अंतरराष्ट्रीय

एक नयी किताब में जूलियन असांजे को प्रताड़ित किए जाने का दावा
07-Jun-2022 8:27 PM
एक नयी किताब में जूलियन असांजे को प्रताड़ित किए जाने का दावा

(मैथ्यू रिकेट्सन, डीकिन विश्वविद्यालय)

जिलॉन्ग (ऑस्ट्रेलिया), सात जून। यह भूलना आसान है कि जूलियन असांजे पर इंग्लैंड में मुकदमा क्यों चल रहा है।

क्या असांजे ने स्वीडन में कथित तौर पर दो महिलाओं का यौन उत्पीड़न नहीं किया था? क्या इसीलिए वह आरोपों का सामना करने से बचने के लिए लंदन में इक्वाडोर के दूतावास में वर्षों तक छिपे रहे?

जब ब्रिटेन के पुलिस अधिकारियों ने आखिरकार जूलियन असांजे को इक्वाडोर के दूतावास से बाहर खींच निकाला, तो क्या उसका अस्त-व्यस्त रूप उसकी घटिया व्यक्तिगत छवि के बारे में उन सभी कहानियों की पुष्टि नहीं करता?

क्या असांजे ने चेल्सी मैनिंग को अमेरिकी सैनिकों और खुफिया एजेंटों के जीवन को खतरे में डालने वाली राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण और संवेदनशील जानकारियों को प्रकट करने के लिए अमेरिकी सेना के कंप्यूटरों को हैक करने के लिए राजी नहीं किया था?

असांजे का कहना है कि वह एक पत्रकार हैं, लेकिन क्या न्यूयॉर्क टाइम्स ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह सिर्फ एक ‘स्रोत’ हैं और प्रकाशक नहीं है?

यदि आपने इनमें से किसी एक या सभी प्रश्नों का उत्तर हां में दिया है, तो आप अकेले नहीं हैं। लेकिन जवाब वास्तव में नहीं हैं। कम से कम, यह उससे कहीं अधिक जटिल है।

एक उदाहरण के तौर पर, असांजे के नाखुश होने का कारण यह था कि इक्वाडोर के दूतावास के कर्मचारियों ने तीन महीने पहले उनके शेविंग उपकरण को जब्त कर लिया था ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि गिरफ्तारी के समय उनकी उपस्थिति आम लोगों के बीच बनी उनकी छवि से मेल खाती हो।

संयुक्त राष्ट्र के विशेष प्रतिवेदक निल्स मेल्ज़र ने जूलियन असांजे को प्रताड़ित किए जाने की खबरों पर अपनी रिपोर्ट में यह खुलासा किया है। द ट्रायल ऑफ जूलियन असांजे नामक किताब में निल्स मेल्ज़र की जांच का उल्लेख किया गया है।

आप पूछ सकते हैं कि असांजे मामले की जांच कर रहे संयुक्त राष्ट्र के विशेष प्रतिवेदक क्या हैं?

मेल्ज़र ने भी ऐसा ही जवाब दिया जब 2018 में असांजे के वकीलों ने पहली बार उनसे संपर्क किया। निल्स मेल्ज़र ने कहा : मेरे पास करने के लिए और भी महत्वपूर्ण काम थे : मुझे ‘असली’ यातना पीड़ितों के मामलों को देखना था!

निल्स मेल्ज़र ने तमाम पूर्वाग्रहों को दरकिनार करते हुए जांच की तो पता चला कि जूलियन असांजे को वास्तव में प्रताड़ित किया गया है।

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 47 सदस्य यातना के मुद्दे पर सीधे विशेष प्रतिवेदक नियुक्त करते हैं। मेल्ज़र ने जो पाया, वह बेहद परेशान करने वाला था:

असांजे का मामला एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है जिसे युद्ध अपराध, यातना और भ्रष्टाचार सहित शक्तिशाली लोगों के गंदे रहस्यों को उजागर करने के लिए सताया और प्रताड़ित किया जा रहा है। यह पश्चिमी लोकतंत्रों में न्यायिक मनमानी की कहानी है जो मानवाधिकारों के क्षेत्र में खुद को अनुकरणीय के रूप में पेश करने के इच्छुक रहते हैं।

यह राष्ट्रीय संसदों और आम जनता की नजरों से छुपकर खुफिया सेवाओं की सोची समझी मिलीभगत की कहानी है । यह एक विशेष व्यक्ति को जानबूझकर अलग-थलग करने, उसे बदनाम करने और नष्ट करने के उद्देश्य से मुख्यधारा के मीडिया में हेरफेर और जोड़-तोड़ वाली रिपोर्टिंग की कहानी है। यह एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है जिसे सरकारी भ्रष्टाचार और राज्य द्वारा स्वीकृत अपराधों को सुलझाने में हमारी अपनी सामाजिक विफलताओं के लिए हम सभी द्वारा बलि का बकरा बनाया गया है।

मेल्ज़र द्वारा इस दिशा में काम किए जाने से दो महत्वपूर्ण बिंदु स्पष्ट होते जाते हैं कि चार देशों ने बड़ी सावधानी के साथ एक योजना पर काम किया कि इन सरकारी रहस्यों को उजागर करने के लिए असांजे को कड़ी सजा मिले और ये चार देश थे-अमेरिका, ब्रिटेन, स्वीडन और आस्ट्रेलिया।

2019 में दूतावास से बेलमर्श जेल ले जाने के बाद से, असांजे ने अपना अधिकांश समय 22 या 23 घंटे एकांत कारावास में बिताया है। उन्हें परिवार और दोस्तों की बात तो छोड़िए, उनकी कानूनी टीम तक सीमित पहुंच के अलावा सभी से वंचित कर दिया गया है।

असांजे का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य इस हद तक प्रभावित हुआ है कि उन्हें आत्महत्या की आशंका के चलते निगरानी में रखा गया है। मेल्ज़र लिखते हैं: असांजे को सताने का प्राथमिक उद्देश्य व्यक्तिगत रूप से उन्हें दंडित करना नहीं है - और न ही कभी रहा है, बल्कि यह अन्य पत्रकारों, प्रचारकों और कार्यकर्ताओं के लिए एक मिसाल कायम करना है। (द कन्वरसेशन)

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news