सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर,21 जुलाई। जंगल से भटकर आबादी वाले इलाके में पहुंचे कोटरी को लोगों ने कुत्तों से बचाया।
जंगल से भटकर वन्य प्राणियों का आबादी वाले इलाकों में प्रवेश करने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, इन सबके पीछे वनों की अवैध कटाई, तस्करी, वन भूमि पट्टा के लिए जगलों में अवैध कब्जा को प्रमुख कारण माना जा रहा है। इस बार मैनपाट के ग्राम पीडिया में जंगल से भटककर कोटरी पहुंच गया।
बताया जा रहा है कि कोटरी के बस्ती में घुसने पर कुत्तों के झुंड ने घेरकर हमला कर दिया। अचानक कुत्तों के भौंकने की आवाज सुन ग्रामीण पहुंचे और कुत्तों को भगा वन्य प्राणी कोटरी को बचाते हुए वन विभाग को सूचना दी। वन विभाग के द्वारा पशु चिकित्सकों के देखरेख में कोटरी का इलाज किया जा रहा है, उसके स्वास्थ्य में सुधार बताया गया है। ज्ञात हो कि करीब एक माह पूर्व भी एक कोटरी बौद्ध मंदिर परिसर में घुस गया था, और बौद्ध भिक्षुओं ने उसकी कुत्तों से जान बचाई थी।