बस्तर
जगदलपुर,16 मार्च। बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा के मुख्य संयोजक नवनीत चांद के मार्गदर्शन व ग्रामीण जिला संयोजक भरत कश्यप व शहर जिला संयोजक शोभा गंगोत्री के संयुक्त नेतृत्व में मुक्ति मोर्चा का दल हड़तालकर्मियों के बीच पहुंच उनकी मांगों का समर्थन किया।
मुक्ति मोर्चा के मुख्य संयोजक नवनीत चांद ने कहा कि राज्य की सरकार व उनके पार्टियों के द्वारा पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान उनके नेता प्रतिपक्ष व आज हमारे पंचायत मंत्री द्वारा चुनाव के दौरान घोषणा पत्र में सभी से संवाद कर तैयार किया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि ,राज्य के सभी अनियमित कर्मचारियों को नियमित किया जाएगा? व समान काम समान वेतन दिया जायेगा। इस तारतम्य में साक्षर भारत कार्यक्रम के अंतर्गत जिला व विकास खण्ड कार्यक्रम समन्वयकों एवं 16 हजार 8 सौ दो प्रेरकों को कहा था कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने पर दूसरे विभागों में योग्यता के आधार पर नियुक्ति हेतु आवश्यक उपाय किएजायेंगे। साथ ही विभागों में रिक्त पदों पर नियुक्ति के समय भी प्रेरकों कार्यक्रम के समन्वयकों को प्राथमिक्ता दी जाएगी। यह लिखित बयान व सरकार के वादे सरकार में आने के बाद भी, ढाई वर्ष बीत जाने के पश्चात भी, वास्तविक रूप से शासन द्वारा सरकारी भर्तियों व वित्तीय पदोन्नति में लागू नहीं करना, इस बात का परिचायक है कि राज्य सरकार के द्वारा जनता के समक्ष चुनाव के दौरान घोषणा पत्र में किए गए सभी वादे हवा-हवाई है। इसका जमीनी धरातल से कोई सरोकार नहीं।
मुक्ति मोर्चा के जिला संयोजक भरत कश्यप शहर संयोजक शोभा गंगोत्री ने संयुक्त रूप से कहा कि वह हड़ताल कर्मियों के विरोध प्रदर्शन में कंधे से कंधे मिलाकर संयुक्त रूप से संघर्ष करने उनके साथ है। व आगामी समय में बस्तर की संपूर्ण जनता को राज्य सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ जागरूक करने का अभियान शहर से गांव तक चलाया जाएगा।
इस कार्यक्रम में एकता रानी, सुनिता दास, संगीता सरकार, सुमिती दास, निलाम्बर सेठिया, रामेश्वर बघेल, शैलेंद्र वर्मा,मीना कौर, चंदा खुदराम, जयश्री विश्वकर्मा, मीना केशवानी,लक्ष्मी विश्वकर्मा, विकास मांझी आदि मोर्चा सदस्य व प्रेरकों संघ के पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित थे।