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बिलासपुर, 23 सितंबर। शहर के चर्चित विराट सराफ अपहरण कांड में शामिल सभी पांच आरोपियों को जिला कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। आरोपियों में विराट की बड़ी मां भी शामिल है। अगवा बालक की रिहाई के लिए 6 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी गई थी।
ज्ञात हो कि करबला रोड में भाजपा कार्यालय के पास स्थित सत्यनारायण सराफ के घर के बाहर से उसके 6 साल के बेटे विराट सराफ का 21 अप्रैल 2019 को अपहरण कर लिया गया था। पुलिस ने काफी घेराबंदी के बाद 6 दिन बाद पन्ना नगर, जरहाभाठा में दबिश देकर राजकिशोर सिंह के बंद मकान से विराट को सुरक्षित छुड़ा लिया। इसके साथ ही पुलिस ने अपहरण में शामिल हरे कृष्ण राय, अनिल सिंह, सतीश शर्मा और राजकिशोर सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में यह चौंकाने वाली बात सामने आई कि अपहरण की साजिश विराट सराफ की बड़ी मां नीता सराफ ने रची थी। अपहरण के आरोपी अनिल सिंह से नीता सराफ को 30 लाख रुपये लेने थे। योजना यह बनाई गई थी कि अपहरण के बाद विराट के पिता से फिरौती की मांग की जाएगी और उस रकम को दोनों आपस में बांट लेंगे। अनिल सिंह ने इस घटना को अंजाम देने के लिए बाकी तीन आरोपियों को रुपये देने के लालच में शामिल किया था। पुलिस के मुताबिक उन्होंने अपहरण के बाद विराट के पिता से 6 करोड़ रुपये की फिरौती भी मांगी थी। पुलिस लगातार विराट के अपहरण के बाद उसके परिवार में हो रही गतिविधियों पर नजर रख रही थी। इससे पता चला कि नीता सराफ का उसके पुराने जान पहचान वाले अनिल सिंह से लगातार बातचीत हो रही है। यह भी पता चल गया कि नीता ने अनिल सिंह को किसी व्यवसाय में लगाने के लिए 35 लाख रुपये दिए थे। उसमें से 5 लाख रुपये वापस हुए हैं, 30 लाख रुपये लेना बाकी है। रुपये वापस करने के लिए अनिल सिंह ने किसी बच्चे का अपहरण कर फिरौती हासिल करने की मंशा जताई तब नीता सराफ ने अपने ही भतीजे का नाम सुझा दिया।
अभियोजन पक्ष और अभियुक्तों की दलील सुनने के बाद शुक्रवार को प्रथम श्रेणी अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सुनील कुमार जायसवाल ने सभी आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। सजा सुनते ही विराट की बड़ी मां गश खाकर कोर्ट में गिर पड़ी थी, जिसे आवश्यक चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई गई। सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।