अंतरराष्ट्रीय
यूक्रेन के कई रूढ़िवादी (ऑर्थोडॉक्स) ईसाई इस साल पहली बार 25 दिसंबर को क्रिसमस मना रहे हैं.
असल में यूक्रेन और रूस दोनों ही जूलियन कैलेंडर का उपयोग करते हैं, जिसके अनुसार क्रिसमस ग्रेगोरियन कैलेंडर में 7 जनवरी को पड़ता है. दुनिया के ज़्यादातर देश ग्रेगोरियन कैलेंडर का ही इस्तेमाल करते हैं.
पिछले 22 महीनों से रूसी आक्रमण से जूझ रहे यूक्रेन ने क्रिसमस के मामले में भी रूस से अलग राह चुनते हुए यह फ़ैसला लिया है.
इसके तहत, यूक्रेन अब से ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार ही क्रिसमस का पर्व मनाएगा. पश्चिमी देश 25 दिसंबर को ही क्रिसमस मनाते हैं.
यूक्रेन 1917 में हुई रूस की क्रांति से पहले तक 25 दिसंबर को ही क्रिसमस मनाता था.
क्रिसमस 25 दिसंबर को मनाना सिर्फ़ एक त्योहार के दिन में बदलाव नहीं है, बल्कि ये सांस्कृतिक बदलाव के लिए यूक्रेन की ओर से उठाए गए उन क़दमों का हिस्सा है, जिनके तहत वह अपने यहां रूस के प्रभाव को ख़त्म करना चाहता है. (bbc.com/hindi)