अंतरराष्ट्रीय
रफ़ाह क्रॉसिंग खुलीः ग़ज़ा की मिस्र से लगती सीमा पर स्थित रफ़ाह क्रॉसिंग को शनिवार को खोला गया. इसराइल ने राहत सामग्री से लदे 20 ट्रकों को ग़ज़ा में आने की इजाज़त दी है. इन 20 ट्रकों में से एक में सिर्फ़ ताबूत हैं. रफ़ाह बॉर्डर पर अब विदेशी नागरिकों को बाहर निकलने का इंतज़ार है.
कितनी राहत समाग्री?
डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि इन ट्रकों में 1200 लोगों के लिए दवाएं और अन्य ज़रूरी सामान हैं.
इनमें 235 घायलों के लिए पोर्टेबल ट्रॉमा बैग हैं.
1500 लोगों के लिए क्रॉनिक डिज़ीज मेडिसिन और 3 लाख लोगों के लिए तीन महीने के लिए बेसिक ज़रूरी दवाएं हैं.
मिश्र में शांति सम्मेलनःमिस्र की राजधानी काहिरा में इसराइल ग़ज़ा युद्ध को ख़त्म कराने के लिए हो रहे शांति सम्मेलन में फ़लस्तीनी प्राधिकरण के प्रेसिडेंट महमूद अब्बास ने कहा, “हम अपनी ज़मीन नहीं छोड़ेंगे.” इस सम्मेलन में ज़ॉर्डन, क़तर, इटली, स्पेन, यूरोपीय संघ और ब्रिटेन के प्रतिनिधि शामिल हैं. लेकिन इसमें अमेरिका, इसराइल और ईरान शामिल नहीं हैं.
लंदन में प्रदर्शनः ग़ज़ा पर इसराइली बमबारी के विरोध में ब्रिटेन में शनिवार को फ़लस्तीनी लोगों के समर्थन में हज़ारों लोग सड़कों पर उतरे. लंदन के मेट्रोपोलिटन पुलिस के मुताबिक क़रीब एक लाख फ़लस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया. पिछले 24 घंटे में इसी तरह के प्रदर्शन थाईलैंड, ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड्स, साउथ अफ़्रीका और कई अरब देशों समेत पूरी दुनिया में हुए हैं.
महबूबा मुफ़्ती उतरीं सड़क परः जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती शनिवार को फ़लस्तीनी झंडा लेकर श्रीनगर की सड़क पर उतरीं. उन्होंने इसराइल के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे लोगों की अगुवाई की और ग़ज़ा पर बमबारी को तुरंत रोके जाने की मांग की.
ग़ज़ा में हताहतों की संख्या बढ़ीःफ़लस्तीनी अधिकारियों ने बताया है कि ग़ज़ा में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 4,385 हो गई है. अधिकारियों ने बताया है कि मरने वालों में 1,756 बच्चे हैं.
हमास के कब्ज़े में बंधकःइसराइली सेना के एक प्रवक्ता ने उन बंधकों की संख्या को अपडेट किया है, जिन्हें दो हफ़्ते पहले हमास के लड़ाके अगवा करके अपने साथ ले गए और फिलहाल उन्हें ग़ज़ा में रखा गया है. प्रवक्ता के अनुसार, ग़ज़ा में 210 बंधक हैं और उनके परिवारों को इस बारे में इत्तला कर दी गई है.
इसराइली नागरिकों को एडवाइज़रीःइसराइल के विदेश मंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यालय की सुरक्षा परिषद ने एक साझा बयान में विदेश में रह रहे इसराइली नागरिकों के लिए यात्रा एडवाइज़री जारी की है. मिस्र (सिनाई प्रांत समेत), जॉर्डन और मोरक्को के लिए ट्रैवल अलर्ट का स्तर बढ़ा दिया गया है.
अल क़ुद्स अस्पताल को चेतावनीःफ़लस्तीनी रेड क्रीसेंट का कहना है कि इसराइल ने उत्तरी ग़ज़ा के अल क़ुद्स अस्पताल को खाली करने का आदेश दिया है. अस्पताल में इस समय 400 मरीज़ भर्ती हैं और यहां कई हज़ार लोगों ने शरण ली हुई है. रेड क्रीसेंट ने कहा है कि वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आह्वान कर रहा है कि एक और मानवीय त्रासदी को रोकने के लिए तुरंत क़दम उठाये जाएं.
अब तक 25 पत्रकारों की मौतःपत्रकार सुरक्षा समिति के मुताबिक़, 7 अक्तूबर को इसराइल और हमास के बीच संघर्ष शुरू होने के बाद से 22 पत्रकारों की मौत हो चुकी है. इनमें 18 फ़लस्तीनी पत्रकार शामिल हैं, तीन इसराइली हैं और एक लेबनानी है. सीपीजे का कहना है कि इनमें से 15 मौतें इसराइल के हवाई हमलों में हुई हैं, दो पत्रकार हमास के हमले में मारे गए हैं.