अंतरराष्ट्रीय
हमास संचालित स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक़ शनिवार को इसराइल के दो हवाई हमलों में कम से कम 38 लोग मारे गए हैं.
ये हवाई हमले ग़ज़ा की इमारतों को निशाना बनाकर किए गए हैं.
वहीं, इसराइली सेना (आईडीएफ़) का कहना है कि उसके लड़ाकू विमानों ने हमास के सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना बनाया है और इस बारे में और अधिक जानकारियां बाद में दी जाएंगी.
ग़ज़ा सिविल डिफेंस के मुताबिक़ ग़ज़ा के सबसे पुराने शरणार्थी शिविर अल शाती में हुए हवाई हमले में रिहायशी इमारत धराशाई हो गई.
वहीं दूसरे हवाई हमले में अल तूफ़ा ज़िले में घरों को निशाना बनाया गया है. ये दावा हमास संचालित सरकार के मीडिया कार्यालय ने किया है.
सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में लोग मलबे से घायलों और मारे गए लोगों को निकालते हुए दिख रहे हैं.
उत्तरी इसराइल पर सात अक्टूबर को हमास के हमले के बाद से इसराइल ग़ज़ा में हमास को समाप्त करने के लिए सैन्य अभियान चला रहा है. हमास के इस हमले में 1200 लोग मारे गए थे और 251 को बंधक बना लिया गया था.
वहीं, इसराइल के हमलों में अब तक 37551 लोग मारे जा चुके हैं. इनमें बड़ी तादाद में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं.
इसराइली मीडिया के मुताबिक इसराइली सेना ने ग़ज़ा में हमास के शीर्ष कमांडर राद साद को मारने का प्रयास किया है.
रिपोर्टों के मुताबिक़ साद हमास के अभियानों के प्रमुख भी रह चुके हैं.
वहीं इसराइल ने लेबनान के भीतर किए एक हवाई हमले में हमास के वरिष्ठ सदस्य और अल जमाल अल इस्लामिया से जुड़े सदस्य को मारने का दावा किया है.
आईडीएफ़ के मुताबिक़ हमास कमांडर अयमान घतमा हमास को हथियार उपलब्ध करवाने के लिए ज़िम्मेदार थे. घतमा को खैरा शहर के क़रीब कार में सफर करते हुए ड्रोन हमले का निशाना बनाया गया. (bbc.com/hindi)