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नई दिल्ली, 29 अगस्त (आईएएनएस)| राष्ट्रीय जल जीवन मिशन के तहत हर घर जल अभियान को कुछ राज्यों में मुकाम नहीं मिल पा रहा है। इन्हीं राज्यों में नागालैंड शामिल है, जहां घरों को नल का कनेक्शन देने का टारगेट न तो पूरा हो सका है और न ही बजट खर्च हो पाया है। इस पर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शुक्रवार को समीक्षा बैठक के दौरान नाराजगी और चिंता जताई। कोविड पॉजिटिव होने के कारण केंद्रीय मंत्री शेखावत ने अस्पताल से ही वर्चुअल मीटिंग में हिस्सा लिया। इस बैठक में नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो भी शामिल हुए।
समीक्षा बैठक के दौरान पता चला कि नागालैंड को वर्ष 2019-20 के लिए 56.49 करोड़ रुपये का बजट मिला था, मगर अब तक राज्य इस धनराशि का पूरी तरह उपयोग नहीं कर पाया है।
राज्य अपने हिस्से में से सिर्फ 4.67 करोड़ रुपये व्यय कर सका, जबकि राज्य के लिए अपने अंश में से 5.65 करोड़ रुपये खर्च करना जरूरी था।
चौंकाने वाली बात रही कि इस साल अभी तक 1.47 लाख कनेक्शन के लक्ष्य की तुलना में सिर्फ 2,950 घरों को ही नल कनेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं।
राज्य में योजना की धीमी प्रगति पर और बजट के कम खर्च पर केंद्रीय मंत्री ने चिंता जाहिर की है। उन्होंने योजना में तेजी लाने की बात कही। जिस पर मुख्यमंत्री ने राज्य के ग्रामीण घरों को तेजी से नल कनेक्शन उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया।
15वें वित्त आयोग अनुदान के तहत नागालैंड को 125 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है, इसमें से 50 प्रतिशत धनराशि पेयजल आपूर्ति और स्वच्छता पर उपयोग करना जरूरी है।
यदि किसी स्थानीय निकाय ने अपनी एक श्रेणी की आवश्यकताओं को पूरा कर लिया है, तो वह कोष को किसी अन्य श्रेणी में इस्तेमाल कर सकता है। नागालैंड के कुल 3.68 लाख घरों में से सिर्फ 18,826 घरों यानी सिर्फ 5.1 प्रतिशत में नल कनेक्शन हैं।
केन्द्रीय मंत्री ने मिशन मोड में काम करने का निर्देश दिया है।