महासमुन्द
माह भर बाद भी कार्रवाई नहीं, आदिवासी समाज आक्रोशित
रेंजर ने किया इंकार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 9 मई। समीप के देवपुर वन परिक्षेत्र अधिकारी पर अचानकपुर निवासी बजल बरिहा ने जातिगत गाली गलौज करने का आरोप लगाया है। घटना से आदिवासी समाज में आक्रोश व्याप्त है।
समाज के संतोष सिंह ठाकुर ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने माह भर पूर्व आवेदन दिया था, परन्तु संबंधित थाना राजा देवरी के टीआई ने अब तक न तो रिपोर्ट लिखी और न ही कोई कार्रवाई ही की गई। दूसरी ओर देवपुर रेंजर पुष्पेंद्र साहू ने उक्त घटना से इंकार किया है।
मिली जानकारी के अनुसार देवपुर वन परिक्षेत्र के ग्राम अचानकपुर निवासी एक आदिवासी युवक बजल बरिहा पिता सम्पत बरिहा (32) ने देवपुर रेंजर पर जातिसूचक गाली देने का आरोप लगाया है।
इस मामले में उसने एक लिखित आवेदन थाना राजादेवरी में दिया है। जिसमें उसने उल्लेख किया है कि देवपुर वन परिक्षेत्र अधिकारी ने अपने पद की धौंस दिखाते हुए उनके साथ जातिसूचक गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी दी।
उसने अपने आवेदन में बताया कि वह 21 अप्रैल 2024 को शाम 5 बजे बया से अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली में छड़ सीमेंट लेकर गांव वापस आ रहा था। इस समय गांव के ही रहने वाले दो लोगों को खेत के पास बुलाकर उसे रेंजर ने झूठे शिकार केस में फंसाने की धमकी दी। जिससे आदिवासी समाज में आक्रोश व्याप्त है।
युवक ने राजादेवरी थाना में इस मामले की शिकायत दर्ज कराई है, परन्तु राजादेवरी थानाप्रभारी द्वारा उनके आवेदन पर कार्रवाई करने की बजाय उसे आवेदन वापस लेने का दबाव बना रहे हंै। आज माह भर बाद भी देवरी पुलिस ने सजल को उसके आवेदन की पावती नहीं दी है। मात्र आवदेन को रख लिया गया है।
इस संबंध में राजा देवरी थाना प्रभारी का पक्ष लेने उन्हें मोबाइल किया गया, परन्तु उन्होंने मोबाइल अटेंड नहीं किया। मैसेज के जरिये भी उनका पक्ष लेने का प्रयास किया गया, परन्तु उन्होंने उसका भी जवाब नहीं दिया।
इस संबंध में वन परिक्षेत्र अधिकारी पुष्पेंद्र साहू ने मैसेज के माध्यम से बताया कि वह देवपुर से मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर अचानकपुर के पास वन क्षेत्र में शिकार करने की शिकायत मिली थी। जिसकी जांच करने वह गए थे। जहां रास्ते में यह युवक उन्हें मिला। जिससे उन्होंने पूछताछ तलाशी की, कुछ बरामद नहीं हुआ। अब वन परिक्षेत्राधिकारी साहू उस आदिवासी युवक के पुराने केस हिस्ट्री की पड़ताल कर रहे हैं।