महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 21मार्च। जिला मुख्यालय सहित अन्य 39 शराब दुकानों के समीप अब मदिरा प्रेमियों के लिए बैठकर पीने के लिए अहातों का निर्माण कराने का फैसला शासन ने लिया है। इसके तहत अनुज्ञप्ति जारी की जा चुकी है। अब टेंडर का प्रोसेस चल रहा है। दरअसल जिले भर की शराब दुकानों के आसपास 390 से अधिक अवैध अहाते चल रहे हैं। जिसकी आड़ में शराब की अवैध बिक्री भी होती है। इन अवैध अहातों पर लगाम कसने तथा राजस्व बढ़ाने के लिए ही शासन ने अब अहाते निर्माण कराकर उसे ठेके पर देने का निर्णय लिया है। इससे न केवल शराब की अवैध बिक्री कम होगी बल्कि, अहातों से राजस्व बढऩे की उम्मीद भी है। बैठक में फैसला होने के बाद इस मामले में आबकारी विभाग ने आदेश जारी कर दिए हैं। अब कोई भी अंग्रेजी शराब दुकानों में 2 लाख रुपए जमा करके मदिरा प्रेमियों के लिए अहाता तैयार कर सकता है।
मालूम हो कि बीते 5 सालों में शराब की अवैध बिक्री के हजारों मामले थाने में दर्ज हैं। इन मामलों में देखा गया है कि अवैध अहाते संचालक ही शराब की अवैध बिक्री कर रहे हैं। हालाकि हाल ही में पालिका ने अतिक्रमण हटाया था। लेकिन यह अब पहले जैसे ही हो गया।
मिली जानकारी के अनुसार सरकार ने अपनी माली हालत सुधारने के लिए अंग्रेजी शराब की दुकानों में बैठ कर शराब पीने की व्यवस्था के लिए अहाता खोलने की मंजूरी जारी की है। बीते दिनों से केबनेट अहातों में पहुंचने वाले लोगों को सुविधाएं देने के लिए भी निर्देश जारी किए हैं।
जारी आदेश के अनुसार अहाते में एक सिक्युरिटी गार्ड होना आवश्यक होगा। इसके साथ ही वहां टॉयलेट, पीने के लिए आरओ का शुद्ध पानी और खाने की व्यवस्था उपलब्ध कराना होगी। अहाते में बैठने के लिए पर्याप्त व्यवस्था भी करना होगी। प्रति शराब दुकान की 2 लाख तक के लाइसेंस फीस लेकर अहाता संचालन की अनुमति दी जाएगी। इसके बाद अंग्रेजी शराब दुकानों में अहाता खोले जा सकेंगे।
केंद्र सरकार से पर्याप्त धनराशि नहीं मिलने के बाद हाल ही में प्रदेश के राजस्व को बढ़ाने के लिए समीक्षा की थी। इस समीक्षा में सामने आया था कि सरकार आबकारी के माध्यम से ही राजस्व बढ़ा सकती है। सरकार ने राजस्व बढ़ाने के लिए अहातों को मंजूरी देने का निर्णय लिया है।
मुख्यालय से ही टेंडर जारी होगा। जहां आपत्ति न हो ऐसी स्थानों पर अहाता खोला जाएगा। मोहित जैसवाल आबकारी अधिकारी शासन को लाखों का राजस्व प्राप्त होगा।