अंतरराष्ट्रीय
यूक्रेन पर जापान द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों से नाराज़ रूस ने कहा है कि वो दोनों देशों के बीच द्वितीय विश्वयुद्ध के समय से विवादित रहे द्वीपों में सैन्य अभ्यास शुरू करेगा.
रूस ने ये एलान दोनों देशों के बीच चल रही शांति वार्ता से दूरी बनाने के कुछ दिन बाद किया है.
दोनों देशों के बीच चार द्वीपों को लेकर विवाद है. इन द्वीपों को रूस सदर्न कुरिल्स कहता है और जापान नॉर्दन टेरिटरीज़. दोनों के बीच ये विवाद करीब 70 साल पुराना है.
इस विवाद की वजह से ही रूस और जापान ने अभी तक द्वितीय विश्वयुद्ध को ख़त्म करने के लिए हुए एक शांति समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं.
इस सप्ताह की शुरुआत में रूस ने कहा था कि वो जापान के साथ इस समझौते को लेकर चल रही वार्ता से अलग हो रहा है. रूस के अनुसार यूक्रेन पर रूस की कार्रवाई के बाद तोक्यो के कड़े रुख की वजह से ये निर्णय लिया गया है.
अब रूस की ईस्टर्न मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट ने कहा है कि वो 3000 से अधिक सैनिकों और सैकड़ों सैन्य उपकरणों के साथ इन द्वीपों में सैन्याभ्यास करेगी.
इससे पहले शांति वार्ता से अलग होने और विवादित द्वीपों में संयुक्त आर्थिक परियोजनाओं को रोकने को लेकर जापान ने रूस की आलोचना की थी.