खेल
भारत ने श्रीलंका के ख़िलाफ़ गुवाहाटी में खेला गया सिरीज़ का पहला एकदिवसीय मैच 67 रनों से जीता. भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 374 रनों का विशाल लक्ष्य दिया.
इसके जवाब में श्रीलंकाई टीम 50 ओवर में आठ विकेट के नुक़सान पर 306 रन ही बना सकी. एक समय ऐसा भी रहा जब श्रीलंका की टीम ने 200 रनों के अंदर ही अपने सात विकेट गंवा दिए थे.
लेकिन कप्तान दासुन शनाका ने अपनी कलाइयों का कमाल दिखाया और शानदार पारी खेलते हुए शतक जड़ा. हालांकि उनके इस शतक में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का भी हाथ था और अब सोशल मीडिया पर रोहित की खेल भावना की खूब तारीफ़ भी हो रही है.
दरअसल, श्रीलंका की पारी के आख़िरी ओवर में शनाका 98 रन बनाकर नॉन स्ट्राइकर एंड पर थे, लेकिन तभी मोहम्मद शमी ने उन्हें मानकडिंग के तहत रनआउट कर दिया. शमी ने अंपायर से अपील की, जिसके बाद फ़ील्ड अंपायर ने थर्ड अंपायर का रुख़ किया. हालांकि, रोहित शर्मा ने दखल देते हुए रनआउट की अपील वापस ले ली और इस तरह शनाका को जीवनदान मिला.
पोस्ट मैच सेरेमनी के दौरान जब रोहित शर्मा से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता था कि शमी ने ऐसा किया है. दासुन शनाका 98 रन बनाकर बल्लेबाज़ी कर रहे थे. जिस तरह से उन्होंने बल्लेबाज़ी की वह शानदार थी, हम उन्हें इस तरह आउट नहीं कर सकते थे." (bbc.com/hindi)