राष्ट्रीय

बेहतर खाद्य उत्पादन से बच सकते हैं खरबों डॉलर
02-Feb-2024 1:06 PM
 बेहतर खाद्य उत्पादन से बच सकते हैं खरबों डॉलर

एक रिपोर्ट के मुताबिक बेहतर खाद्य उत्पादन और उपभोग से सालाना खरबों डॉलर बचाए जा सकते हैं.

  (dw.com)  

एक नई रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में खाद्य उत्पादन से होने वाली पर्यावरणीय क्षति और भोजन के दुरुपयोग से मानव स्वास्थ्य पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों की कुल मात्रा सालाना वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 12 प्रतिशत है.

वैज्ञानिकों और अर्थशास्त्रियों के एक संघ के मुताबिक खाद्य उत्पादन और आपूर्ति को अधिक कुशल बनाने से दुनिया भर में 17.4 करोड़ समय से पहले होने वाली मौतों को रोका जा सकता है. शोधकर्ताओं का यह भी मानना ​​है कि यह जलवायु-संबंधित लक्ष्यों को हासिल करने में मदद कर सकता है और अतिरिक्त पांच से दस ट्रिलियन डॉलर आर्थिक लाभ पैदा कर सकता है.

हालांकि, दुनिया भर में व्यापक खाद्य उत्पादन ने वैश्विक आबादी की पोषण संबंधी जरूरतों को आंशिक रूप से पूरा करने में मदद की है, जो 1970 के दशक से दोगुनी हो गई है.

इस हफ्ते प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक खराब आहार खाने से मोटापा या कुपोषण और उससे संबंधित पुरानी बीमारी हो सकती है. जबकि प्रदूषित खेती के तरीके ग्लोबल वार्मिंग और जैव विविधता को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे संभावित रूप से विनाशकारी प्रभावों के साथ जलवायु को खतरा होता है. इसके नतीजे में भविष्य में खाद्य उत्पादकता में कमी आने की संभावना है.

अमेरिका में ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूशन में अफ्रीका ग्रोथ इनिशिएटिव के अर्थशास्त्री और रिपोर्ट के प्रमुख लेखक वेरा सोंगवे ने कहा, "दुनिया में सबसे अच्छी खाद्य प्रणालियों में से एक है." लेकिन उन्होंने आगे कहा, "यह हमारी खाद्य उत्पादन प्रणाली, पर्यावरण प्रदूषण, लोगों के स्वास्थ्य और हमारी अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव के साथ आया है."

शोधकर्ताओं का अनुमान है कि मौजूदा प्रणाली में सुधार लाकर सालाना 15 ट्रिलियन डॉलर तक की बचत की जा सकती है. इसमें मधुमेह, उच्च रक्तचाप और कैंसर जैसी आहार संबंधी बीमारियों से होने वाली वार्षिक वित्तीय हानि लगभग 11 ट्रिलियन डॉलर शामिल है.

जबकि खाद्य उत्पादन विधियों से पर्यावरण प्रदूषण से जुड़ी लागत तीन ट्रिलियन डॉलर आंकी गई है. वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि यह ग्रह को नुकसान पहुंचाने वाले ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के लगभग एक तिहाई के लिए जिम्मेदार है.

एए/सीके (एपी)

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news