अंतरराष्ट्रीय
photo twitter
इंडोनेशिया, 14 नवंबर । इंडोनेशिया के बाली में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और चीनी राष्ट्रपति शी जिंगपिंग के बीच मुलाकात हो गई है.
दोनों नेता पहली बार बतौर राष्ट्रपति एक-दूसरे से मिल रहे हैं.
बातचीत के ब्योरे का इंतज़ार है.
बाइडन से मुलाकात के बाद शी जिनपिंग ने क्या कहा?
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और शी जिनपिंग ने बाली में मुलाकात की है.
मुलाकात के बाद चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि दोनों देशों को इस रिश्ते को आगे ले जाने की ज़रूरत है.
जिनपिंग ने कहा, “राष्ट्रपति से मिलकर अच्छा लगा. पिछली बार हम दावोस में पांच साल पहले मिले थे. जब से आप राष्ट्रपति बने हैं, हम लोग ऑनलाइन कॉल पर बातचीत करते रहे हैं, लेकिन आमने-सामने मिलने से बेहतर कुछ नहीं है. आज हम आमने सामने मिले हैं.”
“ हम लोगों को ने अनुभव से सीखा है. इतिहास से अच्छी किताब किताब दूसरी नहीं है. इतिहास को आइने की तरह लेना चाहिए.”
“अभी अमेरिका और चीन के रिश्ते उस दौर में हैं जब हमें बहुत ध्यान रखना है, दो बड़े देशों के नेता के तौर पर हमें सही फ़ैसले लेने होंगे. “हमें द्विपक्षीय संबंधों के लिए सही दिशा तलाशनी है ताकि हम अपने रिश्ते को आगे ले जाएं और बेहतर बना सकें,“
दुनिया की नज़रें चीन और अमरीका पर है- शी जिनपिंंग
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और शी जिनपिंग ने बाली में मुलाकात की है.
जिनपिंग ने कहा, “दुनिया चीन और अमेरिका से रिश्तों को बेहतर हैंडल करने की उम्मीद कर रही है. हमारी मीटिंग ने दुनिया का ध्यान खींचा है. हमें विश्व शांति के लिए दूसरे सभी देशों के साथ काम करना होगा.” “हमारी मीटिंग में सामरिक मुद्दों पर दोनों ने अच्छे से अपनी राय रखी. मैं उम्मीद करता हूं कि आपसे आगे मुलाकात होगी.”
शी जिनपिंग से मुलाकात के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति क्या बोले
शी जिनपिंग से मुलाकात के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुरुआती टिप्पणी मे अमेरिका और चीन के बीच “टकराव” को कम करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया है.
उन्होंने जिनपिंग से सहमति जताते हुए कहा कि आमने सामने की मुलाकात के अलावा “कम विकल्प” बचे हैं.
बाइडन ने कहा कि वो “दोनों देशों के बीच बातचीत के रास्ते को खुला रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं. ताकि दोनों देश जलवायु परिवर्तन और असुरक्षा समेत दूसरे “अति आवश्यक वैश्विक मुद्दों पर साथ” काम कर सकें. उन्होंने कहा कि दुनिया दोनों देशों से पार्टनरशिप की “उम्मीद” ही है. (bbc.com/hindi)