खेल
रायपुर, 24 जून। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अध्यक्ष छत्तीसगढ ओलम्पिक एसोसिएशन के मार्गदर्शन में अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक दिवस भव्य रूप से मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में विधायक कुलदीप जुनेजा एवं वर्चुवल रूप से भारतीय ओलिंपिक संघ के महासचिव राजीव मेहता, खेल मंत्री उमेश पटेल, स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, स्वेता सिन्हा आयुक्त खेल एवं युवा कल्याण, छत्तीसगढ़ ओलिंपिक संघ के महासचिव गुरुचरण सिंह होरा, उपाध्यक्ष बसीर अहमद खान, विजय अग्रवाल, कैलाश मुररका, विष्णु श्रीवास्तव, अतुल शुक्ला, एवं अन्य पदाधिकारी गण उपस्थित थे अतिथियों द्वारा केक काट कर सेलिब्रेट किया गया
मुख्य श्री जुनेजा ने खिलाडिय़ों को संबोधित करते हुए अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक दिवस की शुभकामनाएं दी और कहा कि छत्तीसगढ़ ओलिंपिक संघ द्वारा आयोजित प्रतियोगिता के लिए महासचिव श्री होरा के निरन्तर खेल के प्रति कार्य और लगन से छत्तीसगढ़ के खेलो को बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने खिलाडिय़ों से कहा कि कोरोना महामारी में सावधानी बरते और अपना ख्याल रखे।
पुरस्कार समारोह के दौरान श्री होरा ने आयोजन के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री की ही प्रेरणा है, जिसकी वजह से एक बेहतर आयोजन हो पाया है। 27 जिलों से 3000 प्रतिभागियों ने भाग लिया। छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य होगा, जहां इस तरह का आयोजन किया गया। होरा ने सभी खिलाडिय़ों को अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक दिवस की शुभकामनाएं दी और कहा कि कोरोना काल में हिम्मत करके यह आयोजन किया है। खेल और खिलाडिय़ों को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। सरकार से भी पूरी मदद मिल रही है, जिसकी वजह से ऐसा संभव हो सका है।
इस अवसर पर वर्चुवल रूप से अतिथि के रूप में जुड़े भारतीय ओलिंपिक संघ के महासचिव राजीव मेहता ने छत्तीसगढ़ ओलिंपिक संघ द्वारा आयोजित प्रतियोगिता के लिए सराहनीय कदम बताया और उन्होंने खिलाडिय़ों और संघ के पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दी। साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ आने की इच्छा जाहिर की। उन्होंने कहा कि श्री होरा खेल के प्रति छत्तीसगढ़ राज्य स्तर पर जो लगन के साथ कार्य कर रहे है वह सराहनीय है। उनके काम करने का तरीका बहुत अलग और काफी अच्छा है, पहले छत्तीसगढ़ के खेलों को बढ़ावा नही मिला। लेकिन भूपेश सरकार के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ के खेलों को बहुत ज्यादा बढ़ावा मिल रहा है। छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ इस दिशा में बेहतर कार्य कर रहा है।