अंतरराष्ट्रीय
ब्रितानी सरकार ने चौंकाते हुए औपचारिक बयान जारी कर रूस द्वारा यूक्रेन में अपने समर्थक नेता को स्थापित करने को लेकर चेताया है.
ब्रिटेन का यह बयान ऐसा समय में आया है जब यूक्रेन को लेकर क्षेत्र में तनाव बढ़ रहा है.
ब्रिटेन के विदेश, कॉमनवेल्थ ऐंड डेवलपमेंट ऑफिस (एफसीडीओ) ने कहा कि यूक्रेन के पूर्व सासंद येवहेन मुरायेव क्रेमलिन के संभावित उम्मीदवार हो सकते हैं.
ब्रिटेन ने रूस को फिर चेतावनी दी है यूक्रेन से छेड़छाड़ के गंभीर परिणाम होंगे.
ब्रिटिश विदेश मंत्री लिज ट्रुस ने शनिवार को बयान जारी कर कहा, ''आज जारी की गई जानकारी से पता चलता है कि यूक्रेन को पटरी से उतारने के रूस की तरफ से किस हद तक कोशिश की जा रही है.''
उन्होंने आगे कहा, ''रूस को निश्चित रूप से पीछे हटना चाहिए और अपने आक्रामक और झूठ से भरे अभियान को खत्म कर कूटनीति के रास्ते पर जाना चाहिए. जैसा कि यूके और हमारे सहयोगियों ने बार-बार कहा है कि यूक्रेन में रूस द्वारा किसी तरह की सैन्य कार्रवाई एक बड़ी राजनीतिक भूल होगी और इसके गंभीर परिणाम होंगे.''
एफसीडीओ ने कहा कि हमारी जानकारी से ऐसा लग रहा है कि रूसी सरकार यूक्रेन पर हमले और कब्जे के बारे में सोच रही है लेकिन उससे पहले वह कीव में एक रूस समर्थक नेता को स्थापित करना चाहती है.
आपको बता दें कि ऐसी रिपोर्ट्स आईं है कि रूस ने यूक्रेन पर हमले के लिए सीमा पर 1 लाख सैनिकों को तैनात किया है. हालांकि रूस किसी भी तरह के हमले की योजना से इनकार करता आ रहा है.
एफसीडीओ के अनुसार पूर्व यूक्रेनियन सांसद येवहेन मुरायेव को एक रूस समर्थक नेता के तौर पर स्थापित करने पर विचार किया जा रहा है, इसके अलावा भी रूसी इंटेलिजेंस एजेंसियां पूर्व उपप्रधानमंत्री और कार्यवाहक पीएम रहे सरहिय अर्बुजोव, आंद्रे क्यलुयेव समते कई पूर्व यूक्रेनी नेताओं के संपर्क में है.
एफसीडीओ का कहना है कि इनमें से कुछ नेता यूक्रेन पर हमले की तैयारी कर रही रूसी सुरक्षा एजेंसियों के संपर्क में हैं.
बयान में कहा गया है, ''यूक्रेन के मुद्दे पर रूस का रुख साफ है, हम उसके अतंरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त सीमा (जिसमें क्रीमिया भी शामि है) के अंदर उसकी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का स्पष्ट तौर पर समर्थन करते हैं. यूक्रेन एक आजाद और संप्रभु राष्ट्र है.''
गौरतलब है कि यूके की ओर से कई ब्रिटिश सैनिकों को 2015 से ही यूक्रेन की सेना को ट्रेनिंग देने के लिए वहां भेजा जा रहा है.
ब्रिटेन ने 2015 में रूस के हमले के बाद यूक्रेन की नौसेना को फिर से तैयार करने के लिए भी मदद का भरोसा दिया है. इसी हफ्ते की शुरुआत में यूके ने यूक्रेन में अतिरिक्त सैनिक और हथियार भेजने का ऐलान किया है. (bbc.com)