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संदिग्ध चरमपंथियों ने पिता और भाई को भी मार डाला
कश्मीर के बांदीपोरा ज़िले में संदिग्ध चरमपंथियों ने बुधवार को बीजेपी के पूर्व ज़िला अध्यक्ष वसीम बारी, उनके पिता और भाई की गोली मारकर हत्या कर दी.
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की पुलिस के मुताबिक़, हमला देर शाम उस वक़्त किया गया, जब तीनों अपने घर के नज़दीक स्थित अपनी दुकान में थे.
कश्मीर ज़ोन की पुलिस के मुताबिक़, चरमपंथियों ने बीजेपी कार्यकर्ता वसीम अहमद बारी पर गोली चलाई. पुलिस ने बताया कि घटना में 38 वर्षीय बारी, उनके 60 वर्षीय पिता बशीर अहमद और उनके 30 वर्षीय भाई उमर बशीर घायल हो गए थे. जिन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तीनों की ही मौत हो गई.
बांदीपोरा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी बशीर अहमद के मुताबिक़, तीनों को सिर में गोली मारी गई थी.
सीएमओ के मुताबिक़, "रात पौने नौ बजे तीनों को अस्पताल लाया गया. तीनों को गोली लगी थी और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी. उनकी मौत रात 8.45 बजे ही हो चुकी थी. तीनों का पोस्टमार्टम हो चुका है. बाक़ी की क़ानूनी प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है. अब हम पुलिस को शव सौंप रहे हैं."
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने देर रात ट्वीट कर बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर में हुई घटना के बारे में पूछा है और परिवार के लिए संवेदना प्रकट की है.
बीजेपी ने कहा है कि ये हत्या कश्मीर में राष्ट्रवादी आवाज़ को दबाने की कोशिश है.
बीजेपी की जम्मू-कश्मीर यूनिट के प्रवक्ता अनिल गुप्ता ने बीबीसी हिंदी से कहा कि कश्मीर में ऐसे हमले आवाज़ों को दबा नहीं सकते.
उन्होंने कहा, "वसीम पिछले तीन सालों से हमारे ज़िला अध्यक्ष थे. वो एक बहुत ही सक्रिय कार्यकर्ता थे और सामाजिक कार्य भी कर रहे थे. इस घटना के बारे में जानकर हम हैरान रह गए. वो अपने घर के नज़दीक वाली अपनी दुकान में बैठे थे. और चरमपंथी आए और उन्हें गोली मार दी."
उन्होंने कहा, "ये कश्मीर की राष्ट्रवादी आवाज़ को दबाने का साफ़ संदेश है. अगर आपको याद हो तो एक महीने पहले, एक चरमपंथी संगठन ने हमारे बीजेपी कार्यकर्ताओं को डराया था. हम इस तरह के हमलों की निंदा करते हैं."
गुप्ता ने आरोप लगाया कि इस तरह की हत्याएं सीमा पार से मिल रहे निर्देशों पर की जा रही हैं.
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी देर रात ट्वीट कर कहा - "ये पार्टी के लिए बड़ा नुक़सान है. मेरी संवेदनाएं परिवार के साथ हैं. पूरी पार्टी शोक संतप्त परिवार के साथ खड़ी है. मैं भरोसा दिलाता हूं कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा."
अन्य राजनीतिक दलों ने भी इस घटना की निंदा की है और इसे बर्बर कृत्य बताया है.
उमर अब्दुल्ला ने एक ट्वीट कर कहा, "बांदीपोरा में बीजेपी के पदाधिकारियों और उनके पिता पर हुए जानलेवा चरमपंथी हमले के बारे में सुनकर दुख हुआ. मैं हमले की निंदा करता हूं. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं. दुख की बात है कि मुख्यधारा की पार्टियों के कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जाना लगातार जारी है."
इस बीच पुलिस का कहना है कि मृतक के आठों सुरक्षा गार्ड को हिरासत में ले लिया गया है.
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने एक बयान में कहा कि, हमले के वक़्त कोई भी सुरक्षा गार्ड मृतक के साथ नहीं था.
पुलिस और अन्य सुरक्षाबल हमलावरों को पकड़ने के लिए इलाक़े में सर्च अभियान चला रहे हैं.
इससे पहले भी कश्मीर घाटी के अलग-अलग इलाक़ों में संदिग्ध चरमपंथियों ने बीजेपी के कई कार्यकर्ताओं और नेताओं की हत्या की है. (bbc)