महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,18मार्च। बीते 17 मार्च से नगर में आयोजित श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के द्वितीय दिन कथा वाचक पं.हिमांशु कृष्ण भारद्वाज ने कहा कि श्रीमद् भागवत संस्कार की पाठशाला है इसलिये हम सभी को भागवत कथा का श्रवण करना चाहिये एवं अपने घर परिवार में भी बच्चों को भगवत भक्ति की ओर जोडऩा चाहिये क्योंकि बच्चे बड़ों को देखकर सीखता है एवं अपने बड़ों की तरह बनना चाहता है। इसलिये बच्चों को संस्कारवान बनाने में परिवार की बड़ी भूमिका होना चाहिये।
उन्होंने कहा कि संस्कार के अभाव में व्यक्ति भटक जाता है। आज के समय में विद्यालयों में संस्कार की शिक्षा दी जानी चाहिये। उन्होंने भागवत की उत्पत्ति का दृष्टांत बताते हुये शिव पार्वती को इस कथा का श्रवण कराया। इसलिये हमें शिव के मंदिर में बांके बिहारी का स्मरण करना चाहिए। क्योंकि भोलेनाथ भगवान शिव जिन्हें अत्यंत प्रेम करते हैं उनके स्मरण मात्र से प्रसन्न होते हैं। महासमुंद तो स्वयं प्रेम का सागर है।
इस अवसर पर सर्वप्रथम व्यासपीठ पर श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के संयोजक योगेश्वर राजू सिन्हा की पत्नी प्रिया सिन्हा, मुख्य यजमान सुशील शर्मा, डा. मंजू शर्मा, सह यजमान खगेन्द्र तारक, राधेश्याम सोनी, प्रलय थिटे, दिलीप जलक्षत्री, राजश्री ठाकुर, चंदन डड़सेना, मुन्ना साहू, नेहरू पटेल, नितेष श्रीवास्तव, प्रहलाद यादव, घनाराम साहू, पप्पू ठाकुर, आशुतोष शर्मा ने हिमांंशु कृष्ण भारद्वाज अभिनंदन किया।