अंतरराष्ट्रीय
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के ख़िलाफ़ सोमवार को अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा. कंज़र्वेटिव पार्टी के कई सांसदों ने पत्र लिखकर कहा है कि वो पार्टी में जॉनसन का नेतृत्व नहीं चाहते.
कोरोना महामारी के दौरान नियमों का उल्लघंन करने और ड्राउनिंग स्ट्रीट में पार्टी करने को लेकर बोरिस जॉनसन की आलोचना हो रही है. एक वरिष्ठ अधिकारी सू ग्रे की रिपोर्ट में इसका दावा किया गया था.
बोरिस जॉनसन ने ब्रिटेन में लॉकडाउन के दौरान पार्टी में जाकर नियम तोड़ने पर माफ़ी भी मांगी थी. लेकिन, ये मामला ठंडा नहीं हुआ है और कई सासंद बोरिस जॉनसन पर पद छोड़ने को लेकर दबाव बना रहे हैं.
कंज़र्वेटिव पार्टी में नेतृत्व को चुनौती देने के लिए कम से कम 15 प्रतिशत मौजूदा सांसदों को पत्र लिखकर यह बताना होता है कि उनका अब प्रधानमंत्री पर विश्वास नहीं है. फिलहाल कंज़र्वेटिव पार्टी के 359 सांसद हैं और अविश्वास जताने के लिए 54 सांसदों की ज़रूरत है.
ये पत्र सर ग्राहम ब्रैडी को दिया गया है जो सभी बैकबेंच कंज़र्वेटिव सांसदों का प्रतिनिधित्व करने वाले संसदीय समूह- 1922 कमेटी के मौजूदा अध्यक्ष हैं.
सांसद एक गुप्त बैलेट में मतदान करेंगे. अविश्वास प्रस्ताव पास होने के लिए उन्हें बहुमत की ज़रूरत होगी. अगर सभी सांसद मतदान करते हैं तो बोरिस जॉनसन को जीतने के लिए आधे से एक ज़्यादा यानी 180 मतों की ज़रूरत होगी.
अगर जॉनसन हारते हैं तो नेतृत्व के लिए और चुनाव होगा जिसमें बोरिस जॉनसन हिस्सा नहीं ले पाएंगे. लेकिन, अगर वो जीत जाते हैं तो सांसद एक साल तक दोबारा उनके ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव नहीं ला पाएंगे. (bbc.com)