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अमेरिका के कई प्रांतों ने मेटा पर मुकदमा किया, कहा-उसके सोशल मीडिया मंच बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक
25-Oct-2023 1:28 PM
अमेरिका के कई प्रांतों ने मेटा पर मुकदमा किया, कहा-उसके सोशल मीडिया मंच बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक

वाशिंगटन, 25 अक्टूबर न्यूयॉर्क और कैलिफोर्निया सहित कई अमेरिकी प्रांतों ने मेटा प्लेटफॉर्म इंक पर इंस्टाग्राम और फेसबुक के लिए जानबूझकर ऐसे फीचर बनाने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दायर किया है, जो बच्चों को कंपनी के सोशल मीडिया मंच की लत लगाते हैं और युवाओं को नुकसान पहुंचाने के साथ ही उनमें मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को बढ़ावा देते हैं।

कैलिफोर्निया की संघीय अदालत में 33 प्रांतों की ओर से दायर मुकदमे में दावा किया गया है कि मेटा, कानून का उल्लंघन करते हुए 13 साल से कम उम्र के बच्चों के माता-पिता की सहमति के बिना उनसे जुड़ा डेटा नियमित रूप से इकट्ठा करता है। इसके अलावा, नौ अटॉर्नी जनरल भी अपने-अपने प्रांतों में मेटा के खिलाफ मुकदमा दायर कर रहे हैं, जिससे कंपनी के खिलाफ कानूनी कदम उठाने वाले प्रांतों की संख्या बढ़कर 41 हो गई है।

मुकदमे में कहा गया है, “मेटा ने युवाओं और किशोरों को लुभाने, उन्हें खुद से जोड़े रखने तथा अंततः अपने आकर्षण में उलझाने के लिए शक्तिशाली एवं अभूतपूर्व तकनीकों का इस्तेमाल किया है। इसका मकसद मुनाफा कमाना और अधिकतम वित्तीय लाभ हासिल करना है। मेटा ने अपने सोशल मीडिया मंचों के बड़े खतरों के बारे में जनता को बार-बार गुमराह किया है।”

मुकदमे के मुताबिक, “कंपनी ने उन तरीकों को छिपाया है, जिनसे ये मंच अपने सबसे संवेदनशील उपयोगकर्ताओं-किशोरों और बच्चों को गुमराह करते हैं और उनका शोषण करते हैं।” इसमें मेटा से वित्तीय क्षतिपूर्ति के अलावा उन फीचर को खत्म करने की मांग की गई है, जो कानून का उल्लंघन करते हैं।

न्यूयॉर्क की अटॉर्नी जनरल लेटिशिया जेम्स ने एक बयान में कहा, “बच्चे और किशोर बेहद खराब मानसिक स्वास्थ्य से जूझ रहे हैं और इसके लिए मेटा जैसी सोशल मीडिया कंपनियां जिम्मेदार हैं। मेटा ने अपने मंचों के लिए जानबूझकर ऐसे फीचर बनाए हैं, जो बच्चों का आत्मसम्मान घटाकर उन्हें उसके ऐप की लत लगाते हैं और इस तरह उनकी पीड़ा का फायदा उठाकर उसने काफी लाभ कमाया है।”

वहीं, मेटा ने एक बयान जारी कर कहा कि वह “किशोरों को इंटरनेट पर सुरक्षित एवं सकारात्मक अनुभव प्रदान करने की अटॉर्नी जनरल की प्रतिबद्धता का समर्थन करता है। कंपनी किशोरों और उनके परिजनों की मदद के लिए पहले ही 30 से अधिक टूल पेश कर चुकी है।”

बयान में कहा गया है, “हम इस बात से निराश हैं कि किशोरों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले विभिन्न ऐप के लिए स्पष्ट और आयु-उपयुक्त मानक बनाने के वास्ते सोशल मीडिया कंपनियों के साथ सार्थक रूप से काम करने के बजाय अटॉर्नी जनरल ने यह रास्ता चुना है।”

यह मुकदमा कैलिफोर्निया, फ्लोरिडा, केंटुकी, मैसाच्युसेट्स, नेब्रास्का, न्यूजर्सी, टेनेसी और वरमोंट जैसे प्रांतों के अटॉर्नी जनरल के नेतृत्व में हुई एक जांच के बाद दायर किया गया है। उक्त जांच 'द वॉल स्ट्रीट जर्नल' सहित अन्य अखबारों द्वारा प्रकाशित उन खबरों के मद्देनजर की गई थी, जिनमें मेटा के अनुसंधान के हवाले से कहा गया था कि कंपनी इस बात से वाकिफ थी कि इंस्टाग्राम मानसिक स्वास्थ्य और शारीरिक संरचना के लिहाज से किशोरों को किस तरह नुकसान पहुंचा सकता है।  (एपी) 

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