अंतरराष्ट्रीय
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने शुक्रवार को कहा है कि भारत के कनाडा के राजनयिकों पर कार्रवाई करने से दोनों देशों में दसियों लाख लोगों का जीना मुहाल हो गया है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़ ट्रूडो ने कहा है कि ‘भारत सरकार ने कनाडा और भारत में रहने वाले दसियों लाख लोगों के जीवन को असामान्य रूप से मुश्किल बना दिया है. भारत कूटनीति के एक बहुत ही बुनियादी सिद्धांत का उल्लंघन करके ऐसा कर रहा है.’
टीवी पर प्रसारित प्रेस वार्ता में ट्रूडो ने कहा, “मैं कनाडा में रहने वाले उन दसियों लाख लोगों की ख़ुशियों और भलाई को लेकर चिंतित हूं जिनकी जड़े भारतीय उपमहाद्वीप से जुड़ती हैं. ”
कनाडा ने बताया है कि उसने भारत से अपने 41 राजनयिकों को वापस बुलाया है. भारत ने इनका दर्जा समाप्त करने की धमकी दी थी.
भारत और कनाडा के बीच इस समय कूटनीतिक रिश्ते बेहद मुश्किल दौर से गुज़र रहे हैं.
जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया था कि जून में कनाडा में हुई सिख अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत है. भारत ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है.
इन आरोपों के बाद से दोनों देशों के रिश्तों में कड़वाहट आ गई है.
जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि कनाडा के राजनयिकों को वापस भेजने से यात्राएं और कारोबार प्रभावित होगा और कनाडा में पढ़ रहे भारतीय छात्रों को दिक्कतें होंगी.
कनाडा में इस समय क़रीब बीस लाख भारतीय मूल के लोग रहते हैं जो कनाडा की आबादी का 5 प्रतिशत हैं. वहीं कनाडा में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों में सर्वाधिक संख्या भारतीय छात्रों की है. (bbc.com/hindi)