बस्तर
जगदलपुर, 16 मार्च । मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कोरोना के तीसरे लहर के रोकथाम के लिए किए जाने वाले उपाय, गर्मी के दौरान होने वाली पानी की किल्लत के समाधान, गोधन न्याय योजना, वृक्षारोपण की तैयारी, नए स्वीकृत स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के संचालन की तैयारी, नरवा योजनाओं की प्रगति, वर्षा जल संचयन और कस्टम मिलिंग हेतु धान के उठाव की समीक्षा की।
श्री जैन ने कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखकर कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने और मास्क नहीं लगाने वालों पर दो-दो सौ रुपए जुर्माने की कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मी, प्रथम पंक्ति के कोरोना वारियर्स, 60 वर्ष से अधिक के बुजुर्ग और 45 वर्ष से अधिक के मरीजों के टीकाकरण में तेजी लाने के निर्देश दिए। बस्तर कलेक्टर श्री बंसल ने कोरोना पर रोकथाम के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरतने तथा अंतर्राज्यीय सीमाओं पर कोरोना की जांच में तेजी लाने की बात कही।
मुख्य सचिव श्री जैन ने आगामी बोर्ड परीक्षाओं में शारीरिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए परीक्षार्थियों को पर्याप्त दूरी पर बिठाने, सामाजिक समारोहों में कम से कम लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित करने और त्यौहारों के समय कोरोना प्रोटोकाल का पालन सुनिश्चत करने के निर्देश दिए।
आगामी गर्मी के दौरान लोगों को पेयजल और निस्तारी जल की समस्याओं से निजात पहुंचाने के लिए आवश्यक तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश मुख्य सचिव श्री जैन ने दिए। उन्होंने सभी खराब हैण्डपंपों की तत्काल मरम्मत सुनिश्चित करने के साथ ही पेयजल स्त्रोतों की साफ-सफाई और शुद्धिकरण के लिए क्लोराईजेशन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामवार जल उपलब्धता की जानकारी एकत्रित करने और जलस्त्रातों के संरक्षण के संबंध में भी निर्देश दिए। नगरीय क्षेत्रों में भी पेयजल की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने अप्रैल और मई में लू चलने की संभावनाओं को देखते हुए आवश्यक सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। निर्माण क्षेत्र, यातायात पुलिस और वरिष्ठजनों के लू के चपेट में आने की संभावनाओं को देखते हुए सभी आवश्यक तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से लू से बचने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। मुख्य सचिव ने श्रम विभाग, पशुधन विकास विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, नगरीय विकास विभाग, पर्यटन विभाग, एवं शिक्षा विभाग सहित संबंधित विभागों के माध्यम से लू से बचने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने तथा ओआरएस घोल की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने गोधन न्याय योजना की समीक्षा के दौरान सभी गोठानों को स्वावलंबी बनाने के लिए तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने वर्मी कम्पोस्ट बनाने वाली स्वसहायता समूहों की सदस्यों के आर्थिक लाभ के लिए भुगतान तत्परतापूर्वक सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने गोठानों में विभिन्न प्रकार के रोजगारमूलक गतिविधियां संचालित करने के निर्देश दिए।
वर्षा ऋतु के प्रारंभ के साथ ही शुरु होने वाली वृक्षारोपण के लिए अभी से आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने वृक्षारोपण के लिए स्थान का चयन करने के साथ ही वृक्षारोपण के बाद पौधों की सुरक्षा के लिए भी सभी आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वन भूमि, निजी भूमि, शिक्षा विभाग की भूमि सहित सडक़ एवं नदी किनारे वृक्षारोपण किया जाना है। उन्होंने राम वन गमन पथ सहित सभी सडक़ों के किनारे वृक्षारोपण को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। उन्होंने इन वृक्षों के लंबे समय तक सुरक्षा की बात भी कही। इस दौरान जगदलपुर के वीडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष में वन मंडलाधिकारी सुश्री स्टायलो मंडावी, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी कैलाश कोड़ोपी सहित संबंधित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।