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कोरियाई लहर की जद में दुनिया
09-Oct-2021 3:19 PM
कोरियाई लहर की जद में दुनिया

दुनिया पर कोरियाई संस्कृति का असर 2013 में 'गंगनम स्टाइल' गाने की रिलीज के साथ ही होने लगा था. इसके बाद पॉप ग्रुप बीटीएस, फिल्म पैरासाइट और टीवी सीरीज स्व्किड गेम ने इसे और लोकप्रिय बनाया.

डॉयचे वैले पर अविनाश द्विवेदी की रिपोर्ट

दुनिया में कोरियाई संस्कृति का प्रभाव बढ़ रहा है. हाल ही में ऑक्सफर्ड इंग्लिश डिक्शनरी में शामिल किए गए शब्दों पर भी इसका असर दिखा. इस साल 26 नए कोरियाई शब्दों को इस प्रतिष्ठित डिक्शनरी में जगह मिली. इनमें से ज्यादातर शब्द कोरियाई खान-पान और संस्कृति से जुड़े हैं.

इन शब्दों को शामिल करने के मौके पर ऑक्सफर्ड इंग्लिश डिक्शनरी ने कहा, "हम सभी कोरियाई लहर के शिखर पर सवार हैं." इस बात का प्रमाण डिक्शनरी में जोड़े गए शब्दों से भी मिलता है. इन शब्दों में से एक है- 'हालयू'. इसका मतलब ही होता है, 'दक्षिण कोरिया और इसकी लोकप्रिय संस्कृति में बढ़ती अंतरराष्ट्रीय रुचि, जिसकी झलक दक्षिण कोरियाई संगीत, फिल्मों, टीवी, फैशन और खाने की अंतरराष्ट्रीय सफलता में देखने को मिलती है."

टेक्नोलोजी नहीं संस्कृति
दुनिया दक्षिण कोरियाई संस्कृति का असर साल 2012 से बढ़ा. इसकी शुरुआत करीब एक दशक पहले गंगनम स्टाइल गाने के साथ हुई थी, जिसे कोरियाई रैपर साई ने गाया था. इसके बाद बीटीएस, स्व्किड गेम और पैरासाइट ने इसे और लोकप्रिय बनाया. इस तरह सैमसंग, हुंडई, एलजी और किया जैसी कंपनियों की वजह से दुनियाभर में पहचाना जाने वाला दक्षिण कोरिया अब के-पॉप, के-ड्रामा, किमची, तोफू, किमबाप (एक व्यंजन) और सोजू (एक पेय) जैसी चीजों से पहचाना जाने लगा है.

दशक भर पहले तक दक्षिण कोरिया की जो पहचान टेक्नोलोजी के चलते थी, वह अब संस्कृति ने ले ली है. के-पॉप और के-ड्रामा दुनियाभर में इस संस्कृति के ध्वजवाहक हैं. के-पॉप यानी कोरियन पॉप म्यूजिक, जिसे 2016 में ही ऑक्सफर्ड डिक्शनरी में शामिल किया जा चुका है. के-ड्रामा, यानी ऐसी टीवी सीरीज, जो कोरियाई भाषा में हो और उसे दक्षिण कोरिया में बनाया गया हो. यह शब्द अब की बार इस डिक्शनरी में शामिल हुआ है.

हॉलीवुड बनाम के-ड्रामा
जानकार कहते हैं कि दक्षिण कोरियाई टीवी, हॉलीवुड का सबसे बड़ा प्रतिद्वंदी बन चुका है. खासकर कोरोना काल में इसे बहुत फायदा हुआ. इस दौरान कोरियाई ट्रेंड डलगोना कॉफी को जैसी सफलता मिली, वैसी ही सफलता के-ड्रामा को भी मिली. दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर कोरियन स्टडीज में असिस्टेंट प्रोफेसर सत्यांशु श्रीवास्तव बताते हैं कि 2012 में पूरी दुनिया में अपनी धाक मनवाने से बहुत पहले से ही कोरियाई संस्कृति पूर्वी एशिया, चीन और जापान में लोकप्रियता पा चुकी थी. जिसे आज के-ड्रामा के नाम से जाना जा रहा है, वैसे कोरियाई टीवी सीरियल भारत के पूर्वोत्तर राज्यों, चीन, जापान, लाओस, वियतनाम और कंबोडिया जैसे इलाकों में 1990 के दशक से ही काफी लोकप्रिय रहे हैं.

उनके मुताबिक इन सीरियल का विविध जॉनर जैसे- साइंस-फिक्शन, रोमांस, हॉरर और ऐतिहासिक थीम पर आधारित होना, इन्हें एक बड़ी ऑडियंस के साथ जोड़ता है. कुछ जानकार कहते हैं कि ये सीरियल अक्सर 16 से 24 एपिसोड में खत्म हो जाते हैं. यह बात भी इनके प्रति लोगों की रुचि बढ़ाती है. हालांकि कुछ पारिवारिक और ऐतिहासिक सीरियल 50 से अधिक एपिसोड तक भी खिंचे हैं. और कुछ की लोकप्रियता इतनी ज्यादा रही है कि उनके अगले सीजन भी आ चुके हैं.

इंटरनेट का योगदान
इसके अलावा पिछले कुछ सालों से लंबे बालों और कान में बालियां पहनने वाले सात स्टाइलिश लड़कों का बैंड बीटीएस भी दुनियाभर में धूम मचाए हुए है. के-पॉप को दुनिया में पॉपुलर करने में यह सबसे आगे रहा है. अमेरिका और यूरोप के देशों में इसके एल्बम चार्ट में टॉप पर रहते हैं. ट्विटर पर इसके दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे इन से 20 गुना ज्यादा फॉलोवर्स हैं. बैंड दावा करता है कि दक्षिण कोरिया में ट्विटर पर एक करोड़ फॉलोवर्स का आंकड़ा भी सबसे पहले उसी ने पार किया था.

इसके बारे में सत्यांशु श्रीवास्तव कहते हैं, "असली बदलाव इंटरनेट ने किया है. यूट्यूब जैसे ऑनलाइन वीडियो प्लेटफॉर्म तक लोगों की पहुंच आसान होने के बाद कोरियाई गाने और सीरियल सीमाओं को तोड़ते हुए यूरोप और अमेरिका तक पहुंच गए."

बोलचाल पर भी असर
ऑक्सफर्ड की लिस्ट में शामिल नए शब्दों में बहुत से खाने से जुड़े हुए हैं. जैसे- बंचन, बुल्गोगी, किमबाप, जपचाई. कला से जुड़े कोरियन शब्द मैनवा को भी डिक्शनरी में जगह मिली है. यह कार्टून और कॉमिक्स का एक ऐसा जॉनर है, जो कुछ-कुछ जापानी मंगा कला से प्रभावित है. लेकिन मजेदार शब्दों में से एक है 'मुकबंग'. यूट्यूब पर इसे सर्च करेंगे तो लाखों की संख्या में इससे जुड़े रिजल्ट मिल जाएंगे. इस शब्द का मतलब है, एक खास तरह के वीडियो, जो अक्सर लाइवस्ट्रीम किए जाते हैं. इनमें एक या दो लोग बैठकर बड़ी मात्रा में खाना खाते हैं और साथ ही साथ दर्शकों से बातचीत भी करते हैं.

ऑक्सफर्ड इंग्लिश डिक्शनरी ने इन शब्दों को शामिल करते हुए यह भी कहा कि इतने सारे कोरियाई शब्दों को शामिल करना अंग्रेजी बोलने वाले लोगों के भाषाई प्रयोग में आए बदलावों को मान्यता देना भी है. कोरियाई संस्कृति से अंग्रेजी में जगह बनाने वाले ऐसे ही शब्द हैं- ऐगयो (मासूम) और डेबाक (जबरदस्त). इन्हें आम अंग्रेजी बोलचाल में भी इस्तेमाल में लाया जा रहा है.

यूं तो कोरियाई संस्कृति को दुनिया में लोकप्रिय बनाने वाली भाषा अंग्रेजी ही रही है लेकिन अब इसमें भी बदलाव आ रहा है. बोलने वालों की संख्या के हिसाब से कोरियाई भाषा दुनिया में 15वें स्थान पर है लेकिन दुनिया में कोरियाई भाषा के प्रति लोगों की दीवानगी तेजी से बढ़ रही है. भाषाएं सीखने के प्लेटफॉर्म 'डुओलिंगो' पर कोरियन भाषा सातवीं सबसे ज्यादा सीखी जा रही भाषा है.

आर्थिक फायदे भी
पिछले कुछ सालों में कोरिया से जुड़ी चीजों को दुनियाभर में सराहा भी गया है. ऑस्कर विजेता कोरियाई फिल्म 'पैरासाइट' ब्रिटेन में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली गैर-अंग्रेजी फिल्म रही. पॉप ग्रुप बीटीएस के एल्बम कई देशों में चार्ट में सबसे ऊपर रहे. फिलहाल टीवी सीरीज स्क्विड गेम, अब तक नेटफ्लिक्स पर सबसे ज्यादा देखी गई टीवी सीरीज बनने की ओर बढ़ रही है. भारतीय नेटफ्लिक्स पर यह कई दिनों से टॉप 10 लिस्ट में बनी हुई है और इस शो के 95 फीसदी से ज्यादा व्यूज कोरिया के बाहर से आ रहे हैं.

सत्यांशु बताते हैं, "दरअसल जो दक्षिण कोरियाई लहर हमें दिखाई पड़ रही है, वह अपने आप हुआ कोई बदलाव न होकर दक्षिण कोरियाई सरकार और उद्योगों की संगठित कोशिश है. दक्षिण कोरिया अपनी सॉफ्ट पावर के तौर पर टीवी और म्यूजिक इंडस्ट्री को बढ़ावा देता है. फिलहाल दक्षिण कोरिया में टूरिस्ट कंपनियां हाल्लयू टूरिज्म भी चला रही हैं. इसमें विदेश से आने वाले लोगों को अलग-अलग फिल्मों और सीरियल्स की शूटिंग लोकेशन पर घुमाया जाता है. यही हाल खाने से जुड़ी इंडस्ट्री का है. रेडीमेड कोरियाई खाने की मांग भारत में बढ़ी है."

नेटफ्लिक्स की दुनियाभर में सफलता में कोरियन ड्रामा (के-ड्रामा) का भी खासा योगदान रहा है. दक्षिण कोरिया को इससे आर्थिक फायदा भी हुआ है. हाल ही में में नेटफ्लिक्स ने कोरियाई टीवी कार्यक्रमों की सफलता के बारे में एक वीडियो भी रिलीज किया था. इस वीडियो में नेटफ्लिक्स ने बताया था कि साल 2016 से 2020 के बीच करीब 4.8 अरब डॉलर योगदान दिया है. इसके अलावा वहां 16 हजार फुल टाइम नौकरियां दी हैं. वहीं एक अनुमान के मुताबिक पिछले साल बीटीएस के चलते दक्षिण कोरिया की अर्थव्यवस्था को लगभग पांच अरब डॉलर का फायदा हुआ है. (dw.com)
 

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