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टोक्यो पैरालंपिक: पाँच गोल्ड, आठ सिल्वर और छह ब्रॉन्ज़ मेडल के साथ भारत का शानदार सफ़र
06-Sep-2021 9:24 AM
टोक्यो पैरालंपिक: पाँच गोल्ड, आठ सिल्वर और छह ब्रॉन्ज़ मेडल के साथ भारत का शानदार सफ़र

भारत ने टोक्यो पैरालंपिक में कुल 19 मेडल जीतते हुए अब तक का अपना सबसे शानदार प्रदर्शन किया है.

भारतीय खिलाड़ियों ने पैरालंपिक में कुल पाँच गोल्ड मेडल, आठ सिल्वर और छह ब्रॉन्ज़ मेडल जीता.

बैंडमिंटन में सिल्वर मेडल जीतने वाले सुहास यतिरात. सुहास आईएएस अधिकारी भी हैं.
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बैंडमिंटन में सिल्वर मेडल जीतने वाले सुहास यतिरात. सुहास आईएएस अधिकारी भी हैं.

खेल के आख़िरी दिन भारत के बैडमिंटन खिलाड़ी कृष्णा नागर ने बैडमिंटन में गोल्ड और सुहास यतिराज ने बैडमिंटन में ही सिल्वर मेडल जीता.

अपने इस प्रदर्शन के साथ पदक तालिका में भारत 26वें स्थान पर पहुंच गया है. 93 गोल्ड मेडल के साथ कुल 199 मेडलों के साथ चीन पहले जबकि 41 गोल्ड के साथ कुल 122 मेडल लेकर ब्रिटेन दूसरे स्थान पर बना हुआ है.

गोल्ड मेडल विजेता
इस पैरालंपिक खेलों में भारत ने जो पाँच गोल्ड मेडल हासिल किए हैं, उनमें से दो शूटिंग, दो बैडमिंटन और एक जैवलिन थ्रो में मिला है.

इस बार देश के लिए सबसे पहला गोल्ड मेडल अवनि लेखारा ने महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफ़ल शूटिंग मुक़ाबले में हासिल किया था.

दूसरा गोल्ड मेडल सुमित एंटिल ने भाला फेंकने में प्राप्त किया.

इसके बाद मनीष नरवाल ने 50 मीटर पिस्टल की शूटिंग प्रतियोगिता में तीसरा, प्रमोद भगत ने बैडमिंटन में देश के लिए चौथा और कृष्णा नागर ने बैडमिंटन में ही देश को पाँचवा गोल्ड मेडल दिलाया.

गोल्ड मेडल के लिहाज से भारत का इससे पहले का सबसे बढ़िया प्रदर्शन 2016 के रियो पैरालंपिक में था.

उस समय, भारत को दो गोल्ड मेडल और कुल चार मेडल मिले थे. वहीं 2016 के पहले देश को कुल मिलाकर केवल दो ही गोल्ड मेडल हासिल हुए थे.

इसका मतलब यह हुआ कि 2020 के पहले तक भारत ने पैरालंपिक खेलों के इतिहास में कुल चार गोल्ड मेडल प्राप्त किए थे.

टोक्यो पैरालंपिक खेलों में अब तक प्राप्त हुए पाँच गोल्ड मेडल को इस लिहाज से भारत का सबसे बढ़िया प्रदर्शन कहा जाएगा.

सिल्वर मेडल
टोक्यो पैरालंपिक खेलों में भारत ने अब तक कुल आठ सिल्वर मेडल प्राप्त किए हैं. इनमें से एथेलेटिक्स में सबसे ज्यादा पाँच सिल्वर मेडल मिले हैं.

हालांकि भारत ने 2020 खेलों के पहले तक जितने भी पैरालंपिक मेडल हासिल किए थे, उनमें सिल्वर मेडल की कुल संख्या केवल चार ही थी. इनमें से दो 1984 के खेलों में मिले थे, जबकि एक-एक 2012 और 2016 के पैरालंपिक खेलों में प्राप्त हुए थे.

इस बार देश के लिए सबसे पहला सिल्वर मेडल टेबल टेनिस के एकल मुक़ाबले में भाविना पटेल ने जीता था. उनके बाद निषाद कुमार ने हाई जंप में, तो योगेश कथुनिया ने चक्का फेंक प्रतियोगिता में सिल्वर हासिल किया.

देंवेद्र झाझरिया ने भाला फेंकने में सिल्वर प्राप्त किया. इसके बाद, मरियप्पन थंगावेलू और प्रवीण कुमार दोनों ने हाई जंप में सिल्वर मेडल अपने और देश के नाम किए.

शूटिंग के 50 मीटर पिस्टल मुक़ाबले में सिंहराज अढ़ाना ने भी एक सिल्वर मेडल प्राप्त किया है. नोएडा के डीएम और बैडमिंटन खिलाड़ी सुहास यतिराज ने खेल के आख़िरी दिन रविवार को सिल्वर मेडल अपने नाम किया.

ब्रॉन्ज़ मेडल
2020 के पैरालंपिक खेलों में देश की झोली में अब तक 6 ब्रॉन्ज़ मेडल आए. इनमें से एथेलेटिक्स और शूटिंग में दो-दो, आर्चरी और बैडमिंटन में एक-एक ब्रॉन्ज़ हासिल हुए हैं.

सबसे पहले सुंदर सिंह गुर्जर ने भाला फेंकने में ब्रॉन्ज़ मेडल प्राप्त किया, तो सिंहराज अढ़ाना ने शूटिंग के 10 मीटर एयर पिस्टल मुक़ाबले में ब्रॉन्ज़ अपने नाम किया. सिंहराज ने उसके बाद शूटिंग के 50 मीटर पिस्टल मुक़ाबले में भी सिल्वर मेडल हासिल किया.

उसके बाद शरद कुमार ने हाई जंप में तो अवनि लेखारा ने शूटिंग के 50 मीटर राइफ़ल मुक़ाबले में ब्रॉन्ज़ मेडल प्राप्त किया.

इस तरह इस बार के पैरालंपिक खेलों में अवनि लेखारा और सिंहराज अढ़ाना दो ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अपने-अपने नाम दो मेडल किए हैं.

आर्चरी में हर​विंदर सिंह ने तो बैडमिंटन में मनोज सरकार ने भी इस बार ब्रॉन्ज़ मेडल हासिल किया है.

भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर भारतीय खिलाड़ियों को पैरालंपिक में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए ख़ूब बधाई दी है.

उन्होंने मेडल जीतने वाले सभी खिलाड़ियों से फ़ोन पर बात करते हुए व्यक्तिगत रूप से शुभकामनाएं भी दी हैं. (bbc.com)

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