बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 6 जुलाई। प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि एवं पूर्व मंडी अध्यक्ष सुशील शर्मा ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की भाटापारा मंडी में आयोजित आम सभा को भाटापारावासियों के लिये निराशाजनक बताया है।
सुशील शर्मा ने जनता जनार्दन को याद दिलाते हुये कहा कि सन् 2023 के विधान सभा चुनाव के दौरान लोकोत्सव मैदान में आयोजित भाजपा की चुनावी सभा में असम राज्य के मुख्यमंत्री हेमंताविश्वा शर्मा की उपस्थिति में पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा ने खुल्लेआम सार्वजनिक मंच से घोषणा करते हुये कहा था कि छत्तीसगढ़ राज्य में भाजपा शासन के बनते ही भाटापारा स्वतंत्र और पृथक जिला निर्माण हो जायेगा। आज प्रदेश में भाजपा का शासन है फिर भाटापारा जिला निर्माण क्यों नहीं किया गया शिव रतन शर्मा जी को यह बात जनता को बतानी चाहिए।
प्रदेश में सत्तासीन भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री जब भाटापारा में आम सभा को संबोधित करने आये हो और भाजपा के सभी दिग्गज नेता मंच पर उपस्थित हो इसी मंच पर पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा को अपने पूर्व घोषणा अनुरूप भाटापारा को पृथक स्वतंत्र जिला निर्माण कराने की महत्वपूर्ण, जीवंत और जवलन्त माँग को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से पूरा कराना था, लेकिन उन्होंने दुर्भावनावंश क्षैत्र की जीवंत ज्वलंत जायज माँग को नहीं रखकर पूरे विधानसभा के विकास और प्रगति पर कुठाराघात किया है।
कॉंग्रेस के शासनकाल में जब तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जनता जनार्दन से मिलने अपने भेट-मुलाकात कार्यक्रम में ग्राम कड़ार आने वाले थे, तब तत्कालीन विधायक शिवरतन शर्मा ने भाटापारा की सडक़ों पर रैली निकाल कर भाटापारा को जिला बनाने धरना प्रदर्शन किया था, विधान सभा में जोर शोर से जिला बनाने प्रस्ताव भी रखे थे, आज अपने ही मुखिया के सामने मौन क्यों थे जवाब दे।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के समक्ष भाटापारा के सतत विकास के लिये भाटापारा में नगर निगम स्थापना, भाटापारा बाइपास सडक़ निर्माण, पृथक डिग्री गल्र्स कॉलेज, डिग्गी नाला और गुर्रा नाला में उच्च इस्तरीय पुल निर्माण, सेण्ट्रल लॉयबेरी सहित जनता के हित में कोर्ट बिल्डिंग निर्माण, शिवलाल मेहता स्कूल बिल्डिंग निर्माण की माँग रखने से क्षेत्र विकास को गति मिलती किंतु छोटी छोटी माँग रखी गई। गाँव-गाँव में सडक़ निर्माण का कार्य तो कृषि उपज मंडी फंड से किया जा सकता है। कुल मिलाकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से विकास की सौगात लेने में भाजपा नेता असफल रहे।