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नानूर/रानीगंज (प.बंगाल), 4 मई। तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पश्चिम बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाने के लिए शुक्रवार को आलोचना की।
बनर्जी ने साथ ही यह आरोप भी लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता महिलाओं पर अत्याचार की घटनाओं में शामिल थे।
बनर्जी ने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट का हवाला दिया जिसमें कोलकाता को देश का सबसे सुरक्षित शहर बताया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘आप (प्रधानमंत्री) बंगाल आते हैं और महिलाओं पर अत्याचार और उनकी सुरक्षा के बारे में बड़ी-बड़ी बातें करते हैं लेकिन आपके पास बृजभूषण सिंह जैसे नेता हैं जिनके खिलाफ पहलवानों ने यौन उत्पीड़न के आरोप हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मोदी जी ने उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए सिंह के बेटे को उम्मीदवार बनाया है... भाजपा ने उस व्यक्ति को भी टिकट दिया है जिसके बेटे ने लखीमपुर खीरी में प्रदर्शनकारी किसानों पर कार चढ़ा दी थी और उस घटना में कई किसान मारे गए थे। कल राजभवन में काम करने वाली एक बहन ने राज्यपाल के खिलाफ छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। क्या हमें इन लोगों से महिला सुरक्षा के बारे में सीखने की जरूरत है?’’
उन्होंने पिछले तीन-चार साल में ‘प्रधानमंत्री आवास योजना’ के तहत केंद्र की ओर से पश्चिम बंगाल को दी गई राशि की विस्तृत जानकारी मांगते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से एक ‘श्वेत पत्र’ लाने की अपील की ।
अभिषेक बनर्जी ने चुनौती देते हुए कहा कि अगर मोदी साबित कर दें कि उनकी सरकार ने योजना के तहत एक पैसा भी दिया है तो वह लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार बंद कर देंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल के लोगों को राशि जारी नहीं करने की साजिश की। मैं प्रधानमंत्री से अपील करता हूं कि भाषण देने के बजाय वह ‘श्वेत पत्र’ जारी करें जिसमें आवास योजना के तहत पश्चिम बंगाल के लोगों को दिए गए धन की विस्तृत जानकारी हो।’’
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव बनर्जी रानीगंज एक रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने मोदी द्वारा जद (एस) सांसद प्रज्वल रेवन्ना के समर्थन में एक रैली में भाग लेने का भी जिक्र किया। प्रज्वल रेवन्ना पर महिलाओं के यौन शोषण का आरोप लगा है।
बनर्जी ने पार्टी नेताओं के साथ रैलियां करने के लिए भी मोदी की आलोचना की, जो "बंगालियों को रोहिंग्या, मुसलमानों को पाकिस्तानी और सिखों को खालिस्तानी" बता रहे हैं। (भाषा)