अंतरराष्ट्रीय
आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने अपने मंत्रियों और सलाहकारों से वेतन और दूसरी सुविधाएं न लेने की अपील की है.
उन्होंने कहा है कि इससे देश के खज़ाने में सालाना 200 अरब की बचत होगी.
साथ ही नेताओं से उन्होंने लग्ज़री कार से यात्रा न करने को कहा है. सरकार का खर्च घटाने के मकसद से उन्होंने मंत्रियों से इकोनॉमी क्लास में हवाई यात्रा करने को कहा है.
पाकिस्तान सरकार फिलहाल अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से मदद की रुकी हुई किस्त हासिल करने की कोशिश कर रही है.
आईएमएफ़ से बातचीत पूरी होने पर उसे एक अरब डॉलर का पैकेज मिल सकता है. इस बीच सरकार देश को आर्थिक बदहाली से बचाने की कोशिश में खर्च कम करने की कोशिश में लगी है.
एक तरफ पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार घट गया है और वहां अब सिर्फ तीन सप्ताह के आयात के लायक डॉलर बच गए हैं, तो दूसरी तरफ देश में महंगाई 35 फ़ीसदी से ऊपर पहुंच गई है. (bbc.com/hindi)