अंतरराष्ट्रीय
TOM WILLIAMS
बहामास ने दिवालिया हो चुकी क्रिप्टो करेंसी एफ़टीएक्स के संस्थापक सैम बैंकमैन-फ्रायड को गिरफ़्तार कर लिया है. देश के अटॉर्नी जनरल ने इस बात की जानकारी दी है.
बहामास ने कहा है कि उसे अमेरिका से सैम बैंकमैन के ख़िलाफ़ आपराधिक आरोपों की आधिकारिक सूचना मिली थी.
बीते महीने एफ़टीएक्स ने अमेरिका में ख़ुद को दिवालिया घोषित किया था और इसके कई ग्राहक अपने पैसे तक नहीं निकाल पाए थे. ये दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी थी जो हर दिन 10 बिलियन क्रिप्टो क्वाइंस का व्यापार कर रही थी.
अमेरिका के मैनहटन स्थित अटॉर्नी कार्यालय ने ट्वीट किया है, “अमेरिका के अनुरोध पर बहामास के अधिकारियों ने सैमुअल बैंकमैन-फ्राइड को गिरफ़्तार कर लिया है.सदर्न डिस्ट्रिक ऑफ़ न्यूयॉर्क की ओर से दायर एक सीलबंद अभियोग के आधार पर अमेरिका ने बहामास से ये गुज़ारिश की थी.”
हाल ही में दिए गए कई इंटरव्यू में बैंकमैन ने माना था कि उनकी कंपनी से ग़लती हुई है, लेकिन उन्होंने ये मानने से इंकार कर दिया था कि किसी तरह की कोई ग़ैरकानूनी गतिविधि की गई है.
उन्होंने न्यूयॉर्क टाइम्स के डीलबुक समिट में कहा था, "मैंने कभी धोखाधड़ी करने की कोशिश नहीं की."
कैसे बर्बाद हुई एफ़टीएक्स
दरअसल, एफ़टीएक्स की आर्थिक स्थिति तब बिगड़नी शुरू हुई जब क्रिप्टो न्यूज़ वेबसाइट क्वाइनडेस्क ने सैम की ट्रेडिंग कंपनी अलमीडा रिसर्च और एफ़टीएक्स के आपस में जुड़े होने का ज़िक्र किया और यह बताया कि दोनों स्वतंत्र कंपनियां नहीं हैं बल्कि एक फ़ाउंडेशन का हिस्सा हैं.
इसके बाद एक और आरोप लगा कि अलमीडा ने एफ़टीएक्स के ग्राहकों का पैसा बतौर लोन इस्तेमाल किया है.
इस रिपोर्ट के आने के बाद क्रिप्टो बाज़ार में सनसनी फैल गई. कंपनी के बुरे दौर की शुरुआत हो चुकी थी और इन आरोपों के कुछ दिन बाद ही एफ़टीएक्स की मुख्य प्रतिद्वंद्वी बाइनेंस ने एफ़टीएक्स से जुड़े अपने सारे क्रिप्टो टोकन बेच दिए.
इसके बाद एफ़टीएक्स पर भूचाल आ गया. एक-एक कर ग्राहकों ने एफ़टीएक्स से अपना पैसा निकालना शुरू कर दिया. इसके बाद एफ़टीएक्स ने ख़ुद को दिवालिया घोषित कर दिया.(bbc.com/hindi)