बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 15 मार्च। देश के 2 बड़े सार्वजनिक बैंकों का निजीकरण किए जाने के केंद्र सरकार के निर्णय के विरोध में संभाग में भी राष्ट्रीय बैंकों के सैकड़ों कर्मचारी हड़ताल पर रहे।
केंद्र सरकार द्वारा 2 बैंकों के निजीकरण किये जाने के विरोध में बैंक यूनियन के द्वारा दो दिवसीय हड़ताल किया जा रहा है। बीते 10 मार्च को वित्त मंत्रालय एवं बैंक यूनियन की बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें दो बैंक के निजीकरण के मुद्दे पर चर्चा होनी थी। लेकिन इस पर किसी भी प्रकार सहमति नहीं बन सकी। जिसके विरोध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन द्वारा दो दिवसीय हड़ताल 15- 16 मार्च को करने का फैसला किया गया। वहीं बस्तर संभाग के सार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंक बंद रहे। इस बंद की वजह से संभाग भर में 600 करोड़ से अधिक का लेनदेन बाधित रहेगा।
क्षेत्रीय सचिव स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अवॉर्ड एम्पलॉइज यूनियन के क्षेत्रीय सचिव धनेश्वर सहारे ने बताया कि केंद्र सरकार ने सदन में दो बैंकों के निजीकरण करने का फैसला लिया है। जिसके विरोध में दो दिनों तक सार्वजनिक क्षेत्र व बैंक यूनियन के सभी कर्मचारी व अधिकारी हड़ताल पर है। हमारी सरकार से यही मांग है,कि वह अपने इस फैसले पर पुनर्विचार कर बैंकों का निजीकरण ना करें, क्योंकि बैंकों के निजीकरण करने से मध्यम वर्गीय परिवारों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।