अंतरराष्ट्रीय
ईरान ने शुक्रवार को इसराइली ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद के लिए जासूसी करने के आरोप में चार लोगों को फांसी की सज़ा दी है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़, इससे दो हफ़्ते पहले भी ईरान ने इन आरोपों के तहत एक अन्य शख़्स को फांसी की सज़ा दी थी.
ईरान के उत्तरपश्चिमी प्रांत वेस्ट अज़रबैज़ान की न्यायपालिका की मिज़ान ऑनलाइन वेबसाइट के अनुसार, “ज़ायनिस्ट सरकार से संबंधित जासूसी ग्रुप के चार लोगों को आज सुबह ही फांसी पर लटका दिया गया.”
इनमें तीन पुरुष हैं- वफ़ा हानारेह, अरम ओमारी और हमान पारहाज़ो और एक महिला है जिनका नाम है नसीम नमाज़ी.
इन्हें 'ज़ायनिस्ट सरकार के साथ मिलकर धरती पर भ्रष्टाचार फैलाने और ख़ुदा के ख़िलाफ़ जंग छेड़ने' के आरोप में मौत की सज़ा सुनाई गई थी.
मिज़ान के अनुसार, ‘इसराइल की जासूसी एजेंसी मोसाद के निर्देश पर इस ग्रुप ने देश की सुरक्षा के ख़िलाफ़ कार्रवाई की.’
ईरान इसराइल को मान्यता नहीं देता और दोनों ही देशों के बीच सालों से अप्रत्यक्ष युद्ध जारी है.
ग़ज़ा युद्ध के कारण ईरान का रुख़ इसराइल को लेकर और कड़ा हो गया है.
वहीं, इसराइल ईरान पर ग़ज़ा पट्टी में हमास, लेबनान में हिज़्बुल्लाह और यमन में नसरल्लाह के इस्लामिक चरमपंथी ग्रुपों को संचालित करने और शह देने का आरोप लगाता रहा है.
बीती 16 दिसम्बर को दक्षिणपूर्वी प्रांत सिस्तान बलूचिस्तान में एक अन्य व्यक्ति को मोसाद के लिए काम करने के लिए फांसी पर लटका दिया गया था. (bbc.com/hindi)