महासमुन्द
यहां तीन साल की उम्र से बच्चे प्रवेश ले सकेंगे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,16 जुलाई। प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर अब केंद्रीय विद्यालय में भी प्री प्रायमरी की पढ़ाई शीघ्र शुरू होगी। जहां तीन साल की उम्र से बच्चे प्रवेश ले सकेंगे। तीन साल की उम्र से बाल वाटिका एक, चार साल की उम्र से बाल वाटिका दो और पांच साल की उम्र के लिए बाल वाटिका तीन के लिए प्रवेश दिया जाएगा।
पहले यह व्यवस्था सिर्फ प्राइवेट स्कूलों में ही थी। प्राइवेट स्कूलों में ढाई से तीन साल की उम्र से नर्सरी में एडमिशन शुरू हो जाते हैं। पालकों की मानें तो छोटी उम्र से बच्चे का स्कूल में दाखिला होने से वह अच्छी तरह स्कूल के बच्चों के साथ घुल मिल जाते हैं। धीरे-धीरे पढ़ाई की नींव मजबूत हो जाती है। प्राइवेट स्कूलों में होने वाले नर्सरी एडमिशन की तर्ज पर पहली बार केंद्रीय विद्यालय में भी कम उम्र से बच्चों का प्रवेश होगा। लेकिन इसे नर्सरी नहीं, बल्कि बाल वाटिका का नाम दिया गया है।
केन्द्रीय विद्यालय संगठन नई दिल्ली ने केंद्रीय विद्यालय महासमुंद को बाल वाटिका प्री प्राइमरी की शुरुआत करने के लिए चुना है। पूरे देश में केन्द्रीय विद्यालय संगठन के 1248 विद्यालयों में बाल वाटिका1 के लिए न्यूनतम उम्र 3 वर्ष, बाल वाटिका 2 के लिए न्यूनतम उम्र 4 वर्ष और बाल वाटिका 3 के लिए न्यूनतम उम्र 5 वर्ष रहेगी।
हालांकि महासमुंद केंद्रीय विद्यालय में फिलहाल बाल वाटिका परिपपालन कैसा होगा, इसे लेकर कल केंद्रीय विद्यालय में शिक्षकों की भर्ती के लिए वाक इन इंटरव्यूह रखा गया था। जहां लगभग 80 लोग साक्षात्कार में पहुंचे थे। हाल ही में केन्द्रीय विद्यालय में पहली कक्षा की प्रवेश आयु 6 वर्ष कर दी गई थी। ऐसे में जो अभिभावक अपने बच्चों का दाखिला केंद्रीय विद्यालय में नहीं करवा पाए थे, उनके लिए यह सुनहरा अवसर है। जिसका लाभ उठाकर वे अपने बच्चों को देश के उत्कृष्ट शिक्षा संस्थान केन्द्रीय विद्यालय संगठन के साथ जोड़ सकते हैं।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार शिक्षा का नया पैटर्न होगा। इसके तहत 5 साल के लिए फ ाउंडेशनल स्टेज, इसमें 3 साल के लिए प्री.प्राइमरी शिक्षा और बाकी कक्षा 1 और 2 के लिए शामिल है। 3 साल के लिए प्रारंभिक चरण कक्षा 3 से 5 तक के लिए है। 3 साल के लिए मिडिल स्टेज कक्षा 6 से 8 तक के लिए है। माध्यमिक चरण 4् साल के लिए कक्षा 9 से 12 तक के लिए है।