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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 7 जुलाई। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चिकित्सकों और स्टाफ के साथ गत दिनों हुई मारपीट के मामले में चिकित्सकों ने आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने पर मंगलवार को ओपीडी बंद करने की चेतावनी दी थी, जिसके तहत आज सुबह से चिकित्सक लामबंद हो गए और ओपीडी बंद कर दी।
हड़ताल के कारण प्रात: 9 से लेकर 11 बजे तक ओपीडी बंद रही। चिकित्सक अस्पताल के सामने खड़े होकर हाथ में तख्ती लेकर धरना देने लगे। चिकित्सकों के धरने को लेकर भारी संख्या में मणिपुर पुलिस बल भी तैनात रहा। अंदर एडिशनल एसपी ओम चंदेल सीएससी व अधीक्षक सहित वरिष्ठ चिकित्सकों के बीच आधे घंटे तक चर्चा चली। बाद में बाहर निकलकर एडिशनल एसपी ने चिकित्सकों के सामने दावा करते हुए कहा कि हमने आरोपी को रांची से पकड़ लिया है। पुलिस उसे दोपहर तक अम्बिकापुर लेकर पहुंच जाएगी।
एडिशनल एसपी की समझाइश के बाद चिकित्सक काम पर लौटे, हालांकि कई चिकित्सक बाद में यह कहते हुए भी डटे हुए थे कि जब तक आरोपी को अंबिकापुर लाया नहीं जाता है, तब तक वे धरना देंगे, परंतु बाद में प्रबंधन की समझाइश पर सभी काम पर वापस लौटे।
धरने का समर्थन अस्पताल के कर्मचारियों ने भी किया, हालांकि वार्ड में स्टाफ नर्स काम कर रही थीं, परंतु आखिरी में वे भी धरना में शामिल हो गई थीं। ओपीडी का काम 2 घंटे प्रभावित रहा, परंतु वार्ड में काम प्रभावित नहीं हो पाया था। हालांकि 2 घंटे ओपीडी बंद रहने से मरीजों को परेशानी जरूर हुई।
गौरतलब है कि 3 जुलाई की रात्रि 8 बजे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पदस्थ एवं ड्यूटीरत् चिकित्सक डॉ. पुकेश्वर वर्मा, डॉ. दीपक चन्द्रवंशी एवं स्टॉफ नर्सों के साथ अंकित दुबे नामक युवक ने बदतमीजी गाली-गलौज और मारपीट की थी। जिसके बाद डॉ. भूपेश भगत, डॉ. अनुपम मिंज, डॉ. शैलेन्द्र गुप्ता के द्वारा उक्त युवक पर एफआईआर दर्ज करने व 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार करने की मांग की गई थी।
आरोपी युवक अंकित दुबे को गिरफ्तार नहीं करने पर चिकित्सकों ने मंगलवार की सुबह से सभी ओपीडी सेवाओं, आपातकालीन सेवाओं को बंद कर दिया और हड़ताल पर चले गए थे। पुलिस द्वारा युवक की गिरफ्तारी करने के आश्वासन के बाद हड़ताल समाप्त हुआ।