर सिंह मलिक को मैदान में उतारा।
तीन बार के कांग्रेस विधायक श्री कृष्ण हुड्डा के निधन के बाद उपचुनाव कराने की जरूरत हुई।
सोनीपत जिले में बरोदा कांग्रेस नेता और दो बार के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़ माना जाता है, जिन्होंने अपने सांसद बेटे दीपेंद्र हुड्डा के साथ आक्रामक प्रचार किया। (आईएएनएस)
इंफाल/कोहिमा, 10 नवंबर| मणिपुर में सत्ताधारी भाजपा के उम्मीदवार दो विधानसभा सीटों पर और विपक्षी कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवार एक-एक सीट पर आगे हैं जबकि नागालैंड में दो सीटों पर दो निर्दलीय उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
इम्फाल में चुनाव अधिकारियों ने कहा कि भाजपा के उम्मीदवार वांगोई और सैतु सीटों पर, कांग्रेस उम्मीदवार वांगजिंग-टेंथा में और एक निर्दलीय उम्मीदवार लिलॉन्ग सीट पर आगे चल रहे हैं।
7 नवंबर को मणिपुर की चार विधानसभा सीटों और 3 नवंबर को नागालैंड की दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे।
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार गिनसुआन्हू को 22 अक्टूबर को चुड़ाचांदपुर जिले की सिंघट सीट से निर्विरोध चुन लिया गया था, क्योंकि निर्दलीय उम्मीदवार चिनलुन्थांग ने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली थी।
नागालैंड में, दक्षिणी अंगामी-1 और पुंग्रो-किफिरे दोनों सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार आगे चल रहे हैं।
मंगलवार सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मणिपुर और नागालैंड में वोटों की गिनती शुरू हुई और कोविड-19 दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन किया जा रहा है। (आईएएनएस)
पटना, 10 नवंबर| बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर मंगलवार को जारी मतगणना में प्रारंभिक रूझान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर रही है। हालांकि यह प्रारंभिक दौर है। चुनाव आयोग द्वारा जारी मतगणना की स्थिति में बताया गया है कि 243 सीटों में से 242 सीटों के रूझान सामने आ गए हैं, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 73 सीटों पर आगे दिख रही है। भाजपा की सहयोगी पार्टी जदयू 50 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
राजग में शामिल विकासशील इंसान पार्टी सात सीटों पर आगे है।
इधर, महागठबंधन में राजद सबसे अधिक 59 सीटों पर जबकि कांग्रेस 21 सीटों पर आगे चल रही है। वामपंथी दल 19 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं। राजग से अलग होकर चुनाव मैदान में उतरी लोकजनशक्ति पार्टी 4 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। प्रारंभिक रूझानों में दोनों गठबंधनों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है।
बिहार में तीन चरणों 28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को मतदान का कार्य किया गया था। 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 122 सीटें आवश्यक है। (आईएएनएस)
गुरुग्राम, 10 नवंबर| गुरुग्राम में 28 वर्षीय एक महिला ने कथित तौर यहां के पेइंग गेस्ट (पीजी) के सीलिंग फैन से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सेक्टर-14 में पीजी के केयरटेकर ने पुलिस को घटना की सूचना दी।
पुलिस के अनुसार, मृतका की पहचान अन्नू श्रीवास्तव के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के कानपुर की निवासी है। वह गुरुग्राम में एक निजी कंपनी में मैनेजर थी। महिला अकेली रहती थी।
पीड़िता की मां सुधा श्रीवास्तव ने मृतका के मंगेतर सुधांशु श्रीवास्तव पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। आरोपी उत्तर प्रदेश का रहने वाला है और वह गुरुग्राम में एक निजी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम करता था।
शिकायतकर्ता ने कहा कि अन्नू और सुधांशु आठ साल से एक-दूसरे को जानते थे। परिवार की सहमति से दोनों की शादी 11 दिसंबर को होनी थी।
पीड़िता की मां ने कहा, "शादी की तैयारी चल रही है, लेकिन सुधांशु और उनकी मां गीता श्रीवास्तव अन्नू से दहेज के रूप में सोने के गहने की मांग कर रहे थे और उनकी मांग पूरी नहीं होने पर शादी को रद्द करने की धमकी दे रहे थे।"
उन्होंने आगे कहा, "उन्होंने बार-बार शादी तोड़ने की धमकी दी। परेशान होकर उसने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इसके अलावा, आरोपी ने कई मौकों पर पीड़िता के साथ दुर्व्यवहार भी किया था।"
गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता सुभाष बोकन ने कहा, "सोमवार को सुधांशु ने अन्नू को फोन किया था, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हो रही थी। उन्होंने पीड़िता की सहेली लक्ष्मी को अन्नू को देखने के लिए कहा और पता करने को कहा कि वह उसका फोन कॉल का जवाब क्यों नहीं दे रही है। लक्ष्मी जब पीड़िता के पीजी में पहुंची, तो उसने पीड़िता को अपने कमरे के अंदर छत के पंखे से लटका पाया। उसने तुरंत पीजी के केयरटेकर को सूचित किया, जिसने पुलिस को मामले की सूचना दी।"
शव को सोमवार शाम को परिजनों को सौंप दिया गया।
उन्होंने आगे कहा, "मृतका की मां द्वारा सेक्टर -14 पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई शिकायत में उस व्यक्ति के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। आगे की जांच जारी है।" (आईएएनएस)
गांधीनगर, 10 नवंबर| सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मंगलवार को गुजरात में उपचुनावों में प्रारंभिक रुझानों में आठ में से सात सीटों पर आगे चल रही है। चुनाव आयोग के अनुसार, भाजपा सात सीटों पर आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस एक सीट पर आगे चल रही है।
इस साल जून में हुए राज्यसभा चुनावों से पहले कांग्रेस के विधायकों के इस्तीफा देने के बाद गुजरात में आठ सीटों पर उपचुनाव हुए। उनमें से पांच बाद में भाजपा में शामिल हो गए और भगवा पार्टी के टिकट पर उपचुनाव लड़ रहे हैं।
जिन आठ विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव हुए, उनमें अब्दसा, डांग, धारी, गढ़डा, कपराडा, करजन, लिंबडी और मोरबी शामिल हैं।
एग्जिट पोल के अनुसार, गुजरात में भाजपा के अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है, क्योंकि उसके आठ में से छह से सात सीटें जीतने की भविष्यवाणी की गई है। (आईएएनएस)
पटना, 10 नवंबर| बिहार विधानसभा चुनाव में मतगणना जारी है। इस बीच राघोपुर से महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के लिए चेहरा और राजद के नेता तेजस्वी यादव जहां राघोपुर सीट से आगे चल रहे हैं, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी इमामगंज में पीछे चल रहे हैं। प्रारंभिक रुझानों में दोनों गठबंधनों में कांटे की टक्कर देखी जा रही है। वैशाली जिले की हॉटशीट राघोपुर में राजद के प्रत्याशी तेजस्वी यादव भाजपा से 700 से अधिक वोटों से आगे चल रहे हैं। इधर, पूर्व मुख्यमंत्री मांझी इमामगंज में 2,000 से अधिक वोटों से पीछे चल रहे हैं। इमामगंज में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और राजद प्रत्याशी उदय नारायण चौधरी आगे हैं।
इधर, मिल रहे प्रारंभिक रुझानों में बिहार के 243 सीटों में से 240 सीटों के रुझान सामने आ गए हैं। इसमें राजग जहां 117 सीटों पर आगे है वहीं महागठबंधन 113 और अन्य 10 सीटों पर आगे चल रहे हैं। हालांकि, आंकड़ें लगातार बदल रहे हैं। (आईएएनएस)
भोपाल, 10 नवंबर | मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा क्षेत्रों में मतगणना का दौर जारी है। शुरुआत में जिन 20 सीटों के रुझान आए हैं, उनमें से 13 पर भाजपा आगे है और 6 पर कांग्रेस आगे है। वहीं बसपा ने एक सीट पर बढ़त बनाई है। भारत निर्वाचन आयोग की साइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, सभी 28 सीटों पर मतगणना जारी है। शुरुआत में जो 20 सीटों का रुझान सामने आया है, इनमें भाजपा बढ़त बनाए हुए है और लगातार सिलसिला बढ़त का जारी है। अब तक भाजपा 13 और कांग्रेस छह स्थानों पर आगे चल रही है। वहीं एक सीट पर बसपा के उम्मीदवार बढ़त बनाए है।
विधानसभा के उप-चुनाव के शुरुआती रुझान को लेकर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ का कहना है कि प्रदे की जनता पर उनका भरोसा है कि जनता सच्चाई का साथ देगी।
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का कहना है कि राज्य के कार्यकर्ता ने यह चुनाव लड़ा है, उनका परिश्रम रहा है। बड़े नेताओं ने मेहनत करने में कसर नहीं छोड़ी।
भाजपा के पक्ष में भले ही शुरुआती बढ़त मिलती नजर आ रही है, मगर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का कहना है कि कांग्रेस को जीत मिलेगी।
मतगणना का सिलसिला डाकमत पत्रों की गिनती के साथ हुआ, साढ़े आठ बजे से ईवीएम की गिनती शुरु हुई।
राज्य में कुल 355 उम्मीदवार मैदान में है। इस बार भाजपा और कांग्रेस के अलावा बसपा ने सभी 28 विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवार मैदान में उतारे। उसके अलावा सपा ने भी 14 क्षेत्रों के लिए उम्मीदवार तय किए थे।
मतगणना स्थलों के आसपास राजनीतिक दलों के नेता, कार्यकर्ताओं के साथ आम लोगों का भी जमावड़ा शुरु हो गया है। सभी यही जानना चाहते हैं कि नतीजा क्या आ रहा है।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 10 नवंबर| दिल्ली के लोग मंगलवार की सुबह बेहद प्रदूषित हवा के बीच जागे क्योंकि यहां की हवा की गुणवत्ता बेहद 'गंभीर' स्थिति में है। भारत के मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि ओवरऑल एयर क्वालिटी इंडेक्स 761 पर था क्योंकि पीएम10 प्रमुख प्रदूषक था। वहीं शहर में ²श्यता सीमा सुबह 9 बजे 192 मीटर पर थी। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) ने दिल्ली की वायु गुणवत्ता को गंभीर श्रेणी में डाल दिया है। सफर ने कहा कि पीएम10 प्रदूषक 573 पर गंभीर श्रेणी में है जबकि पीएम2.5 प्रदूषक भी 384 की गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है।
बता दें कि 0-50 के बीच का एक्यूआई अच्छा माना जाता है, वहीं 51-100 के बीच संतोषजनक, 101-200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच गंभीर/खतरनाक चिह्न्ति किया गया है। (आईएएनएस)
लखनऊ, 10 नवंबर (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश की 7 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा को पांच, सपा बसपा और निर्दलीय को एक-एक सीटों पर शुरूआती रूझानों में बढ़त दिख रही है। चार चक्र की गणना के बाद भाजपा ने अब उन्नाव की बांगरमऊ, फिरोजाबाद की टूंडला सुरक्षित, बुलंदशहर की बुलंदशहर सदर, देवरिया की देवरिया सदर तथा कानपुर शहर की घाटमपुर सुरक्षित सीट पर बढ़त बना ली है। अमरोहा की नौगावां सादात सीट पर सपा आगे चल रही है। सपा को जौनपुर की मल्हनी सीट पर झटका लग रहा है। निर्दलीय धनंजय सिंह बढ़त पर हैं। निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के अनुसार, कानपुर शहर के घाटमपुर विधानसभा उपचुनाव में मतों की गणना के तीसरे चक्र की गणना में मामला एक बार फिर उलट गया है। यहां पर भाजपा के प्रत्याशी उपेंद्र नाथ पासवान ने बसपा के उम्मीदवार कुलदीप शंखवार पर बढ़त बना ली है। पासवान अब 655 वोट की बढ़त पर हैं। भाजपा को 4,437, बसपा को 3,782, सपा को 2,125 तथा कांग्रेस को 1,592 वोट मिले हैं।
टूंडला उपचुनाव में आठवें चरण में भाजपा आगे चल रही है। सातवें चरण में भाजपा के प्रेमपाल सिंह धनगर को 14,747 वोट मिले हैं, सपा के महाराज सिंह धनगर को 10,510 वोट मिले हैं। बसपा के संजीव चक को 10,515 वोट मिले हैं। भाजपा के प्रेमपाल सिंह धनगर 4,232 वोट से आगे चल रहे हैं।
बुलंदशहर में दूसरे चरण में भी भजापा प्रत्याशी की बढ़त बरकार है। दूसरे राउंड में भाजपा प्रत्याशी ऊषा सिरोही को 6,335 वोट मिले हैं, बसपा प्रत्याशी हाजी यूनुस को 4,517 मत मिले।
सभी दल अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। इन सात सीटों में से छह भारतीय जनता पार्टी के पास थीं, जबकि जौनपुर की मल्हनी से सपा के कद्दावर नेता रहे पारसनाथ यादव विजयी हुए थे। देखना महत्वपूर्ण होगा कि भाजपा छह सीटों में से कितनों पर जीत हासिल कर प्रतिष्ठा बनाए रखने में कामयाब रहती है।
यूपी में विधानसभा की सात सीटों पर हुए उपचुनाव की मतगणना जारी है। ईवीएम से 9 महिलाओं सहित 88 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। वैसे इनके परिणाम से योगी सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा, लेकिन सत्तारुढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के बीच प्रतिष्ठा का प्रश्न जरूर है। साथ ही बसपा और कांग्रेस का प्रदर्शन भी चर्चा का विषय रहेगा।
पटना, 10 नवंबर | विदेश से पढ़ाई कर बिहार विधानसभा चुनाव में खुद को मुख्यमंत्री पद की दावेदार बताकर मैदान में उतरीं पुष्मप प्रिया को निराशा हाथ लगी है। दोनों सीटों पर उन्हें गिनती के वोट मिले हैं। बिस्फी सीट पर वह नोटा से भी कम वोट हासिल कर पाई हैं। बांकीपुर विधानसभा सीट पर पुष्पम प्रिया को सिर्फ 121 वोट मिले हैं। जबकि तीन बार के भाजपा विधायक नितिन नवीन 2,385 वोटों के साथ बढ़त बनाए हुए हैं। इस सीट पर अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे कांग्रेस प्रत्याशी लव सिन्हा को अब तक 1,097 वोट मिले हैं। इस सीट पर फिलहाल 3,860 वोटों की गणना हुई है।
वहीं दूसरी बिस्फी सीट पर पुष्पम प्रिया को सिर्फ 49 वोट मिले हैं। इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी हरिभूषण ठाकुर 5,541 वोटों के साथ बढ़त बनाए हुए हैं। जबकि राजद प्रत्याशी डॉ. फैयाज अहमद को 3,383 वोट मिले हैं। इस प्रकार पुष्पम प्रिया को इस सीट पर नोटा से भी कम वोट मिले हैं। यहां पर 181 वोट फिलहाल नोटा को गए हैं। अभी इस सीट पर 9,802 वोटों की गणना हुई है।
बता दें कि जदयू के पूर्व एमएलसी विनोद चौधरी की बेटी पुष्पम प्रिया ने बिहार चुनाव से पहले अखबारों में कई पेज के विज्ञापन देकर खुद को मुख्यमंत्री पद की दावेदार घोषित कर सनसनी फैला दी थी। उन्होंने प्लुरल्स नामक पार्टी का गठन कर कई सीटों पर प्रत्याशी उतारे और खुद दो सीटों से चुनाव लड़ीं। लेकिन मतदाताओं में वह प्रभाव छोड़ने में नाकाम दिख रहीं हैं।(आईएएनएस)
भुवनेश्वर, 10 नवंबर (आईएएनएस)| सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) ओडिशा के बालासोर और तिर्तोल विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के लिए मंगलवार को हो रही मतगणना के मुताबिक आगे चल रही है। उपचुनाव 3 नवंबर को हुए थे।
चुनाव अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और कोविड-19 दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करते हुए मतगणना शुरू हुई।
शुरुआती रुझान के अनुसार, दोनों सीटों पर बीजद के उम्मीदवार आगे चल रहे हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पीछे चल रही है।
नतीजे बालासोर के छह और तिर्तोल के नौ उम्मीदवारों सहित कुल 15 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे।
बीजद ने तिर्तोल सीट पर दिवंगत विधायक बिष्णु चरण दास के बेटे बिजय शंकर दास को मैदान में उतारा, जबकि राजकिशोर बेहरा भाजपा के उम्मीदवार हैं और कांग्रेस ने हिमांशु भूषण मल्लिक को उम्मीदवार बनाया।
भाजपा ने बालासोर सीट पर दिवंगत विधायक मदन मोहन दत्ता के पुत्र मानस कुमार दत्ता को मैदान में उतारा, जबकि स्वरूप दास बीजद के उम्मीदवार हैं, और कांग्रेस की उम्मीदवार ममता कुंडू हैं।
बालासोर में भाजपा विधायक मदन मोहन दत्ता और तिर्तोल में बीजद विधायक बिष्णु चरण दास के निधन से दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में उपचुनाव कराना जरूरी हो गया था।
- बल्ला सतीश
ऐश्वर्या रेड्डी दिल्ली के प्रतिष्ठित लेडी श्रीराम कॉलेज से गणित में स्नातक कर रहीं थीं
'मेरी मौत के लिए कोई ज़िम्मेदार नहीं है. मैं अपने घर में कई ख़र्चों की वजह हूं. मैं उन पर बोझ बन गई हूं. मेरी शिक्षा एक बोझ है. मैं पढ़ाई के बिना ज़िंदा नहीं रह सकती.'
ये अंतिम शब्द हैं जो अपने शहर की टॉपर रही ऐश्वर्या रेड्डी ने सुसाइड नोट में लिखे हैं.
हैदराबाद के पास शाद नगर की रहने वाली ऐश्वर्या ने बारहवीं की परीक्षा में 98 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल कर अपना शहर टॉप किया था और वो दिल्ली के प्रतिष्ठित लेडी श्रीराम कॉलेज में गणित में स्नातक कर रहीं थीं.
लॉकडाउन के दौरान उन्हें वापस अपने घर जाना पड़ा जहां आर्थिक परिस्थितियों की वजह से उनके लिए पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो गया.
ऐश्वर्या ने दो नवंबर को आत्महत्या कर ली थी. वो ऑनलाइन पढ़ाई जारी रखने के लिए एक लैपटॉप ख़रीदना चाहती थीं लेकिन उनका परिवार कोशिशों के बाद भी ये ज़रूरत पूरी नहीं कर सका था.
अब ऐश्वर्या के घर के बाहर भीड़ है और उनकी तस्वीर के साथ बैनर लगे हैं. लोग और नेता उनके घर पहुंचकर अफ़सोस ज़ाहिर कर रहे हैं. उनके परिवार की आर्थिक मदद की अपील भी की जा रही है.
ऐश्वर्या के पिता एक मैकेनिक हैं और उनकी मां घर पर ही सिलाई करके गुज़र-बसर के लिए जितना हो सकता है कमाने की कोशिश करती हैं.
ये परिवार एक दो कमरों के घर में रहता है जिसके एक कमरे में ऐश्वर्या रहतीं थीं और अपनी पढ़ाई करती थीं. रसोई और सिलाई मशीन दूसरे कमरे में है जहां उनकी मां काम करती है.
परिवार क़र्ज़ में है. ऐश्वर्या की ज़रूरत पूरी करने के लिए उन्होंने घर गिरवी रखने की कोशिश की थी लेकिन नाकाम रहा.
ऐश्वर्या ने हर ओर से निराश होने के बाद मुख्यमंत्री केसी रामाराव के बेटे और आईटी मंत्री केटी रामाराव को ट्वीट भी किया था. उन्होंने मदद के लिए सोनू सूद को भी ट्वीट किया था.
ऐश्वर्या ने भारत सरकार के साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग की ओर से दी जाने वाली इंस्पायर स्कॉलरशिप के लिए भी आवेदन किया था.
अपने सुसाइड नोट में ऐश्वर्या ने लिखा है, 'कृपया देखिएगा कि कम से कम एक साल के लिए इंस्पायर स्कॉलरशिप जारी कर दी जाए.'
बीबीसी से बात करते हुए उनकी मां सुमांथी ने बताया कि वो उनके बहुत क़रीब थी और हर छोटी-छोटी बात उनसे बताती थी.
ऐश्वर्या रेड्डी बारहवीं की परीक्षा में अपने शहर के टॉपरों में शामिल थीं.
सुमांथी कहती हैं, 'हमें कुछ आर्थिक दिक्कतें थीं लेकिन हमने उससे कहा था कि उसकी शिक्षा से जुड़ी हर ज़रूरत को पूरा किया जाएगा.'
ऐश्वर्या के परिवार ने उनकी शिक्षा जारी रखने के लिए सोना गिरवी रखकर भी क़र्ज़ लिया था. उनकी छोटी बहन ने सातवीं क्लास के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी ताकि बड़ी बहन की पढ़ाई चलती रहे.
दसवीं में टॉप करने के बाद शहर के एक निजी स्कूल में उनकी इंटरमीडिएट की पढ़ाई मुफ़्त हुई थी.
ऐश्वर्या के परिजनों का कहना है कि वो बाकी बचे दो सालों की पढ़ाई पर होने वाले ख़र्च को लेकर चिंतित थीं. पहले साल की पढ़ाई पूरी होने के बाद उसे हॉस्टल भी खाली करना था.
ऐश्वर्या की मौत की ख़बर के बाद अब राजनीतिक और सामाजिक संगठकों के कार्यकर्ता और नेता उनके घर पहुंच रहे हैं.
सोमवार को स्थानीय और राष्ट्रीय मीडिया के पत्रकार भी उनके घर जुटे रहे.
दिल्ली में कांग्रेस के छात्र संगठन ने केंद्रीय मानव संशाधन मंत्री डॉ. आरपी निशंक के घर के बाहर धरना प्रदर्शन किया है.
आरोप है कि ऐश्वर्या को इंस्पायर स्कॉलरशिप के लिए चुन लिया गया था लेकिन फंड जारी नहीं हुआ था.
कांग्रेस नेता श्रीवत्स ने ट्विटर पर सवाल किया, "ऐश्वर्या को इंस्पायर स्कालरशिप क्यों नहीं दी गई? ऑनलाइन एजुकेशन को लेकर सरकार की नीति क्या है? लैपटॉप और इंटरनेट के लिए ग़रीब बच्चे क्या करें?"(bbc)
नई दिल्ली, 10 नवंबर | दिल्ली कैपिटल्स के आलराउंडर मार्कस स्टॉयनिस ने रविवार को आईपीएल-13 के क्वालीफायर-2 में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ बतौर ओपनर बल्ले से आक्रामक पारी खेलने के बाद गेंदबाजी में भी शानदार प्रदर्शन करके टीम को फाइनल तक पहुंचाया। स्टोयनिस ने बल्लेबाजी में 38 रन की आक्रामक पारी खेलने के अलावा गेंदबाजी में 26 रन देकर तीन विकेट झटके और उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया।
मैच में एक समय ऐसा लग रहा था कि हैदराबाद के बल्लेबाज केन विलियम्सन मैच को दिल्ली से दूर लेकर जा रहे थे, लेकिन तभी स्टॉयनिस ने ऑफ कटर गेंद पर विलियम्सन को कगिसो रबादा के हाथों कैच कराकर मैच को दिल्ली के पक्ष में मोड़ दिया।
आउट होने से पहले कीवी कप्तान ने 44 गेंदों पर 67 रनों की पारी खेली। स्टॉयनिस ने विलियम्सन को आउट करने से पहले वैसी ही गेंद पर मनीष पांडे को भी आउट किया था।
हैदराबाद को हराकर दिल्ली पहली बार आईपीएल के फाइनल में पहुंची है, जहां अब मंगलवार को उसका सामना मौजूदा चैंपियन मुंबई इंडियंस होगा।
मुंबई के पास कीरन पोलार्ड, हार्दिक पांड्या और क्रुणाल पांड्या जैसे विस्फोटक बल्लेबाज मौजूद है और स्टॉयनिस की धीमी तथा विविधता वाली गेंदें एक बार फिर से दिल्ली के लिए अहम हो सकती है।
स्टॉयनिस ने मैच के बाद रविवार को कहा था, " मैं यह देखना चाहता था कि अपने ग्रिप को बदलने के बाद क्या मैं विकेट ले रहा हूं या वाइड यॉर्कर और धीमी गेंदों के साथ अपनी रणनीति बदल रहा हूं। इस प्रारुप में गेंदबाजी करना हमेशा से मुश्किल होता है। मैदान में उतरने से पहले योजना बनाना, अच्छे आइडिया के साथ उतरना और अपने कप्तान और कोच तथा अपनी रणनीति में अलग-अलग बल्लेबाजों से बात करना है।"
स्टॉयनिस इस सीजन में अब तक 352 रन बनाने के अलावा 12 विकेट भी ले चुके हैं।(आईएएनएस)
लखनऊ, 10 नवंबर | भगवान राम की नगरी अयोध्या में चतुर्थ दीपोत्सव को योगी आदित्यनाथ सरकार बेहद यादगार बना रही है। इस दौरान दीपोत्सव को भव्य स्वरूप देने के लिए आकर्षक लेजर शो आयोजित किया जाएगा। इसके माध्यम से ही भगवान राम के अयोध्या आगमन का चित्रण किया जाएगा। करीब पांच सौ वर्ष बाद अयोध्या में रामजन्मभूमि स्थल पर दीपावली की पूर्व संध्या पर दिवाली से भी बड़ा उत्सव होगा। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि दीपोत्सव में अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित इस लेजर शो के माध्यम से भगवान श्रीराम के अयोध्या आगमन का चित्रण किया जाएगा। भगवान श्रीराम के अयोध्या आगमन पर नगरवासियों द्वारा उनके स्वागत में प्रज्जवलित किए गए दीपों की जगमगाहट का चित्रण भी इस लेजर शो के माध्यम से देखने को मिलेगा।
उन्होंने बताया कि लेजर शो भगवान श्रीराम के अयोध्या आगमन पर नगरवासियों की प्रसन्नता और उनके स्वागत में किए गए आयोजन को भी दर्शाएगा। इसमें शंख और घण्टियों की ध्वनि का समावेश होगा। भारत के विभिन्न क्षेत्रों में प्रचलित नृत्यों जैसे भरतनाट्यम, ओडिसी, मणिपुरी, कुचिपुड़ी और कथक नृत्य को भी लेजर शो के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा।
प्रवक्ता ने बताया कि इसके अंर्तगत भगवान श्रीराम की रावण पर विजय के बाद उनके अयोध्या आगमन के दृश्य को चित्रित करेगा। भगवान श्रीराम की स्तुति 'श्रीराम चंद्र पालु भजमन' भी पृष्ठभूमि में सुनने को मिलेगी। लेजर द्वारा वर्चुअल आतिशबाजी का कार्यक्रम दीपोत्सव का एक प्रमुख आकर्षण होगा।
ज्ञात हो कि योगी आदित्यनाथ सरकार का अयोध्या में यह चौथा दीपोत्सव है। बाकी आयोजनों की तरह इसमें भी 5़51 लाख दीपक प्रज्जवलित कर एक नया रिकर्ड बनाने की तैयारी है। इन दीपकों को जलाने में करीब आठ हजार स्वयंसेवकों (एनसीसी, एनएसएस, स्काउट और स्वयंसेवी संस्थाओं के लोगों) की मदद ली जाएगी। नगर के अलग-अलग वार्डो में दीपक जलाने और साज-सज्जा भी कराई जाएगी।(आईएएनएस)
दुबई, 10 नवंबर | दिल्ली कैपिटल्स टीम पहली बार आईपीएल के फाइनल में पहुंची है और पूरी टीम इस बार खिताब जीतने को लेकर काफी आश्वस्त नजर आ रही है। मुख्य कोच रिकी पोंटिग भी मानते हैं कि इस बार दिल्ली के पास पहली बार चैम्पियन बनने के लिए जरूरी 'आग' है। दिल्ली की टीम को मंगलवार को दुबई में ही चार बार की चैम्पियन मुम्बई इंडियंस से भिड़ना है।
पोंटिंग ने मैच पूर्व संध्या पर कहा, "हम में मुम्बई को हराने के लिए जरूरी आग है। मुम्बई की टीम अगर सोच रही होगी कि एक टीम जिससे उसे नहीं भिड़ना चाहिए था वह हम हैं। हमने इस पूरे टूर्नामेंट में जिस तरह का प्रदर्शन किया है। हालात को अपने अनुरूप किया है, उससे मुझे लगता है कि हम खिताब जीत सकते हैं।"
पोंटिंग ने हालांकि यह माना कि टूर्नामेंट में यहां तक का सफर इनकी टीम के लिए काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है।
पोंटिंग ने कहा, "हमारी आकांक्षाएं काफी ऊंची थीं। हमें पता था कि हमारी टीम काफी अच्छी है। हमने शानदार शुरुआत की लेकिन बाद में हम लय से भटक गए। इसके बाद हमारे खिलाड़ियों ने दो अच्छे मैच निकाले और अब हमारे सामने टूर्नामेंट का सबसे बड़ा मैच है और हमें यकीन है कि तीसरी बार भी हम लकी साबित होंगे।"
दिल्ली की टीम पहली बार फाइनल में पहुंची है। दिल्ली डेयरडेविल्स के रूप में खेलते हुए इस टीम ने 2008 और 2009 में सेमीफाइनल खेला था लेकिन इसके बाद कई सालों तक वह प्लेऑफ भी नहीं खेल सकी थी। बीते साल इस टीम ने नए नाम के साथ प्लेऑफ खेला और अब फाइनल खेल रही है।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 10 नवंबर | भारत पूर्व मलेशियाई सरकार के कट्टरता को बढ़ावा देने वाले कथित कार्यक्रम और साहित्य का अध्ययन कर रहा है, क्योंकि इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक ने पिछले चार वर्षों से मलेशिया में शरण ली हुई है और भारत में नाइक के खिलाफ आतंकी गतिविधियों और धनशोधन के आरोपों की जांच कर रही है। शीर्ष सरकारी सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
सूत्र ने कहा कि सरकार पूर्व मलेशियाई सरकार के कथित कट्टरतापूर्ण कार्यक्रमों का अध्ययन कर रही है कि क्या इसका इस्तेमाल भारतीय संदर्भ में किया हो सकता है।
नाइक पर भारत में अभद्र भाषा के साथ-साथ धनशोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) के आरोप लगे हैं। नवंबर 2016 में भारत की आतंकवाद-रोधी एजेंसी ने नाइक के खिलाफ एक मामला दायर किया, जिसमें उन पर धार्मिक घृणा और गैरकानूनी गतिविधि को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया था।
मलेशिया में महाथिर बिन मोहम्मद सरकार के दौरान, देश में एक मजबूत कट्टर नीति अपनाई गई।।
मलेशिया की कट्टर या डेराडिकेलिशन पहल धार्मिक पुनर्वास कार्यक्रम है, जो पुन: शिक्षा और पुनर्वास पर आधारित है।
सरकार ने कट्टरपंथ का मुकाबला करने में विभिन्न राज्यों द्वारा अपनाई गई रणनीतियों का अध्ययन करने के लिए अधिकारियों की एक टीम भी बनाई है।
केंद्र ने देश भर के सुरक्षा प्रतिष्ठानों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं, ताकि सभी राज्यों पर लागू होने वाले रोड मैप को कट्टरपंथी व्यक्तियों की पहचान और उनका पीछा करने के लिए विकसित किया जा सके।
केंद्र ने यह भी कहा है कि विभिन्न विभागों और संगठनों के जिला और जमीनी स्तर के अधिकारियों को कट्टरता के बारे में संवेदनशील बनाया जाना चाहिए। क्योंकि वे अपने नियमित कामकाज में ऐसी परिस्थितियों का सामना करते हैं।
निर्देशों में कहा गया है कि कट्टरता में व्याप्त व्यक्तियों का डेटाबेस तैयार होना चाहिए और इसमें विशेषज्ञ मनोवैज्ञानिक की सेवाओं का भी उपयोग किया जाए। इस दिशा में कट्टर गतिविधियों की पहचान के लिए पांच-छह प्रेरक कारकों को जानने पर भी जोर दिया गया है।
इसमें आगे बताया गया है कि टीमों को व्यावहारिक रणनीतियों के लिए एक रोडमैप तैयार करना चाहिए।
केंद्र ने विशेष रूप से कहा कि अतीत में कई आतंकी लिंक सीधे या अन्यथा हैदराबाद के साथ जुड़े थे। इसलिए कहा गया है कि टीमों को इसके पीछे के कारणों का अध्ययन करना चाहिए और समस्या का समाधान करना चाहिए।
भारत में इस्लामिक स्टेट के प्रभाव के बारे में बात करते हुए राज्य मंत्री (गृह मंत्रालय) जी. किशन रेड्डी ने 16 सितंबर को कहा था कि विभिन्न राज्यों के व्यक्तियों के कुछ उदाहरण हैं, जिनमें दक्षिणी राज्य शामिल हैं, जो इस्लामिक स्टेट (आईएस) में शामिल हो गए हैं। इसके बारे में सुरक्षा एजेंसियों को भनक लगी है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने तेलंगाना, केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु में आईएस की उपस्थिति से संबंधित 17 मामले दर्ज किए हैं और 122 आरोपी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की जांच से पता चला है कि आईएस केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और जम्मू और कश्मीर में सबसे अधिक सक्रिय है।(आईएएनएस)
चेन्नई, 10 नवंबर | राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) ने सोमवार को इस दिवाली के दौरान देश भर में पटाखों की बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। तमिलनाडु पटाखे एवं एमोर्सेस मैन्युफैक्च र्स एसोसिएशन (तनफमा) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एनजीटी के इस कदम को आतिशबाजी उद्योग के लिए बड़ा झटका करार दिया है।
एनजीटी ने देशभर में नौ नवंबर मध्यरात्रि से लेकर 30 नवंबर आधी रात तक सभी प्रकार के पटाखों की बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध देश के हर उस शहर और कस्बे पर लागू होगा, जहां नवंबर के महीने (पिछले साल के उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार) में वायु गुणवत्ता खराब या उससे ऊपर की श्रेणियों में दर्ज की गई थी।
राजधानी दिल्ली में प्रदूषण इन दिनों खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। आने वाले दिनों में दिवाली का त्योहार है, ऐसे में अगर पटाखे जलाए गए, तो प्रदूषण के साथ-साथ कोरोना महामारी भी भयानक रूप ले लेगी, जिसके चलते एनजीटी ने एहतियात के तौर पर यह बड़ा फैसला लिया है।
उद्योग के अधिकारियों ने कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी, ताकि भविष्य में उठाए जाने वाले कदमों पर विमर्श हो सके।
तनफमा के सचिव और अनिल फायरवर्क्स के सीईओ एस. बालाजी ने कहा, एनजीटी का आदेश अगले दो सत्रों के लिए हमारे उद्योग को प्रभावित करेगा और तीसरे वर्ष से सामाय स्थिति हो सकेगी, क्योंकि कोई अन्य प्रतिकूल आदेश उद्योग के खिलाफ पारित नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा, पूरी प्रणाली ध्वस्त हो सकती है। कई अन्य उद्योग जैसे प्रिंटिंग, पेपर बोर्ड व अन्य पटाखे उद्योग पर निर्भर है, जो कि लाखों लोगों को रोजगार प्रदान करते हैं।
उनके अनुसार, एनसीआर, पंजाब, राजस्थान और अन्य उत्तर भारतीय राज्य प्रमुख पटाखा बाजार हैं और इन क्षेत्रों में लोग दिवाली को भव्य तरीके से मनाते हैं। मगर एनजीटी के हालिया आदेश से उद्योग पर काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि पटाखों से निकलने वाला धुआं गाड़ियों से निकलने वाला धुएं जितना खतरनाक नहीं है, क्योंकि यह जल्द ही हवा में फैल जाता है।
एनजीटी को भेजे गए अपने बयान में एसोसिएशन ने कहा कि कोरोना महामारी में अयोध्या मंदिर निर्माण की 'पूजा' के दौरान पूरे उत्तर प्रदेश में आतिशबाजी के साथ जश्न मनाया गया।
एसोसिएशन ने कहा, पटाखे फोड़ने से कोविद के मामलों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई। तमिलनाडु के शिवकाशी में 1,200 से अधिक आतिशबाजी कारखाने हैं, जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लगभग आठ लाख से अधिक लोगों को रोजगार देते हैं।
यह भी कहा गया है कि फैक्ट्रियां प्रतिदिन पटाखों की गुणवत्ता की जांच करती हैं।
एसोसिएशन ने कहा है कि दुनिया में कहीं भी किसी भी देश ने अपने त्योहारों को मनाने के लिए कोविड महामारी के दौरान पटाखों पर प्रतिबंध नहीं लगाया है।
तमिलनाडु के विरुधुनगर जिले के शिवकाशी में देश के पटाखों का लगभग 90 प्रतिशत उत्पादन होता है और शहर में और इसके आसपास 1,070 पटाखा इकाइयां हैं।
लगभग 3,00,000 कर्मचारी सीधे तौर पर कार्यरत हैं, जबकि अन्य 5,00,000 लोग इससे संबंधित क्षेत्रों में काम करते हैं।(आईएएनएस)
मॉस्को, 10 नवंबर | रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उप प्रधानमंत्रियों की संख्या नौ से बढ़ाकर 10 करने के आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, कैबिनेट के आधिकारिक वेबसाइट ने सोमवार को कहा कि रूसी प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्तीन ने ऊर्जा मंत्री अलेक्जेंडर नोवाक को दसवें उप प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त करने का प्रस्ताव रखा।
इस बीच, पुतिन ने इससे पहले कई मंत्रियों को उनके पद पर से हटाया और मिशुस्तिन ने इन पदों के लिए उम्मीदवारों को प्रस्तावित करते हुए कहा कि उनके पास विभिन्न उद्योगों में व्यापक अनुभव है।
अपने दैनिक ब्रीफिंग में क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने सरकार के फेरबदल को एक रेगुलर रोटेशन बताया।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 10 नवंबर | बिल्डर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (बीएआई) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीमेंट उद्योग में मुनाफाखोरी और गुटबाजी रोकने के लिए सीमेंट नियामक प्राधिकरण के गठन की मांग की है। पांच नवंबर, 2020 को लिखे गए एक पत्र में बीएआई के अध्यक्ष मू. मोहन ने कहा है कि इस तरह के नियामक के गठन से सीमेंट उद्योग में अनैतिक ढंग से हो रहे व्यापार के चलन की रोकथाम में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि अवैध और अनैतिक तरीके से हो रहे इस व्यापारिक चलन से देश के आर्थिक विकास पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है और इससे आम आदमी के हितों के साथ-साथ निर्माण उद्योग के हितों को भी भारी नुकसान हो रहा है।
बीएआई ने यह मांग विभिन्न तरह की संवैधानिक संस्थाओं, समितियों की सिफारिशों और संसदीय समितियों को भेजे गये प्रपत्रों के आधार पर की है।
पत्र में बीएआई ने लिखा है कि भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने तथ्यात्मक तौर पर पाया है कि सीमेंट उद्यमियों ने आपस में ही गुट बना लिया है, जिसके जरिए सीमेंट की बिक्री की दरों को आसानी से प्रभावित और नियंत्रित किया जाता है। इसे देखते हुए आयोग ने 10 सीमेंट उद्यमियों और सीमेंट मैन्युफैक्च रिंग एसोसिएशन पर 6,307.32 करोड़ रुपये का जुमार्ना भी लगाया है।
पत्र में वाणिज्य मंत्रालय से जुड़ी संसदीय समिति के अवलोकन की रिपोर्ट का भी हवाला दिया गया है। फरवरी, 2011 को राज्यसभा में पेश की गई 'परफॉर्मेंस ऑफ सीमेंट इंडस्ट्री' शीर्षक वाली 95वीं रिपोर्ट में सीमेंट उद्योग के? लिए नियामक प्राधिकरण की सिफारिश की गई थी।(आईएएनएस)