महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 4 मार्च। महासमुंद शहर के बीच के गुजरने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग 353 के किनारे अब फिर से छोटी-छोटी दुुकानें लगना शुरू है। हाल ही में नगरपालिका ने किसी तरह सडक़ में यातायात व्यवस्था बहाल की थी। दीपावली के बाद देवउठनी त्यौहार के ही दिन इसी सडक़ पर बीच चौक में कांग्रेस भवन के ठीक सामने एक वृद्ध दंपत्ति को ट्रक ने रौंद दिया था और मौके पर ही दोनों की मौत हो गई थी। इससे पहले भी नगरपालिका और कोतवाली थाने के ठीक सामने एक युवक को ट्रक ने रौंद दिया था और उसकी मौत भी मौके पर ही हो गई थी।
इस रास्ते चौबीसों घंटे मालवाहक भारी वाहनों की आवाजाही लगी रहती है। पूरा शहर इसी सडक़ का उपयोग दैनिक जीवन में करता है। अत: हादसे को रोकने नगरपालिका ने सडक़ किनारे दुकान लगाने वाले छोटे व्यापारियों से बैठकें लेकर कई महीनों की कोशिश के बाद किसी तरह दुकानों को हटवाया था। छोटी दुकानें अन्यत्र चले जाने से सडक़ पर यातायात सुचारू रूप से चल रहा था। सब कुछ बढिय़ा चल रहा था कि हाल ही में लगभग सप्ताह भर पहले दुकानदारों ने रोजी-रोटी नहीं चलने का हवाला देकर विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा से मुलाकात की और फिर से सडक़ किनारे दुकान संचालित करने की मांग की। उसी दिन शहर के शंकराचार्य भवन में एक सरकारी कार्यक्रम था। अत: विधायक ने सभी दुकानदारों को लेकर शंकराचार्य तक दौड़ लगा दी। वहां जाकर दुकानदारों ने कलेक्टर मुर्दाबाद, सीएमओ नगरपालिका मुर्दाबाद और राजू सिन्हा जिंदाबाद के नारे लगाए और सभी को फिर से सडक़ किनारे दुकान संचालित करने की अनुमति मिल गई। इसके दूसरे दिन से ही फिर से सडक़ किनारे दुकानों के चलते यातायात व्यवस्था बेतरतीब हो गई है।
मालूम हो कि नगरापलिका अध्यक्ष राशि त्रिभुवन महिलांग और सीएमओ टामसन रात्रे की यातायात व्यवस्था बहाल करने के प्रयास पर कलेक्टर प्रभात मलिक और पुलिस अधीक्षक ने भी सहमति व्यक्त की थी। लेकिन सीएमओ मुर्दाबाद, कलेक्टर मुर्दाबाद, राजू सिन्हा जिंदाबाद के नारों ने सडक़ों के किनारे गुमटियों, छोटे दुुकानदारों की दुकानें फिर से खोल दी है।
अत: यातायात व्यवस्था फिर से रामभरोसे जारी है।