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अतीत से सीख लेकर एडिलेड में चमके अश्विन
18-Dec-2020 10:14 PM
अतीत से सीख लेकर एडिलेड में चमके अश्विन

खुर्रम हबीब
नई दिल्ली, 18 दिसम्बर
| भारतीय स्टार आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन पिछले तीन दशक में चार बार आस्ट्रेलिया का दौरा कर चुके हैं और दो साल पहले ही उन्होंने एडिलेड में खेलने का दूसरी बार अनुभव हासिल किया था।

अश्विन ने एक बार फिर से एडिलेड में आस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी पहले डे-नाइट टेस्ट के दूसरे दिन सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी की और 55 रन देकर चार विकेट हासिल किए।

अश्विन के सामने आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाए। उन्होंने टीम के मध्य क्रम को अपने हाथों लिया। आस्ट्रेलियाई मध्य क्रम के तीन विकेट अश्विन के खाते में आए जिसमे स्टीव स्मिथ का बड़ा विकेट भी है।

अश्विन ने दूसरे दिन के खेल समाप्ति के बाद पत्रकारों से कहा, " आप जानते हैं कि वह (स्मिथ) कितनी अच्छी बल्लेबाजी करते हैं। उनके अंदर बहुत ज्यादा रनों की भूख है। इसलिए खेल के संदर्भ में, जहां इसे रखा गया था। मुझे लगा कि यह महत्वपूर्ण विकेट है, इसलिए मैंने इसका आनंद लिया और मैं वास्तव में खुश हूं।"

पिछली बार जब भारत ने 2018-19 में आस्ट्रेलिया का दौरा किया था, तो अश्विन एडिलेड टेस्ट में ही खेल पाए थे और उन्होंने दोनों पारियों में तीन-तीन विकेट लिए थे। अश्विन केवल एडिलेड टेस्ट में ही खेल सके थे और फिर इसके बाद फिटनेस समस्या के कारण वह सीरीज के बाकी मैचों से बाहर हो गए थे।

उन्होंने कहा, " पिछले 18 महीनों में खेलने के लिए मैं जितनी बार बाहर गया। मुझे बहुत अच्छा लगा और जैसा कि मैंने कहा कि चीजें संदर्भ से बाहर हो सकती हैं, लेकिन मैंने उन चीजों को ठंडे बस्ते में डाल दिया है और मैंने उन चीजों से सीख ली है। मैं वापस बैठना नहीं चाहता और सोचता हूं कि यह सबसे अच्छा है या नहीं। अभी एक पारी बची है और मेरी पूरी सीरीज पर नजर है। मेरे लिए यह एक अच्छा मौका है कि मैं अपने उस प्रदर्शन को दोहराऊं।"

अश्विन 2012 में पहली बार एडिलेड में खेले थे और फिर इसके बाद वह 2018 में यहां लौटे थे। 2012 में उन्होंने 267 रन देकर पांच विकेट और 2018 में 149 रन देकर छह विकेट लिए थे। इस बार उन्होंने पहली पारी में ही चार विकेट चटका दिए हैं।

यह पूछे जाने पर कि विदेशी दौरों पर क्या आप विपक्षी टीम के गेंदबाजों से सीखने की कोशिश करते हैं, अश्विन ने कहा कि वह उनसे चीजों को सीखने की कोशिश करते हैं।

उन्होंने कहा, " कभी-कभी जब हम इन तुलनाओं को देखते हैं, तो वे तिरछे हो जाते हैं। कोई भी बल्लेबाजों को खेलने के तरीके के बारे में दोहराने के लिए नहीं कहता है क्योंकि सभी जानते हैं कि हर किसी का कौशल अलग होता है। आप लोगों से सीख सकते हैं, खासकर तब जब आप विदेशी दौरों पर होते हैं।"  (आईएएनएस)

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